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देहरादून: साहस को सलाम, तीन बच्चों को मिलेगा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार - बच्चों की वीरता और साहस

प्रदेश के तीन साहसी बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. राज्य सरकार ने इन बच्चों की वीरता और साहस को देख यह निर्णय लिया है.

प्रदेश के तीन बच्चों ने साहस दिखाकर जीत लिया सबका दिल.
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Published : Oct 19, 2019, 3:30 PM IST

देहरादून: सेना बाहुल्य उत्तराखंड राज्य ने देश को कई महान हस्तियां दी हैं. जिन्होंने साहस और अपनी वीरता का परिचय देते हुए कई बड़े काम किए हैं. वहीं, राज्य सरकार ने राज्य के छोटी सी उम्र में साहस और वीरता का परिचय देने वाले बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए भेजा है. जिससे इन बच्चों का साहस और बढ़ेगा. साथ ही अन्य बच्चों में भी वीरता का उत्साह पैदा होगा.

उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रदेश के तीन बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित कर भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली भेज दिया है. जिसमें राखी, सूरज कोठारी और आयुष कोठारी के नाम शामिल हैं. बता दें कि 6 अक्टूबर को पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल की रहने वाली राखी अपने भाई की जान बचाने के लिए गुलदार से लड़ गई थी.

प्रदेश के तीन बच्चों ने साहस दिखाकर जीत लिया सबका दिल.

यह भी पढ़ें: छात्रवृत्ति घोटाला: आरोपी गीताराम नौटियाल की मुश्किलें बढ़ी, घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा

राखी अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ शाम के समय खेत में जा रही थी. उसी दौरान गुलदार ने राखी के भाई पर झपट्टा मार दिया. जिसके बाद अपने भाई का जान बचाने के लिए राखी अपने भाई से लिपट गई और गुलदार ने राखी को लहूलुहान कर दिया. इसी बीच राखी की मां के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया. हालांकि, इलाज के बाद अब राखी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें: सिंचाई गूल में बहने से डेढ़ वर्षीय मासूम की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

इसके साथ ही एक नौ साल के बच्चे को उनके माता पिता से मिलवाने वाले दो बच्चों का भी नाम उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने वीरता पुरस्कार के लिए भेज है. मामला 20 जून का है, जब एक शादी समारोह में शामिल अपने माता-पिता के साथ शरीख होने आया बच्चा भटककर शादी समारोह से दूर निकल गया था. जिसके बाद मौके पर मौजूद दो बच्चों सूरज कोठारी और आयुष कोठारी ने समझदारी दिखाते हुए निकट पुलिस चौकी के सुपुर्द कर दिया था. खोजबीन के बाद उन बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.

देहरादून: सेना बाहुल्य उत्तराखंड राज्य ने देश को कई महान हस्तियां दी हैं. जिन्होंने साहस और अपनी वीरता का परिचय देते हुए कई बड़े काम किए हैं. वहीं, राज्य सरकार ने राज्य के छोटी सी उम्र में साहस और वीरता का परिचय देने वाले बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए भेजा है. जिससे इन बच्चों का साहस और बढ़ेगा. साथ ही अन्य बच्चों में भी वीरता का उत्साह पैदा होगा.

उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रदेश के तीन बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित कर भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली भेज दिया है. जिसमें राखी, सूरज कोठारी और आयुष कोठारी के नाम शामिल हैं. बता दें कि 6 अक्टूबर को पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल की रहने वाली राखी अपने भाई की जान बचाने के लिए गुलदार से लड़ गई थी.

प्रदेश के तीन बच्चों ने साहस दिखाकर जीत लिया सबका दिल.

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राखी अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ शाम के समय खेत में जा रही थी. उसी दौरान गुलदार ने राखी के भाई पर झपट्टा मार दिया. जिसके बाद अपने भाई का जान बचाने के लिए राखी अपने भाई से लिपट गई और गुलदार ने राखी को लहूलुहान कर दिया. इसी बीच राखी की मां के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया. हालांकि, इलाज के बाद अब राखी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है.

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इसके साथ ही एक नौ साल के बच्चे को उनके माता पिता से मिलवाने वाले दो बच्चों का भी नाम उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने वीरता पुरस्कार के लिए भेज है. मामला 20 जून का है, जब एक शादी समारोह में शामिल अपने माता-पिता के साथ शरीख होने आया बच्चा भटककर शादी समारोह से दूर निकल गया था. जिसके बाद मौके पर मौजूद दो बच्चों सूरज कोठारी और आयुष कोठारी ने समझदारी दिखाते हुए निकट पुलिस चौकी के सुपुर्द कर दिया था. खोजबीन के बाद उन बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.

Intro:सेना बाहुल्य उत्तराखंड राज्य ने देश को कई महान हस्तिया दी है। जिन्होंने साहस और अपनी वीरता का परिचय देते हुए कई बड़े काम किये है। तो वही राज्य सरकार, राज्य के छोटी सी उम्र में साहस और वीरता का परिचय देने वाले बच्चों का नाम, राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए भेजा है। जिससे इन बच्चों का साहस और बढ़े साथ ही अन्य बच्चों में भी वीरता का उत्साह बड़े। 


Body:उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रदेश के तीन बच्चों, जिन्होंने अपने साहस और वीरता का परिचय दिया है उसका नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित कर भारतीय बाल कल्याण परिषद, नई दिल्ली भेज दिया है। जिसमें राखी, सूरज कोठारी और आयुष कोठारी के नाम शामिल हैं। हालांकि ये तीन बच्चे वो है जिन्होंने में अपने साहस और वीरता का परिचय दिया है। 


इसी महीने 6 अक्टूबर को पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल की रहने वाली राखी ने अपने भाई जा जान बचाने के लिए गुलदार से लड़ गयी। जी हाँ राखी अपनी माता-पिता और छोटे भाई के साथ शाम के समय खेत मे जा रही थी। उसी दौरान गुलदार में राखी के भाई पर झपट्टा मार दिया। जिसके बाद अपने भाई का जान बचाने के लिए राखी अपने भाई से लिपट गयी। और गुलदार ने राखी को लहुलुहान कर दिया। और इसी बीच राखी की माँ द्वारा शोर मचाने पर गुलदार वहाँ से भाग गया। हालांकि इलाज के बाद अब राखी को अस्पताल से छुट्टि मिली है। 


इसके साथ एक आठ से नौ साल के बच्चे को उनके माता पिता से मिलवाने वाले दो बच्चों का भी नाम उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने वीरता पुरस्कार के लिये भेज है। मामला 20 जून के है जब एक शादी समारोह में शामिल अपने माता पिता के साथ सरीख होने आया बच्चा भटककर शादी समारोह से दूर निकल गया था। जिसके बाद वही मोके पर मौजूद दो बच्चों, सूरज कोठारी और आयुष कोठारी ने अपने साहस और वीरता का परिचय देते हुए निकट पुलिस चौकी के सुपुर्द कर दिया था। और खोजबीन के बाद उन बच्चे को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था। 




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