देहरादून: सेना बाहुल्य उत्तराखंड राज्य ने देश को कई महान हस्तियां दी हैं. जिन्होंने साहस और अपनी वीरता का परिचय देते हुए कई बड़े काम किए हैं. वहीं, राज्य सरकार ने राज्य के छोटी सी उम्र में साहस और वीरता का परिचय देने वाले बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए भेजा है. जिससे इन बच्चों का साहस और बढ़ेगा. साथ ही अन्य बच्चों में भी वीरता का उत्साह पैदा होगा.
उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रदेश के तीन बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित कर भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली भेज दिया है. जिसमें राखी, सूरज कोठारी और आयुष कोठारी के नाम शामिल हैं. बता दें कि 6 अक्टूबर को पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल की रहने वाली राखी अपने भाई की जान बचाने के लिए गुलदार से लड़ गई थी.
यह भी पढ़ें: छात्रवृत्ति घोटाला: आरोपी गीताराम नौटियाल की मुश्किलें बढ़ी, घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा
राखी अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ शाम के समय खेत में जा रही थी. उसी दौरान गुलदार ने राखी के भाई पर झपट्टा मार दिया. जिसके बाद अपने भाई का जान बचाने के लिए राखी अपने भाई से लिपट गई और गुलदार ने राखी को लहूलुहान कर दिया. इसी बीच राखी की मां के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया. हालांकि, इलाज के बाद अब राखी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें: सिंचाई गूल में बहने से डेढ़ वर्षीय मासूम की मौत, परिजनों में मचा कोहराम
इसके साथ ही एक नौ साल के बच्चे को उनके माता पिता से मिलवाने वाले दो बच्चों का भी नाम उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने वीरता पुरस्कार के लिए भेज है. मामला 20 जून का है, जब एक शादी समारोह में शामिल अपने माता-पिता के साथ शरीख होने आया बच्चा भटककर शादी समारोह से दूर निकल गया था. जिसके बाद मौके पर मौजूद दो बच्चों सूरज कोठारी और आयुष कोठारी ने समझदारी दिखाते हुए निकट पुलिस चौकी के सुपुर्द कर दिया था. खोजबीन के बाद उन बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.