ETV Bharat / state

दून की सड़कों पर उमड़े जनसैलाब ने दिलाई राज्य आंदोलन की याद, हजारों लोगों की जुबान पर बस एक ही मांग

Mool Niwas Swabhiman Rally at Parade Ground राजधानी देहरादून की सड़कों पर आज हजारों लोगों ने जुटकर उन पुरानी यादों को ताजा कर दिया जो राज्य आंदोलन से जुड़ी हैं. आंदोलन में यूं तो कई झंडे, कई बैनर लोगों के हाथों में थे. लेकिन जुबान पर सबके सिर्फ एक ही मांग भू-कानून और मूल निवास का अधिकार था.

Mool Niwas Swabhiman Rally at Parade Ground
मूल निवास रैली
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 24, 2023, 1:59 PM IST

Updated : Dec 24, 2023, 2:45 PM IST

दून की सड़कों पर उमड़े जनसैलाब ने दिलाई राज्य आंदोलन की याद

देहरादून: मूल निवास और भू कानून की मांग को लेकर परेड ग्राउंड पर आज सुबह से ही लोगों का जुटना शुरू हुआ. मूल निवास और भू-कानून की मांग के साथ लोग एक महारैली का आयोजन के लिए जुटे रहे. खास बात ये रही कि सुबह सैकड़ों की संख्या में दिखने वाले लोग दिन होते-होते हजारों की संख्या में सड़कों पर दिखाई देने लगे. इस आंदोलन में तमाम पार्टियों के लोग भी मौजूद रहे. विभिन्न संगठन से जुड़े कार्यकर्ता भी अपनी बात को नारों के जरिए रख रहे थे. यहां ना तो कोई पार्टी थी और ना ही कोई संगठन की मांग. बस हर कोई भू कानून और मूल निवास 1950 के लागू करने के अधिकार को रख रहा था. महारैली में लोग देहरादून से ही नहीं, बल्कि पहाड़ों से भी लोगों ने मैदान का रुख किया.

मूल निवास और भू-कानून की मांग के लिए देहरादून में रैली का आयोजन.

ईटीवी भारत ने आंदोलन में शामिल तमाम लोगों से बात की और इस दौरान उनके मन की बात जानने की कोशिश की. लोग यह कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि राज्य आंदोलन की लड़ाई लड़ने के बाद राज्य तो मिल गया लेकिन नए राज्य की कल्पना जिस मकसद के साथ की गई थी, उसके लिए एक बार फिर आंदोलन करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों को रोजगार से वंचित रखकर दूसरे प्रदेशों के लोग उत्तराखंड के युवाओं की नौकरी पर कब्जा कर रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः 'हमकैं चैं आपण अधिकार' आज देहरादून में गरजेंगे लोग, यहां से गुजरेगी 'मूल निवास स्वाभिमान महारैली'

भू-कानून की जरूरत: महारैली में मौजूद लोगों का कहना था कि बाहरी लोग उत्तराखंड में आकर अपना कारोबारि स्थापित कर रहे हैं, लेकिन रोजगार स्थानीय युवाओं के देने के बजाय बाहरी लोगों को बसा रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड बाहरी लोगों द्वारा अपराध की घटनाओं में भी इजाफा हो रहा है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश जैसे सशक्त भू-कानून की काफी जरूरत है.

दून की सड़कों पर उमड़े जनसैलाब ने दिलाई राज्य आंदोलन की याद

देहरादून: मूल निवास और भू कानून की मांग को लेकर परेड ग्राउंड पर आज सुबह से ही लोगों का जुटना शुरू हुआ. मूल निवास और भू-कानून की मांग के साथ लोग एक महारैली का आयोजन के लिए जुटे रहे. खास बात ये रही कि सुबह सैकड़ों की संख्या में दिखने वाले लोग दिन होते-होते हजारों की संख्या में सड़कों पर दिखाई देने लगे. इस आंदोलन में तमाम पार्टियों के लोग भी मौजूद रहे. विभिन्न संगठन से जुड़े कार्यकर्ता भी अपनी बात को नारों के जरिए रख रहे थे. यहां ना तो कोई पार्टी थी और ना ही कोई संगठन की मांग. बस हर कोई भू कानून और मूल निवास 1950 के लागू करने के अधिकार को रख रहा था. महारैली में लोग देहरादून से ही नहीं, बल्कि पहाड़ों से भी लोगों ने मैदान का रुख किया.

मूल निवास और भू-कानून की मांग के लिए देहरादून में रैली का आयोजन.

ईटीवी भारत ने आंदोलन में शामिल तमाम लोगों से बात की और इस दौरान उनके मन की बात जानने की कोशिश की. लोग यह कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि राज्य आंदोलन की लड़ाई लड़ने के बाद राज्य तो मिल गया लेकिन नए राज्य की कल्पना जिस मकसद के साथ की गई थी, उसके लिए एक बार फिर आंदोलन करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों को रोजगार से वंचित रखकर दूसरे प्रदेशों के लोग उत्तराखंड के युवाओं की नौकरी पर कब्जा कर रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः 'हमकैं चैं आपण अधिकार' आज देहरादून में गरजेंगे लोग, यहां से गुजरेगी 'मूल निवास स्वाभिमान महारैली'

भू-कानून की जरूरत: महारैली में मौजूद लोगों का कहना था कि बाहरी लोग उत्तराखंड में आकर अपना कारोबारि स्थापित कर रहे हैं, लेकिन रोजगार स्थानीय युवाओं के देने के बजाय बाहरी लोगों को बसा रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड बाहरी लोगों द्वारा अपराध की घटनाओं में भी इजाफा हो रहा है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश जैसे सशक्त भू-कानून की काफी जरूरत है.

Last Updated : Dec 24, 2023, 2:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.