देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन भी सदन में काफी हंगामा हो रहा है. विपक्ष सदन में सरकार को गन्ना किसानों और शराब कांड के मुद्दे पर लगातार घेर रहा है. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत भी पुलिस को चकमा देकर विधानसभा के बाहर गन्ना किसानों के भुगतान की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. सदन से वॉकआउट करने के बाद कांग्रेस के विधायक भी हरदा के धरने का समर्थन करते हुए विधानसभा के बाहर बैठ गए हैं.
हरीश रावत के साथ गन्ना किसानों के मुद्दे को लेकर सैकड़ों समर्थकों भी विधानसभा के पास धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें पूर्व शिक्षा मंत्री - मंत्री प्रसाद नैथानी , अनुसूया प्रसाद मैखुरी, विधायक फुरकान अहमद भी शामिल हैं. वहीं सदन से वॉकआउट करने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत पूर्व खेल मंत्री दिनेश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और विधायक ममता राकेश भी हरदा के साथ धरने पर बैठ गए हैं.
हरीश रावत सरकार से शराब कांड पीड़ितों को पांच लाख का मुआवजा देने और किसानों के गन्ना बकाया भुगतान जल्द करने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि इससे पहले पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने बजट सत्र के पहले दिन यानी 11 फरवरी को विधानसभा के समक्ष धरना करने का एलान किया था. लेकिन बाद में हरदा ने धरने को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के अभिभाषण को मद्देनजर रखते हुए धरना स्थगित कर दिया था. हरीश रावत ने बाद में धरना 13 फरवरी को देने का फैसला लिया.
गौर हो कि विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ. शराब कांड को लेकर कांग्रेस ने सरकार को असंवेदनशील रवैया अपनाने वाला बताया. साथ ही दलित विरोधी भी करार दिया. सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के विधायक सदन से वॉकआउट कर गए थे.