मसूरी: उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. बीते 29 अगस्त को मसूरी-देहरादून मार्ग पेट्रोल पंप के पास पुश्ता गिर गया था. जिसके बाद सड़क के नीचे वाल्मीकि बस्ती में आए मलबे और पत्थर से चार लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे. जिसके बाद अब पीड़ित परिवारों ने एसडीएम को पत्र लिखकर उनको पालिका के माउंट रोज और पालिका के अन्य आवासों में शिफ्ट करने की मांग की है.
बता दें कि, बीते 29 अगस्त को मसूरी-देहरादून मार्ग पेट्रोल पंप के पास पुश्ता गिरने से मसूरी नगर पालिका परिषद के चार स्वच्छता कर्मचारियों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे. मकानों में मलबा घुसने से काफी सामान का भी नुकसान हुआ है. जिसके बाद आपदा पीड़ित स्वच्छता कर्मचारी अशोक, रविंद्र कुमार, सुशील और सुमन ने एसडीएम मसूरी को पत्र लिखकर उनको पालिका के माउंट रोज और पालिका के अन्य आवासों में शिफ्ट करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि पुश्ता गिरने से मलबा व पत्थर उनके घरों में घुस गये थे. उनके घर पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं बड़ी मुश्किल से कर्मचारियों ने अपनी और अपने परिवार की जान भागकर बचाई. उन्होंने कहा कि पुश्ता गिरने से उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. घरों को ठीक करने में काफी समय लगेगा. उन्होंने एसडीएम से उनको जल्द अन्य सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करने की मांग की है.
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उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग का पुश्ता गिरने के बाद पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने स्वयं आकर क्षतिग्रस्त इलाके का निरीक्षण किया था. लेकिन दुर्भाग्यवश अभी तक उक्त स्थान से पत्थर और मलबा हटाने की कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से उनको आर्थिक रूप से भी मदद करने की मांग की है.