देहरादून: कोरोना संकट के बीच आरटीओ कार्यालय की तरफ से स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. ऐसे में नई व्यवस्था के तहत आईडीटीआर (इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च) झाझरा में ऑनलाइन अप्वॉइंटमेंट के जरिए बड़ी संख्या में लोगों ने लाइसेंस के लिए टेस्ट दिया. इस दौरान आवेदकों से टू व्हीलर और फोर व्हीलर दोनों के लिए ही ड्राइविंग टेस्ट लिए गए.
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आईडीटीआर में प्रतिदिन 40 लोगों का स्थायी लाइसेंस के लिए ड्राइविंग टेस्ट लेने की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही आवेदकों के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य किया गया है. वहीं, दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को देखते हुए आईडीटीआर चारपहिया वाहन मालिकों को अपने स्वयं के वाहन से आने और टेस्ट देने की अनुमति दी है. जबकि, सामान्य दिनों में इंस्टीट्यूट अपने वाहन के जरिए ही टेस्ट लेता था.
ये भी पढ़ें: 'ब्लैक गोल्ड' की बढ़ रही 'चमक', जानिए कैसे तय होती हैं तेल की कीमतें
ईटीवी भारत से बातचीत में आवेदकों ने कहा कि वे लंबे समय से अपना स्थायी लाइसेंस बनवाने के इंतजार में थे. लेकिन कोरोना और लॉकडाउन की वजह से लंबा इंतजार करना पड़ा है. लेकिन अब एक बार फिर नई व्यवस्थाओं के साथ ड्राइविंग टेस्ट शुरू हो चुके हैं, जिससे लोगों को काफी खुशी हो रही है.
आईडीटीआर में स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ आरटीओ देहरादून द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. जिन लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस की अवधि फरवरी 2020 में खत्म हो चुकी है और नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं कर सके हैं. ऐसे लोग भी 30 सितंबर से पहले लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं.