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MRI के लिए नहीं कटाने होगे प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर, दून हॉस्पिटल में होगी ये तीन जांच

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Published : Feb 15, 2022, 6:02 PM IST

Updated : Feb 15, 2022, 6:12 PM IST

MRI (मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग) के लिए मरीजों को अभी तक प्राइवेट हॉस्पिटलों के चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में अब MRI के साथ स्पायरोमेट्री (Spirometry) और ब्रोंकोस्कोपी (Broncoscopy) जांच भी अगले हफ्ते से शुरू होने जा रही है.

Doon Hospital
Doon Hospital

देहरादून: कोरोना के मामले कम होने के बाद एक बार फिर दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में सभी व्यवस्थाएं पहले की तरह चालू हो गई है. वहीं अगले हफ्ते से दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में MRI (मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग) की सुविधा भी शुरू होने जा रही है, जिसे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके साथ ही अस्पताल में पहली बार स्पायरोमेट्री (Spirometry) और ब्रोंकोस्कोपी (Broncoscopy) की जांच भी आगामी सप्ताह से शुरू हो रही है.

डॉक्टरों का कहना है कि इन दो जांचों का सबसे अधिक फायदा कोरोना से संक्रमित रहे मरीजों और सामान्य सहित बुजुर्ग मरीजों को मिलेगा. इन जांचों के लिए अब मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा. यह सुविधा शुरू होने से देहरादून सहित पहाड़ से इलाज के लिए दून आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी.

MRI के लिए नहीं कटाने होगे प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर

पढ़ें- मुस्लिम महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला, यति नरसिंहानंद को मिली जमानत

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केसी पंत ने बताया कि अस्पताल में अन्य सुविधाएं सामान्य तौर पर शुरू होने के बाद अगले सप्ताह से अस्पताल में MRI जांच की सेवा शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही अस्पताल को उपकरण मिलने के बाद चेस्ट फिजिशियन और कोविड नोडल अधिकारी डॉ अनुराग अग्रवाल की ओर से स्पायरोमेट्री (Spirometry) और ब्रोंकोस्कोपी (Broncoscopy) की जांच भी शुरू की जा रही है.

डॉ पंत ने बताया कि स्पायरोमेट्री (Spirometry) में फेफड़ों और लंग्स में हवा व सांस जाने के लिए जांच की जाती है. इसके साथ ही ब्रोंकोस्कोपी में यह जांच की जाती है कि छाती में कुछ फंसा तो नहीं है या अन्य किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं है.

डॉ केसी पंत ने बताया कि कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा दिक्कत मरीजों को सांस लेने या फेफड़ों से सम्बंधित हुई थी. इसलिए इन जांच के शुरू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. साथ ही इन जांचों के लिए पहले मरीजों को बाहर भेजा जाता था, लेकिन अब यह जांचें अस्पताल में ही उपलब्ध हो सकेंगी.

डॉ पंत ने बताया कि इसके साथ ही कोविड के केस कम होने के बाद ओपीडी सहित जांच और अन्य ऑपरेशन सुविधाओं को पूर्व की भांति ही शुरू कर दिया गया है. साथ ही किसी भी बीमारी का मरीज आता है, तो उसका ट्रीटमेंट कोविड सस्पेक्ट के तौर पर ही किया जाएगा.

देहरादून: कोरोना के मामले कम होने के बाद एक बार फिर दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में सभी व्यवस्थाएं पहले की तरह चालू हो गई है. वहीं अगले हफ्ते से दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में MRI (मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग) की सुविधा भी शुरू होने जा रही है, जिसे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके साथ ही अस्पताल में पहली बार स्पायरोमेट्री (Spirometry) और ब्रोंकोस्कोपी (Broncoscopy) की जांच भी आगामी सप्ताह से शुरू हो रही है.

डॉक्टरों का कहना है कि इन दो जांचों का सबसे अधिक फायदा कोरोना से संक्रमित रहे मरीजों और सामान्य सहित बुजुर्ग मरीजों को मिलेगा. इन जांचों के लिए अब मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा. यह सुविधा शुरू होने से देहरादून सहित पहाड़ से इलाज के लिए दून आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी.

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राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केसी पंत ने बताया कि अस्पताल में अन्य सुविधाएं सामान्य तौर पर शुरू होने के बाद अगले सप्ताह से अस्पताल में MRI जांच की सेवा शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही अस्पताल को उपकरण मिलने के बाद चेस्ट फिजिशियन और कोविड नोडल अधिकारी डॉ अनुराग अग्रवाल की ओर से स्पायरोमेट्री (Spirometry) और ब्रोंकोस्कोपी (Broncoscopy) की जांच भी शुरू की जा रही है.

डॉ पंत ने बताया कि स्पायरोमेट्री (Spirometry) में फेफड़ों और लंग्स में हवा व सांस जाने के लिए जांच की जाती है. इसके साथ ही ब्रोंकोस्कोपी में यह जांच की जाती है कि छाती में कुछ फंसा तो नहीं है या अन्य किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं है.

डॉ केसी पंत ने बताया कि कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा दिक्कत मरीजों को सांस लेने या फेफड़ों से सम्बंधित हुई थी. इसलिए इन जांच के शुरू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. साथ ही इन जांचों के लिए पहले मरीजों को बाहर भेजा जाता था, लेकिन अब यह जांचें अस्पताल में ही उपलब्ध हो सकेंगी.

डॉ पंत ने बताया कि इसके साथ ही कोविड के केस कम होने के बाद ओपीडी सहित जांच और अन्य ऑपरेशन सुविधाओं को पूर्व की भांति ही शुरू कर दिया गया है. साथ ही किसी भी बीमारी का मरीज आता है, तो उसका ट्रीटमेंट कोविड सस्पेक्ट के तौर पर ही किया जाएगा.

Last Updated : Feb 15, 2022, 6:12 PM IST
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