ऋषिकेश: मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में राम झूला पार्किंग (Ram Jhula Rishikesh) के शुल्क को लेकर सोमवार को ऑटो संचालकों ने खूब हंगामा किया (Auto driver protested). टेंपों संचालकों के हंगामे के कारण पार्किंग में खड़े अन्य वाहन भी बाहर नहीं निकल पाए. नौबत मारपीट तक पहुंच गई थी. मामला बढ़ा तो पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को जैसे-कैसे शांत कराया.
टेंपों संचालकों का आरोप है कि राम झूला पार्किंग का नया ठेकेदार उनसे दोगुना शुल्क वसूल रहा (protested against parking fee) है. इसी को लेकर ऑटो संचालकों ने वहां पर हंगामा किया. हालांकि बाद में ही इसी मुद्दे पर संचालक ही दो गुटों में बंट और आपस में बहस करने लगे, जिससे मामला और बढ़ गया. बात लात घूंसे और हाथपाई तक पहुंच गई. लेकिन किसी तरह पुलिस ने मामले को शांत कराया.
यूनियन अध्यक्ष सुनील कुमार का कहना है कि पिछले 40 सालों से राम झूला पार्किंग से ऑटो यूनियन संचालित हो रही है. आज तक कभी भी पार्किंग शुल्क को लेकर कोई विवाद नहीं हुई है, लेकिन आज विवाद का कारण ये है कि नया ठेकेदार उनसे पार्किंग शुल्क के नाम पर 47 रूपए ले रहा है, जो पहले से दोगुना है.
सुनील कुमार का कहना है कि पिछले दो सालों से कोरोना के कारण ऑटो संचालक घर पर बैठे हुए थे, जिससे उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. हालांकि इस बार उम्मीद है कि यात्रा सीजन में वे अपने पुराने नुकसान की भरपाई कर पाएंगे, लेकिन पार्किंग का ठेकेदार उनसे दो गुना शुल्क वसूलने पर लगा हुआ है, जिस कारण ये पूरा विवाद हुआ है.
वहीं, पार्किंग के नए ठेकेदार वैभव थपलियाल का कहना है कि उन्होंने पूरी पार्किंग का ठेका नगर पालिका मुनिकी रेती से लिया है. 30% जगह ऑटो ने घेरी हुई है. उसमें भी पार्किंग शुल्क न देने को लेकर संचालक हंगामा और गुंडागर्दी कर रहे हैं.
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि फिलहाल दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया है. नगरपालिका ने मामले को सुलझाने के लिए बैठक चल रही है. जल्द ही दोनों के बीच चल रहा विवाद खत्म हो जाएगा और बैठक में कोई बीच का रास्ता निकलेगा.