डोईवालाः इन दिनों सात समुंदर पार करके विदेशी पक्षी सूसवा नदी पहुंच रहे हैं. इससे सूसवा नदी गुलजार हो गई है. साइबेरियन पक्षियों के आने से यहां की रौनक काफी बढ़ गई है. प्रकृति प्रेमियों का कहना है कि पर्यावरण संतुलन के लिए पक्षियों का आना बेहद जरूरी है. पशु-पक्षियों के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है.
बता दें कि सात समुंदर पार करके साइबेरियन पक्षी डोईवाला की सूसवा नदी में डेरा डाले हैं. बड़ी संख्या में इन पक्षियों के आने से नदी का नजारा खूबसूरत दिखाई दे रहा है. प्रकृति प्रेमी भी इन पक्षियों के आने से काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. उनका कहना है कि पेड़-पौधे, पशु-पक्षियों के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. पशु-पक्षियों का रहना बेहद जरूरी है.
ये भी पढ़ेंः रैणी के बाद रुद्रप्रयाग के इस गांव पर बड़ा खतरा, चेते नहीं तो मिट जाएगा नामो निशान
वहीं, प्रकृति प्रेमी अश्विनी त्यागी ने बताया कि साइबेरियन पक्षी हर वर्ष कई सौ किलोमीटर की लंबी यात्रा करके सूसवा नदी में पहुंचते हैं. इनके आने से सूसवा नदी भी गुलजार रहती है. मनुष्य का जीवन पक्षियों के बिना अधूरा है. हमें इन पक्षियों की रक्षा करनी चाहिए. वहीं जो प्राकृतिक आपदाएं आ रही हैं उसके लिए हम ही दोषी हैं. इसके साथ ही पर्यावरण प्रेमी अश्विनी त्यागी ने बताया कि जिस प्रकार पेड़-पौधे हमारे लिए जरूरी हैं उसी प्रकार पशु-पक्षियों का रहना भी जरूरी है.
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता मोहित उनियाल ने बताया कि सूसवा नदी दूषित हो चुकी है. देहरादून की सारी गंदगी और सीवर का पानी नदी में डाला जा रहा है, जिससे पूरा पानी सीवर में तब्दील हो गया है. इस दूषित पानी की वजह से पशु-पक्षियों पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है.