देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल के बयान पर घमासान मच गया है. पार्टी के कई बड़े नेता उनके बयान का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कुंजवाल का नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह से पार्टी विरोधी बयान नहीं देना चाहिए.
धस्माना ने कहा कि कुंजवाल ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को लेकर जो बयान दिया है वो गैर जिम्मेदाराना है. श्रीनगर और बाजपुर नगर पालिका में चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में उन्हें इस तरह के पार्टी विरोधी बयान नहीं देने चाहिए. किसी व्यक्ति का इस्तीफा उसके विवेक पर निर्भर करता है. यदि किसी का विवेक यह कहता है कि उसे इस्तीफा दे देना चाहिए तो उस परिस्थिति में वो इस्तीफा दे सकता है. जिम्मेदार लोगों को पार्टी को आगे ले जाना है और मजबूती से खड़ा करना है.
इस समय कार्यकर्ताओं का जो मनोबल गिरा हुआ है उस मनोबल को जगाने की आवश्यकता है. प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में संगठन इन्हीं कामों को आगे बढ़ा रहा है. प्रीतम सिंह पार्टी को मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर रहे हैं. कुंजवाल को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था, जिससे पार्टी को क्षति पहुंचती हो.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से गोविंद सिंह कुंजवाल का पूर्वाग्रह है, इसलिए जब भी कोई कार्यक्रम सफल होता है तो उसके तत्काल बाद या पूर्व में वो इस तरह के अनर्गल बयान दे देते हैं. कुंजवाल एक बड़े नेता हैं और उन्होंने कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. उनके बयान से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है. इससे पहले भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में कुंजवाल ने गढ़वाल और कुमाऊं की बात कर दी थी. उस दौरान भी उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया था. h
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बता दें कि गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा था कि राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने बाद प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को भी सैद्धांतिक तौर पर इस्तीफा दे देना चाहिए.