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कांग्रेस में घमासान: सूर्यकांत धस्माना ने कुंजवाल को दी नसीहत, कहा- पार्टी विरोधी बयान से बचें

गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा था कि राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने बाद प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को भी सैद्धांतिक तौर पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

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Published : Jul 8, 2019, 8:48 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल के बयान पर घमासान मच गया है. पार्टी के कई बड़े नेता उनके बयान का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कुंजवाल का नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह से पार्टी विरोधी बयान नहीं देना चाहिए.

धस्माना ने कहा कि कुंजवाल ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को लेकर जो बयान दिया है वो गैर जिम्मेदाराना है. श्रीनगर और बाजपुर नगर पालिका में चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में उन्हें इस तरह के पार्टी विरोधी बयान नहीं देने चाहिए. किसी व्यक्ति का इस्तीफा उसके विवेक पर निर्भर करता है. यदि किसी का विवेक यह कहता है कि उसे इस्तीफा दे देना चाहिए तो उस परिस्थिति में वो इस्तीफा दे सकता है. जिम्मेदार लोगों को पार्टी को आगे ले जाना है और मजबूती से खड़ा करना है.

कांग्रेस में घमासान

पढ़ें- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे को लेकर पार्टी में फिर उठी आवाज, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल ने कही ये बात

इस समय कार्यकर्ताओं का जो मनोबल गिरा हुआ है उस मनोबल को जगाने की आवश्यकता है. प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में संगठन इन्हीं कामों को आगे बढ़ा रहा है. प्रीतम सिंह पार्टी को मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर रहे हैं. कुंजवाल को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था, जिससे पार्टी को क्षति पहुंचती हो.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से गोविंद सिंह कुंजवाल का पूर्वाग्रह है, इसलिए जब भी कोई कार्यक्रम सफल होता है तो उसके तत्काल बाद या पूर्व में वो इस तरह के अनर्गल बयान दे देते हैं. कुंजवाल एक बड़े नेता हैं और उन्होंने कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. उनके बयान से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है. इससे पहले भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में कुंजवाल ने गढ़वाल और कुमाऊं की बात कर दी थी. उस दौरान भी उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया था. h

पढ़ें- उत्तराखंडः UAE के प्रिंस प्रतिनिधि मो. अली पहुंचे भगवान तुंगनाथ के दरबार, दान की खास चीज

बता दें कि गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा था कि राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने बाद प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को भी सैद्धांतिक तौर पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल के बयान पर घमासान मच गया है. पार्टी के कई बड़े नेता उनके बयान का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कुंजवाल का नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह से पार्टी विरोधी बयान नहीं देना चाहिए.

धस्माना ने कहा कि कुंजवाल ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को लेकर जो बयान दिया है वो गैर जिम्मेदाराना है. श्रीनगर और बाजपुर नगर पालिका में चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में उन्हें इस तरह के पार्टी विरोधी बयान नहीं देने चाहिए. किसी व्यक्ति का इस्तीफा उसके विवेक पर निर्भर करता है. यदि किसी का विवेक यह कहता है कि उसे इस्तीफा दे देना चाहिए तो उस परिस्थिति में वो इस्तीफा दे सकता है. जिम्मेदार लोगों को पार्टी को आगे ले जाना है और मजबूती से खड़ा करना है.

कांग्रेस में घमासान

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इस समय कार्यकर्ताओं का जो मनोबल गिरा हुआ है उस मनोबल को जगाने की आवश्यकता है. प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में संगठन इन्हीं कामों को आगे बढ़ा रहा है. प्रीतम सिंह पार्टी को मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर रहे हैं. कुंजवाल को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था, जिससे पार्टी को क्षति पहुंचती हो.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से गोविंद सिंह कुंजवाल का पूर्वाग्रह है, इसलिए जब भी कोई कार्यक्रम सफल होता है तो उसके तत्काल बाद या पूर्व में वो इस तरह के अनर्गल बयान दे देते हैं. कुंजवाल एक बड़े नेता हैं और उन्होंने कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. उनके बयान से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है. इससे पहले भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में कुंजवाल ने गढ़वाल और कुमाऊं की बात कर दी थी. उस दौरान भी उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया था. h

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बता दें कि गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा था कि राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने बाद प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को भी सैद्धांतिक तौर पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

Intro: कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के बयान का पार्टी में विरोध शुरू हो गया है दरअसल कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि गोविंद सिंह कुंजवाल को इस तरह के पार्टी विरोधी बयान नहीं देने चाहिए।
summary- पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जोगेश्वर से विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने बयान दिया था कि आम चुनाव में मिली हार की नैतिक जिम्मेवारी भर लेते हुए राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, ऐसे में उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को भी हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की सलाह दी थी , जिसके बाद कांग्रेस पार्टी में ही उनके बयान का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि गोविंद सिंह कुंजवाल ने जो बयान दिया है वह गैर जिम्मेदाराना बयान है। पार्टी के किसी कार्यक्रम से पूर्व व बाद में वो इस तरह के अनर्गल बयान दे देते हैं जिससे पार्टी को क्षति पहुंचती है।


Body:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने गोविंद सिंह कुंजवाल के बयान का विरोध करते हुए कहा कि गोविंद सिंह कुंजवाल को इस तरह के पार्टी विरोधी बयान नहीं देने चाहिए थे जबकि उत्तराखंड में श्रीनगर और बाजपुर नगर पालिका में चुनाव होने जा रहे हैं, उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति का इस्तीफा उसके विवेक पर निर्भर करता है, यदि किसी का विवेक यह कहता है कि उसे इस्तीफा दे देना चाहिए तो उस परिस्थिति में वो इस्तीफा दे सकता है, लेकिन जिम्मेदार लोगों को पार्टी आगे ले जाने हैं और पार्टी को मजबूती से खड़ा करना है इस वक्त कार्यकर्ताओं का जो मनोबल गिरा हुआ है उस मनोबल को जगाने की आवश्यकता है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में संगठन इन्हीं कामों को आगे बढ़ा रहा है प्रीतम सिंह पार्टी को मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर रहे हैं ।सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कुंजवाल को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था, जिससे पार्टी को क्षति पहुंचती हो। उनका बयान एक गैर जिम्मेदाराना बयान है शायद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से गोविंद सिंह कुंजवाल का पूर्वाग्रह है, इसलिए जब भी कोई कार्यक्रम सफल होता है तो उसके तत्काल बाद या पूर्व में वह इस तरह के अनर्गल बयान दे देते हैं। उन्होंने गोविंद सिंह कुंजवाल को सलाह दी कि वो एक बड़े नेता हैं और जिन्होंने कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है। मगर उनके बयान से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है ।इससे पूर्व भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में कुंजवाल ने गढ़वाल और कुमाऊं की बात कर दी थी,उस दौरान भी उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया था। अभी बाजपुर और श्रीनगर में चुनाव चल रहे हैं ऐसे में चुनाव से ठीक एक दिन पूर्व गोविंद सिंह कुंजवाल का बयान पार्टी हित में नहीं है।

बाईट- सूर्यकांत धस्माना, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष


Conclusion: गौर है कि राहुल गांधी द्वारा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का भी कहना है कि शीर्ष पद संभाल रहे आम चुनावों मे मिली हार की नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए उन नेताओं को भी राहुल गांधी की तर्ज पर इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि नई उमंग नए जोश के साथ नए लोगों को मौका मिल सके। ऐसे में गोविंद सिंह कुंजवाल ने सलाह दी थी की प्रीतम सिंह को भी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। जिसके बाद कांग्रेस के भीतर ही गोविंद सिंह कुंजवाल के खिलाफ विरोध के स्वर मुखर हो गए हैं
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