देहरादून: आशुतोष से उसके दोस्त सन्नी ने मां के इलाज के लिए पहले कार मांगी और बाद में उसकी कार को बेच दिया. वहीं, आशुतोष ने सन्नी को कार वापस करने को कहा तो वह टालमटोल करने लगा, जिसपर आशुतोष को शक हुआ और उसने छानबीन की तो पता चला की सन्नी की मां बीमार नहीं है. जिसके बाद वह सन्नी के खिलाफ पटेलनगर थाने शिकायत दर्ज करने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने सिविल मामला बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया. जिसके बाद आशुतोष ने कोर्ट की शरण ली और कोर्ट के आदेश पर पटेलनगर थाने में मामला दर्ज किया गया. वहीं, अब पुलिस मामले की जांच जुट गई है.
मामले में आशुतोष चौहान निवासी चकमंशा ने बताया कि 5 अगस्त 2020 को सन्नी कुमार निवासी सहारनपुर ने मां के इलाज के लिए उससे कार मांगी थी. सनी ने आशुतोष को बताया कि उसकी मां को ऋषिकेश एम्स से दिल्ली एम्स रेफर किया गया है, इसलिए उसे कार चाहिए. जिसके बाद आशुतोष ने सन्नी को अपनी कार दे दी. वहीं, 3 दिन बीत जाने के बाद आशुतोष ने सन्नी को फोन कर कार वापस देने को कहा, जिसपर सन्नी ने पहले टाल मटोल किया और फिर बाद में उसका फोन उठाना बंद कर दिया.
ये भी पढ़ें: पिरान कलियर पहुंचे शाहनवाज हुसैन, दरगाह में चढ़ाई चादर
जिसके बाद आशुतोष ने शक होने पर एम्स ऋषिकेश में डॉक्टर से संपर्क किया तो पता चला कि सन्नी की मां का इलाज वहां हुआ ही नहीं है और ना ही उन्हें दिल्ली एम्स रेफर किया गया है. आशुतोष जब सन्नी के कमरे पर आ गया तो वह अपने कमरे से पहले से ही फरार हो चुका था. जिसके बाद आशुतोष थाना पटेलनगर गया. जहां पुलिस ने यह सिविल मामला बताकर उसे टाल दिया. जिसके बाद आशुतोष ने कोर्ट की शरण ली, अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.
पटेलनगर थाना प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद सन्नी और रोशन लाल के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.