देहरादून: सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के छात्रों की क्लास में उपस्थिति को लेकर 75 प्रतिशत की हाजिरी तय की है. अगर किसी छात्र की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम होगी तो उसे परीक्षा देने की इजाजत नहीं मिलेगी. हालांकि, बोर्ड ने वाजिब कारणों से छुट्टी लेने वाले छात्रों के मामले में अलग नियम रखा है.
सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया है. 15 फरवरी से बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी. वहीं, बोर्ड के छात्र-छात्राओं के लिए क्लास में 75 प्रतिशत उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है. जिससे क्लास में अनुपस्थित रहने वालों छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा. वहीं, 75 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति पूरी करने वालों छात्रों को ही एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा.
ये भी पढ़े: बर्फबारी का लेना चाहते हैं लुत्फ तो चकराता की वादियां बुला रहीं
वहीं, अगर कोई छात्र वाजिब कारण से स्कूल आने में असमर्थ होगा तो उसके लिए बोर्ड ने अलग नियम बनाए हैं. 75% हाजिरी पूरी नहीं करने पर छात्र द्वारा परीक्षा में शामिल होने के लिए बोर्ड के सामने अपना पक्ष रखा जा सकता है. बोर्ड का नियम है कि यदि 75% से कम हाजिरी वाला कोई छात्र है तो वह स्कूल प्रिंसिपल के सामने छुट्टियों की वजह बताकर एग्जाम में बैठने की परमिशन ले सकता है लेकिन, छुट्टियां बेहद ज्यादा होंगी तो छात्र को सीबीएसई के रीजनल डायरेक्टर के सामने डॉक्यूमेंट प्रस्तुत कर छुट्टी लेने की वजह बतानी होगी.
इसके अलावा दिल्ली में सीबीएसई बोर्ड के अधिकारियों के सामने पक्ष रखने का भी ऑप्शन खुला है. हालांकि, इन सब विकल्पों को देने के बावजूद भी सीबीएसई का मानना है कि वह कम उपस्थिति वाले छात्रों को एग्जाम में बैठाने के बिल्कुल भी पक्ष में नहीं है.