ETV Bharat / state

देहरादूनः डीएवी में ABVP का टूटा जीत का तिलिस्म, बागी निखिल शर्मा बने अध्यक्ष

डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी का 12 साल पुराना रिकार्ड टूट गया है. 12 साल से लगातार जीतने वाली एबीवीपी इस बार तीसरे स्थान पर टिक पाई. वहीं, महाविद्यालय के निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की.

डीएवी महाविद्यालय में ABVP का टूटा जीत का तिलिस्म.
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 9:46 PM IST

देहरादून: प्रदेश के तमाम महाविद्यालयों में एबीवीपी का दबदबा रहा हो. लेकिन, दून के सबसे बड़े कॉलेज डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी को सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा. हालत ये रही कि 12 साल से कॉलेज में अध्यक्ष पद जीतने वाली एबीवीपी इस बार तीसरे नंबर पर जा खिसकी. वहीं, डीएवी महाविद्यालय के निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की.

डीएवी महाविद्यालय में ABVP का टूटा जीत का तिलिस्म.

डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने लगातार 12 साल से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाने के बाद इस बार के चुनाव में तीसरा स्थान हासिल किया है. कॉलेज में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के बागी निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने जीत हासिल की है. निखिल को 1736 वोट पड़े तो दूसरे नंबर पर रही एनएसयूआई के प्रत्याशी को महज 1075 वोटों से ही संतुष्ट होना पड़ा. वहीं, इस बार सबसे ज्यादा हालत एबीवीपी की रही जो निर्दलीय प्रत्याशी के लगभग आधे वोट ही पा सके. एबीवीपी के प्रत्याशी सागर तोमर को महज 937 वोट ही मिले.

ये भी पढ़ें: राजकीय महाविद्यालय लक्सर में 4 सीटों पर ABVP का कब्जा, प्राची बनीं अध्यक्ष

डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी की इस हार को भाजपा की हार के रूप में भी देखा जा रहा है. यही नहीं गलत टिकट बंटवारे पर भी इस हार के बाद सवाल खड़े होने लगे हैं. हालांकि, अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने जीत पर खुशी जाहिर करते हुए इसे एबीवीपी के लिए एक सबक करार दिया है. साथ ही एबीवीपी द्वारा वापस बुलाए जाने पर संगठन के लिए काम करने की भी बात कही है.

सूबे के सबसे बड़े महाविद्यालय में महासचिव पद पर आर्यन ग्रुप का दबदबा तोड़ते हुए सत्यम ग्रुप ने जीत हासिल की है. इस पद पर नीरज चौहान ने जीत हासिल की और छात्रों के लिए काम करने की बात कही.

देहरादून: प्रदेश के तमाम महाविद्यालयों में एबीवीपी का दबदबा रहा हो. लेकिन, दून के सबसे बड़े कॉलेज डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी को सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा. हालत ये रही कि 12 साल से कॉलेज में अध्यक्ष पद जीतने वाली एबीवीपी इस बार तीसरे नंबर पर जा खिसकी. वहीं, डीएवी महाविद्यालय के निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की.

डीएवी महाविद्यालय में ABVP का टूटा जीत का तिलिस्म.

डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने लगातार 12 साल से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाने के बाद इस बार के चुनाव में तीसरा स्थान हासिल किया है. कॉलेज में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के बागी निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने जीत हासिल की है. निखिल को 1736 वोट पड़े तो दूसरे नंबर पर रही एनएसयूआई के प्रत्याशी को महज 1075 वोटों से ही संतुष्ट होना पड़ा. वहीं, इस बार सबसे ज्यादा हालत एबीवीपी की रही जो निर्दलीय प्रत्याशी के लगभग आधे वोट ही पा सके. एबीवीपी के प्रत्याशी सागर तोमर को महज 937 वोट ही मिले.

ये भी पढ़ें: राजकीय महाविद्यालय लक्सर में 4 सीटों पर ABVP का कब्जा, प्राची बनीं अध्यक्ष

डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी की इस हार को भाजपा की हार के रूप में भी देखा जा रहा है. यही नहीं गलत टिकट बंटवारे पर भी इस हार के बाद सवाल खड़े होने लगे हैं. हालांकि, अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने जीत पर खुशी जाहिर करते हुए इसे एबीवीपी के लिए एक सबक करार दिया है. साथ ही एबीवीपी द्वारा वापस बुलाए जाने पर संगठन के लिए काम करने की भी बात कही है.

सूबे के सबसे बड़े महाविद्यालय में महासचिव पद पर आर्यन ग्रुप का दबदबा तोड़ते हुए सत्यम ग्रुप ने जीत हासिल की है. इस पद पर नीरज चौहान ने जीत हासिल की और छात्रों के लिए काम करने की बात कही.

Intro:summary- उत्तराखंड में छात्र संख्या के लिहाज से सबसे बड़े कॉलेज डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी को सबसे बड़ी हार देखनी पड़ी... हालत यह रही कि 12 साल से कॉलेज में अध्यक्ष पद जीतने वाली एबीवीपी इस बार तीसरे नंबर पर जा खिसकी...

प्रदेशभर में एबीवीपी का भले ही तमाम महाविद्यालयों में दबदबा रहा हो... लेकिन डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी की अब तक की सबसे बड़ी हार हुई है... यहां एबीवीपी को 12 साल से काबिज रहने के बावजूद तीसरे नंबर पर रहना पड़ा....








Body:अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शायद ही डीएवी महाविद्यालय में इतनी शर्मनाक हार की कल्पना की होगी... लगातार 12 साल से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाए एबीवीपी इस बार अध्यक्ष पद पर तीसरे नंबर पर रही... कॉलेज में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के ही बागी निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने जीत हासिल की... निखिल को 1736 वोट पड़े तो दूसरे नंबर पर रही एनएसयूआई के प्रत्याशी को महज 1075 वोटों से ही संतुष्टि करनी पड़ी... इससे भी खराब हालत एबीवीपी की रही जो निर्दलीय प्रत्याशी से करीब आधे वोट ही पा सके... एबीवीपी के प्रत्याशी सागर तोमर को महज 937 वोट ही मिले.... डीएवी महाविद्यालय में एबीवीपी की इस हार को भाजपा की हार के रूप में भी देखा जा रहा है यही नहीं गलत टिकट बंटवारे पर भी इस हार के बाद सवाल खड़े होने लगे हैं। हालांकि अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी निखिल शर्मा ने जीत पर खुशी जाहिर करते हुए इसे एबीवीपी के लिए एक सबक करार दिया है साथ ही एबीवीपी द्वारा वापस बुलाए जाने पर संगठन के लिए काम करने की भी बात कही है।।।

बाइट निखिल शर्मा नवनिर्वाचित अध्यक्ष डीएवी महाविद्यालय

सूबे के सबसे बड़े महाविद्यालय में महासचिव पद पर आर्यन ग्रुप का दबदबा तोड़ते हुए सत्यम ग्रुप में जीत हासिल की है इस पद पर नीरज चौहान ने जीत हासिल की और छात्रों को इस जीत का आगरा बताते हुए कॉलेज में छात्रों के लिए काम करने की बात कही।


बाइट नीरज चौहान महासचिव डीएवी महाविद्यालय


Conclusion:अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की डीएवी में जीत के लिए बीजेपी ने भी एड़ी चोटी का जोर लगाया लेकिन कॉलेज में काम करने वाले छात्र नेताओं को दरकिनार कर कुछ चुनिंदा लोगों की पसंद के प्रत्याशी को टिकट देना एबीवीपी के लिए महंगा पड़ गया।।।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.