ETV Bharat / state

देहरादून: नियम विरुद्ध चलने वाले ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई, ये है कारण

देहरादून में नियमों के विरुद्ध चलने वाले ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आरटीओ प्रवर्तन ने निर्देश दिये हैं. साथ ही उन्होंने कहा ई रिक्शा अगर वर्जित सड़कों पर चलता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. वहीं, दूसरी ओर देहरादून में पुलिस अवैध झुग्गियों में रहने वाले लोगों के खिलाफ सत्यापन अभियान चलाने जा रही है.

author img

By

Published : Jul 22, 2022, 7:32 PM IST

Strict action will be taken against the e-rickshaw drivers running against the rules
नियमों के विरुद्ध चलने वाले ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

देहरादून: राजधानी में जब से ई रिक्शा का संचालन शुरू हुआ है, तब से ई-रिक्शा यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के लिए सिर दर्द बना हुआ है. यातायात पुलिस द्वारा इन ई-रिक्शा के लिए मुख्य मार्गों को छोड़कर निर्धारित सड़कें तय की गई है, लेकिन ई-रिक्शा संचालक अपनी मनमानी करते हुए मुख्य सड़कों पर सवारियों को ले जाने का काम करते हैं. परिवहन विभाग समय समय पर इस मामले में कार्रवाई करता है, लेकिन इस बार आरटीओ प्रवर्तन ने इंफोर्समेंट टीम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसे क्षेत्र जहा पुलिस ने ई-रिक्शा को चलने के वर्जित किया हुआ है, वहां हर दिन चक्कर लगाया जाए. साथ ही अगर कोई ई-रिक्शा उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.

बता दें कि 2017 में केंद्र सरकार की योजना के तहत शहर में ई-रिक्शा का पंजीकरण करना शुरू हुआ था. देखते ही देखते यह आंकड़ा हजारों में पहुंच गया. इन पर नियंत्रण न होने व झुंड के रूप में इनका संचालन शहर की मुख्य सड़कों पर होने से शहर जाम की भेंट चढ़ता चला गया. कड़ी मशक्कत व दो साल की कसरत के बाद सरकार ने अगस्त 2019 में ई-रिक्शा का संचालन मुख्य मार्गों पर प्रतिबंधित कर दिया. तब आदेश दिए थे कि यह सिर्फ गली-संपर्क मार्गों पर ही चल सकेंगे. प्रतिबंधित मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा की नो-एंट्री के बोर्ड लगाने एवं नो-एंट्री का समय सुबह आठ बजे से रात आठ बजे का तय करने को कहा गया, लेकिन ई-रिक्शा संचालक अपनी मनमानी करते हुए वर्जित सड़कों पर सवारी लेने का काम करते हैं. जिससे जाम की स्थिति बनती है.

पढ़ें- Exclusive: तो क्या इसलिए हटाए गए देहरादून DM और SSP? द्रौपदी मुर्मू से जुड़ा है मामला

आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया कि हरिद्वार में इसके कारण 35 से ज्यादा ई-रिक्शा सीज कर दिए गए हैं. देहरादून में भी 15 से 20 ई रिक्शा सीज किये गए हैं. हमारा यह अभियान लगातार चल रहा है और इसके सम्बंध सभी एआरटीओ को स्पष्ट निर्देश हैं कि उनके क्षेत्र में कहीं पर भी ई रिक्शा वर्जित सड़कों पर चलता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाये.

पढ़ें- एक साथ बदले गए देहरादून DM और SSP, सोनिका होंगी नई जिलाधिकारी, दलीप कुंवर नए कप्तान

अवैध झुग्गियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: वहीं, देहरादून में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों, आपराधिक प्रवृति के लोगों, चोरी, नशा तस्करी को अंजाम देने वाले लोगों की धरपकड़ के लिए एक्शन शुरू हो गया है. देहरादून एसएसपी ने अवैध झुग्गी झोपड़ियों को हटाने के साथ ही इन लोगों का सत्यापन करने की बात कही. एसएसपी ने बताया यह लोग अपराध करते हैं. इन पर नियंत्रण करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है,ताकि इस तरह के लोग यहां न रहे. एसएसपी ने कहा इस तरह की झुग्गियों में रहने वाले संदिग्ध लोगों का सत्यापन कराकर जिले से वापस भेजा जा रहा है. साथ ही आने वाले दिनों में समीक्षा की जाएगी और जिन थाना क्षेत्रों में झुग्गियां मिलेगी वहां के इंचार्ज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून: राजधानी में जब से ई रिक्शा का संचालन शुरू हुआ है, तब से ई-रिक्शा यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के लिए सिर दर्द बना हुआ है. यातायात पुलिस द्वारा इन ई-रिक्शा के लिए मुख्य मार्गों को छोड़कर निर्धारित सड़कें तय की गई है, लेकिन ई-रिक्शा संचालक अपनी मनमानी करते हुए मुख्य सड़कों पर सवारियों को ले जाने का काम करते हैं. परिवहन विभाग समय समय पर इस मामले में कार्रवाई करता है, लेकिन इस बार आरटीओ प्रवर्तन ने इंफोर्समेंट टीम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसे क्षेत्र जहा पुलिस ने ई-रिक्शा को चलने के वर्जित किया हुआ है, वहां हर दिन चक्कर लगाया जाए. साथ ही अगर कोई ई-रिक्शा उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.

बता दें कि 2017 में केंद्र सरकार की योजना के तहत शहर में ई-रिक्शा का पंजीकरण करना शुरू हुआ था. देखते ही देखते यह आंकड़ा हजारों में पहुंच गया. इन पर नियंत्रण न होने व झुंड के रूप में इनका संचालन शहर की मुख्य सड़कों पर होने से शहर जाम की भेंट चढ़ता चला गया. कड़ी मशक्कत व दो साल की कसरत के बाद सरकार ने अगस्त 2019 में ई-रिक्शा का संचालन मुख्य मार्गों पर प्रतिबंधित कर दिया. तब आदेश दिए थे कि यह सिर्फ गली-संपर्क मार्गों पर ही चल सकेंगे. प्रतिबंधित मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा की नो-एंट्री के बोर्ड लगाने एवं नो-एंट्री का समय सुबह आठ बजे से रात आठ बजे का तय करने को कहा गया, लेकिन ई-रिक्शा संचालक अपनी मनमानी करते हुए वर्जित सड़कों पर सवारी लेने का काम करते हैं. जिससे जाम की स्थिति बनती है.

पढ़ें- Exclusive: तो क्या इसलिए हटाए गए देहरादून DM और SSP? द्रौपदी मुर्मू से जुड़ा है मामला

आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया कि हरिद्वार में इसके कारण 35 से ज्यादा ई-रिक्शा सीज कर दिए गए हैं. देहरादून में भी 15 से 20 ई रिक्शा सीज किये गए हैं. हमारा यह अभियान लगातार चल रहा है और इसके सम्बंध सभी एआरटीओ को स्पष्ट निर्देश हैं कि उनके क्षेत्र में कहीं पर भी ई रिक्शा वर्जित सड़कों पर चलता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाये.

पढ़ें- एक साथ बदले गए देहरादून DM और SSP, सोनिका होंगी नई जिलाधिकारी, दलीप कुंवर नए कप्तान

अवैध झुग्गियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: वहीं, देहरादून में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों, आपराधिक प्रवृति के लोगों, चोरी, नशा तस्करी को अंजाम देने वाले लोगों की धरपकड़ के लिए एक्शन शुरू हो गया है. देहरादून एसएसपी ने अवैध झुग्गी झोपड़ियों को हटाने के साथ ही इन लोगों का सत्यापन करने की बात कही. एसएसपी ने बताया यह लोग अपराध करते हैं. इन पर नियंत्रण करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है,ताकि इस तरह के लोग यहां न रहे. एसएसपी ने कहा इस तरह की झुग्गियों में रहने वाले संदिग्ध लोगों का सत्यापन कराकर जिले से वापस भेजा जा रहा है. साथ ही आने वाले दिनों में समीक्षा की जाएगी और जिन थाना क्षेत्रों में झुग्गियां मिलेगी वहां के इंचार्ज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.