देहरादूनः उत्तराखंड में केएफडब्ल्यू विकास बैंक की मदद से गंगा को निर्मल बनाने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है. गंगा बेसिन राज्यों में पर्यावरण अनुकूल नगर विकास कार्यक्रम के जरिए शहरों के सीवर नेटवर्क को मजबूत बनाने पर काम किया जा रहा है. इसके तहत उत्तराखंड के 2 शहरों को चयनित किया गया है.
केएफडब्ल्यू या जर्मन विकास बैंक की मदद से करीब 900 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को राज्य सरकार आगे बढ़ाने जा रही है. बता दें कि भारत सरकार द्वारा गंगा बेसिन राज्यों के पर्यावरण अनुकूल नगर विकास कार्यक्रम को चलाया जा रहा है. इसके तहत विभिन्न नगरों को चयनित किया गया है. उत्तराखंड में भी करीब 31 शहरों के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसमें से दो शहरों का चयन किया गया है. हरिद्वार और ऋषिकेश 2 शहरों में एसटीपी प्लांट लगाए जाएंगे.
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बता दें कि प्रदेश में गंगा में अपशिष्ट पदार्थों को छोड़े जाने के मामले पर करीब 80% ऋषिकेश और हरिद्वार क्षेत्र को जिम्मेदार माना जाता है. ऐसे में इन दोनों शहरों को STP प्लांट के लिए चयनित किया गया है. इस कार्यक्रम के तहत जहां एक तरफ प्रत्येक परिवार को 135 लीटर पानी मिल पाएगा. वहीं, इन 2 शहरों से गंगा को स्वच्छ करने में यह कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा.
पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि यह परियोजना प्रदेश के लिए काफी अहम है. खासतौर पर गंगा नदी की स्वच्छता के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इससे लोगों को भी स्वच्छ जल मिल पाएगा.