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अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस: 19 साल के अमन रहमान का लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया बनने का सफर

डॉ. अमन रहमान वह नाम है जिसने महज 3 साल की उम्र में पहला एनीमेशन तैयार किया, 8 साल की उम्र में प्रोफेशनल लैक्चर देने की शुरुआत, महज 9 साल में बन गया था एनिमेटर लेक्चरर जिसके बाद बीबीसी लंदन ने लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से दी उपाधि, 11 साल की उम्र में ही कोलंबो की यूनिवर्सिटी ने दिया डॉक्टरेट की उपाधि, 12 साल की उम्र में गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड में सबसे छोटी उम्र के एनिमेटर के रूप में नाम दर्ज हुआ.

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Published : Oct 15, 2019, 3:53 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:08 PM IST

19 साल के अमन रहमान का लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया बनने का सफर.

देहरादून: अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के मौके पर आज हम आपको एक ऐसे छात्र की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने अपने स्कूल, अपने अध्यापक, अपने माता-पिता के साथ पूरे उत्तराखंड को देश-दुनिया में पहचान दिलाई है. जिस उम्र में बच्चे अक्षरों का ज्ञान सही से नहीं कर पाते, उस उम्र में देहरादून के रहने वाले अमन रहमान ने कामयाबी की वह इबारत लिख दी थी. विश्व विख्यात कंप्यूटर एनिमेटर अमन रहमान ने देश-विदेश के बड़े से बड़े शिक्षा संस्थानों में अपना झंडा बुलंद किया है. इतना ही नहीं, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दुनिया के सबसे छोटे एनिमेशन मेकर के रूप में दर्ज हैं.

19 साल के अमन रहमान का लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया बनने का सफर.

लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से पहचान बनाने वाले अमन रहमान की उपलब्धियों को लेकर ईटीवी भारत से उनसे खास बातचीत की है. दून निवासी मोटर मकैनिक मुजीबुर रहनाम के बेटे अमन रहमान का जन्म 26 जुलाई 2000 को हुआ था. अमन रहमान मात्र 3 साल के थे जब उनके पिता मुजीबुर रहनाम अमन के बड़े भाई वियान रहमान के लिए पुराना कंप्यूटर लेकर आए थे. इस दौरान बड़े भाई को कंप्यूटर में काम करता देख अमन कभी कभार कंप्यूटर में हाथ लगाने की कोशिश करता तो उसे परिवार द्वारा कंप्यूटर को हाथ न लगाने की सख्त हिदायत दी जाती थी. लेकिन जुनून के चलते अमन किसी तरह चोरी-छिपे कंप्यूटर चलाया करता था.

महज 3 साल की उम्र में अमन ने खुद-ब-खुद एक एनिमेटर बना डाला. अमर ने डांसिंग अल्फाबेट के रूप में ऐसा क्रिएटिविटी भरा एनिमेटर बनाया जिसे देखकर पूरा परिवार दंग रह गया. 3 साल की उम्र में इस तरह का कारनामा देख अमन के पिता ने उसे कंप्यूटर की क्लास में एडमिशन दिलाने की सोची लेकिन अमन की उम्र को देखते हुए कंप्यूटर संस्थानों ने अमन को एडमिशन नहीं दिया, जिसके बाद अमन घर पर रखे कंप्यूटर पर ही काम करना शुरू किया. धीरे-धीरे अमन एनिमेटर में कुछ ना कुछ बनाता गया जिससे उसकी प्रतिभा और निखरती गई. अपनी प्रतिभा के दम पर अमन महज 9 साल की उम्र में लेक्चरर बन गया. साथ ही अमर ने एनिमेटर में ऐसी महारत हासिल कर ली जिसके बल पर उनकी उपलब्धि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गई. जिसके बाद 11 साल की उम्र में अमन को श्रीलंका के कोलंबो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया.

एनिमेशन की दुनिया में एक के बाद एक कारनामे करने के बाद अमन रहमान को भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल सहित देश के नामी-गिरामी हस्तियों द्वारा सम्मानित किया गया. जिसके बाद महज 11 वर्ष की उम्र में अमन रहमान ने एनिमेटर के विषय में बीएससी की एनिमेशन डिग्री भी हासिल कर ली. वर्तमान में अमन रहमान को एनिमेशन विषय को लेकर उनको देश दुनिया में इतनी सम्मान और उपलब्धियां मिल चुके हैं. जिन्हें रखने के लिए उनके घर में जगह कम पड़ गई है. अमन आज एनिमेशन के जरिए कई जन जागरूकता अभियान में भी हिस्सेदारी कर रहे हैं. अमन वाटर कंजर्वेशन, फारेस्ट कंजर्वेशन, ट्रेफिक अवेयरनेस, गंगा एनवायरनमेंट, वोटिंग राइट्स, ग्लोबल वार्मिंग, प्लास्टिक मुक्त भारत जैसे कई विषयों पर एनिमेशन के जरिए जन जागरूकता कर रहे हैं.

बता दें कि अमन का एनिमेशन लेक्चरार बनने का सफर बड़े इत्तेफाक के साथ शुरू हुआ था. एक दिन जब वह कोचिंग क्लास में बैठा था. तभी उनके टीचर कुछ देर के लिए क्लास से बाहर गए. इसी दौरान अमन ने अपनी तमन्ना पूरी करते हुए अपनी क्लास में एनिमेशन को लेकर पढ़ाना शुरू कर दिया. जिसके बाद सभी उसके ज्ञान को देखकर दंग रह गए. इस कोशिश के बाद महज 8 साल की उम्र से अमन रहमान ने एनिमेशन को लेकर प्रोफेशनल लेक्चर देना शुरू कर दिया. वर्तमान समय में 19 साल की उम्र में आज अमन देश के शिक्षण संस्थानों में एनिमेशन विषय में नई से नई जानकारियों को लेकर लेक्चर देते हैं.

आइए एक नजर डालतें हैं अमर रहमान की मुख्य उपलब्धियों पर

अमन रहमान का जन्म 26 जुलाई 2000 को देहरादून में मोटर मकैनिक के घर हुआ. 3 साल की उम्र में उन्होंने पहला एनिमेशन तैयार किया. 8 साल की कम उम्र में अमन रिमांड प्रोफेशनल लेक्चरर देना शुरू किया. 9 साल की उम्र में बीबीसी लंदन द्वारा अमन रहमान को लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया की उपाधि दी गई. जिसके बाद 11 साल उम्र में अमन रहमान ने एनिमेशन विषय में सबसे कम उम्र में एनिमेटर की ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. जिसके बाद श्रीलंका के कोलंबो स्थित ओपन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने अमन रहमान को डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया. जिसके बाद 12 साल की छोटी सी उम्र में अमन रहमान दुनिया का सबसे कम उम्र का एनिमेटर बना. जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ.

ये भी पढ़े: सुपरस्टार रजनीकांत पहुंचे बाबा केदारनाथ धाम, पूजा मेंं हुए शामिल

अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के मौके पर अभिभावकों को सलाह देते हुए दुनिया में लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से पहचान बनाने वाले अमन रहमान ने बताया कि आज वह जिस भी मुकाम पर है, अपने पिता के सहयोग की वजह से हैं. ऐसे में वह आज सभी बच्चों और युवाओं के माता-पिता से यही अपील करते हैं कि जब भी उनके बच्चे किसी भी विषय में काम करना चाहता है उन्हें प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाएं कभी भी उनकी योग्यता को कम न आंकें.

देहरादून: अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के मौके पर आज हम आपको एक ऐसे छात्र की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने अपने स्कूल, अपने अध्यापक, अपने माता-पिता के साथ पूरे उत्तराखंड को देश-दुनिया में पहचान दिलाई है. जिस उम्र में बच्चे अक्षरों का ज्ञान सही से नहीं कर पाते, उस उम्र में देहरादून के रहने वाले अमन रहमान ने कामयाबी की वह इबारत लिख दी थी. विश्व विख्यात कंप्यूटर एनिमेटर अमन रहमान ने देश-विदेश के बड़े से बड़े शिक्षा संस्थानों में अपना झंडा बुलंद किया है. इतना ही नहीं, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दुनिया के सबसे छोटे एनिमेशन मेकर के रूप में दर्ज हैं.

19 साल के अमन रहमान का लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया बनने का सफर.

लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से पहचान बनाने वाले अमन रहमान की उपलब्धियों को लेकर ईटीवी भारत से उनसे खास बातचीत की है. दून निवासी मोटर मकैनिक मुजीबुर रहनाम के बेटे अमन रहमान का जन्म 26 जुलाई 2000 को हुआ था. अमन रहमान मात्र 3 साल के थे जब उनके पिता मुजीबुर रहनाम अमन के बड़े भाई वियान रहमान के लिए पुराना कंप्यूटर लेकर आए थे. इस दौरान बड़े भाई को कंप्यूटर में काम करता देख अमन कभी कभार कंप्यूटर में हाथ लगाने की कोशिश करता तो उसे परिवार द्वारा कंप्यूटर को हाथ न लगाने की सख्त हिदायत दी जाती थी. लेकिन जुनून के चलते अमन किसी तरह चोरी-छिपे कंप्यूटर चलाया करता था.

महज 3 साल की उम्र में अमन ने खुद-ब-खुद एक एनिमेटर बना डाला. अमर ने डांसिंग अल्फाबेट के रूप में ऐसा क्रिएटिविटी भरा एनिमेटर बनाया जिसे देखकर पूरा परिवार दंग रह गया. 3 साल की उम्र में इस तरह का कारनामा देख अमन के पिता ने उसे कंप्यूटर की क्लास में एडमिशन दिलाने की सोची लेकिन अमन की उम्र को देखते हुए कंप्यूटर संस्थानों ने अमन को एडमिशन नहीं दिया, जिसके बाद अमन घर पर रखे कंप्यूटर पर ही काम करना शुरू किया. धीरे-धीरे अमन एनिमेटर में कुछ ना कुछ बनाता गया जिससे उसकी प्रतिभा और निखरती गई. अपनी प्रतिभा के दम पर अमन महज 9 साल की उम्र में लेक्चरर बन गया. साथ ही अमर ने एनिमेटर में ऐसी महारत हासिल कर ली जिसके बल पर उनकी उपलब्धि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गई. जिसके बाद 11 साल की उम्र में अमन को श्रीलंका के कोलंबो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया.

एनिमेशन की दुनिया में एक के बाद एक कारनामे करने के बाद अमन रहमान को भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल सहित देश के नामी-गिरामी हस्तियों द्वारा सम्मानित किया गया. जिसके बाद महज 11 वर्ष की उम्र में अमन रहमान ने एनिमेटर के विषय में बीएससी की एनिमेशन डिग्री भी हासिल कर ली. वर्तमान में अमन रहमान को एनिमेशन विषय को लेकर उनको देश दुनिया में इतनी सम्मान और उपलब्धियां मिल चुके हैं. जिन्हें रखने के लिए उनके घर में जगह कम पड़ गई है. अमन आज एनिमेशन के जरिए कई जन जागरूकता अभियान में भी हिस्सेदारी कर रहे हैं. अमन वाटर कंजर्वेशन, फारेस्ट कंजर्वेशन, ट्रेफिक अवेयरनेस, गंगा एनवायरनमेंट, वोटिंग राइट्स, ग्लोबल वार्मिंग, प्लास्टिक मुक्त भारत जैसे कई विषयों पर एनिमेशन के जरिए जन जागरूकता कर रहे हैं.

बता दें कि अमन का एनिमेशन लेक्चरार बनने का सफर बड़े इत्तेफाक के साथ शुरू हुआ था. एक दिन जब वह कोचिंग क्लास में बैठा था. तभी उनके टीचर कुछ देर के लिए क्लास से बाहर गए. इसी दौरान अमन ने अपनी तमन्ना पूरी करते हुए अपनी क्लास में एनिमेशन को लेकर पढ़ाना शुरू कर दिया. जिसके बाद सभी उसके ज्ञान को देखकर दंग रह गए. इस कोशिश के बाद महज 8 साल की उम्र से अमन रहमान ने एनिमेशन को लेकर प्रोफेशनल लेक्चर देना शुरू कर दिया. वर्तमान समय में 19 साल की उम्र में आज अमन देश के शिक्षण संस्थानों में एनिमेशन विषय में नई से नई जानकारियों को लेकर लेक्चर देते हैं.

आइए एक नजर डालतें हैं अमर रहमान की मुख्य उपलब्धियों पर

अमन रहमान का जन्म 26 जुलाई 2000 को देहरादून में मोटर मकैनिक के घर हुआ. 3 साल की उम्र में उन्होंने पहला एनिमेशन तैयार किया. 8 साल की कम उम्र में अमन रिमांड प्रोफेशनल लेक्चरर देना शुरू किया. 9 साल की उम्र में बीबीसी लंदन द्वारा अमन रहमान को लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया की उपाधि दी गई. जिसके बाद 11 साल उम्र में अमन रहमान ने एनिमेशन विषय में सबसे कम उम्र में एनिमेटर की ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. जिसके बाद श्रीलंका के कोलंबो स्थित ओपन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने अमन रहमान को डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया. जिसके बाद 12 साल की छोटी सी उम्र में अमन रहमान दुनिया का सबसे कम उम्र का एनिमेटर बना. जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ.

ये भी पढ़े: सुपरस्टार रजनीकांत पहुंचे बाबा केदारनाथ धाम, पूजा मेंं हुए शामिल

अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के मौके पर अभिभावकों को सलाह देते हुए दुनिया में लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से पहचान बनाने वाले अमन रहमान ने बताया कि आज वह जिस भी मुकाम पर है, अपने पिता के सहयोग की वजह से हैं. ऐसे में वह आज सभी बच्चों और युवाओं के माता-पिता से यही अपील करते हैं कि जब भी उनके बच्चे किसी भी विषय में काम करना चाहता है उन्हें प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाएं कभी भी उनकी योग्यता को कम न आंकें.

Intro:pls नोट- डेस्क महोदय, इस स्पेशल स्टोरी के विजुअल और one to one लाइव यू 08 से भेजे गए हैं। फ़ाइल- "Animator Master"

summary-विश्व विद्यार्थी दिवस-यह नन्हा विद्यार्थी महज 9 साल में बन गया था एनिमेटर लेक्चरर, 3 साल की उम्र में पहला एनीमेशन तैयार किया, 8 साल की उम्र में प्रोफेशनल इंजेक्शन देने की हुई शुरुआत, महज 9 साल की उम्र में बीबीसी लंदन ने लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से दी उपाधि, 11 साल की उम्र में ही कोलंबो की यूनिवर्सिटी ने दिया डॉक्टरेट की उपाधि, 12 साल की उम्र में गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड में हुआ सबसे छोटी उम्र का एनिमेटर।

देहरादून- अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के मौके पर आज हम आपको एक ऐसे छात्र की कहानी बताने जा रहे हैं जिस छात्र नाना केबल अपने स्कूल अपने अध्यापक का नाम रोशन किया बल्कि माता-पिता के साथ पूरे उत्तराखंड को देश-दुनिया में वह पहचान दिलाई जो जिसको पाने का सपना हर होनहार छात्र देखता हैं। जिस उम्र में बच्चे अक्षरों का ज्ञान सही से नहीं कर पाते, उस उम्र में देहरादून के रहने वाले अमन रहमान ने कामयाबी की वह इबारत लिख दी थी जिस तक पहुंचने में किसी को भी वर्षो लग जाते हैं। देहरादून के विश्व विख्यात कंप्यूटर एनिमेटर अमन रहमान ने ना केवल भारत के बड़े शिक्षा संस्थानों में अपना झंडा बुलंद किया, बल्कि देश विदेश के शिक्षा संस्थान उनका नाम आज दुनियां के सबसे छोटे एनिमेशन मेकर के रूप में गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। आइए हम आपको लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से पहचान बनाने वाले अमन रहमान को उपलब्धियों के विषय मे आपको सिलसिलेवार अमन रहमान के ही जुबां से बताते हैं।


Body:देहरादून के गांधी पार्क के सामने मोटर मकैनिक के पुत्र अमन रहमान का जन्म 26 जुलाई सन 2000 को हुआ। अमन रहमान मैच 3 साल के थे जब उनके पिता घर पर अमन के बड़े भाई के लिए पुराना कंप्यूटर लेकर आए, बड़े भाई को कंप्यूटर में काम करता था देख अमन कभी कबार कंप्यूटर में हाथ लगाने की कोशिश करता है तो उसे पिता और परिवार द्वारा डांट कर कंप्यूटर को हाथ न लगाने की सख्त हिदायत दी जाती थी। उधर धीरे-धीरे किसी तरह से चोरी-छिपे अमन कंप्यूटर में अपना हाथ चलाता गया और महज 3 साल की उम्र में उसने खुद-ब-खुद एक एनिमेटर बना डाला। अमर ने डांसिंग अल्फाबेट के रूप में ऐसा क्रिएटिविटी भरा एनिमेटर बनाया जिसको देखकर पूरे परिवार दंग रह गए। 3 साल की उम्र में इस तरह का कारनामा देख उनके पिता ने उन्हें कंप्यूटर की क्लासेस में एडमिशन के लिए ले जाने की सोची लेकिन कंप्यूटर संस्थान में उनकी उम्र को देखकर एडमिशन नहीं दिया गया। इधर अमन की प्रतिभा को देखते हुए उसने खुद ही अपने पिता की दिल आए हुए कंप्यूटर में काम करना शुरू किया। देखते ही देखते अमन एनिमेटर में कुछ ना कुछ ऐसा बनाता गया जिससे उसकी प्रतिभा निखरती गई।


अमन रहमान की प्रतिभा ने उनको महज 9 साल सबसे कम उम्र की लेक्चरर बना दिया। इतना ही नहीं अमर की एनिमेटर में ऐसी महारत हासिल होती गई कि उसके बाद उनकी उपलब्धि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गई। 11 साल की उम्र में अमन को श्रीलंका के को कोलंबो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।


11 वर्ष में ग्रेजुएट की डिग्री अमन में दिखा गजब की प्रतिभा

एनिमेशन की दुनिया में एक के बाद एक कारनामे करने के बाद अमन रहमान को भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम व प्रतिभा पाटिल सहित देश के नामी-गिरामी हस्तियों से तरह तरह से सम्मानित किया गया। महज 11 वर्ष की उम्र में अमन रहमान ने एनिमेटर के विषय में बीएससी की एनिमेशन डिग्री भी हासिल कर ली।

एनिमेशन के जरिए जन जागरूकता में भी अमन की भागीदारी बड़ी

वर्तमान में अमन रहमान को एनिमेशन विषय को लेकर उनको देश दुनिया में इतनी सम्मान और उपलब्धियां मिल चुके हैं। जिन्हें रखने के लिए उनके घर में जगह कम पड़ गई है। अमन आज एनिमेशन के जरिए कई जन जागरूकता अभियान में भी हिस्सेदारी कर एनिमेशन बनाकर जनता को जगाने का काम कर रहे हैं। अमन अपने एनिमेशन के जरिए वाटर कंजर्वेशन, फारेस्ट कंजर्वेशन, ट्रेफिक अवेयरनेस, गंगा एनवायरनमेंट, वोटिंग राइट्स, ग्लोबल वार्मिंग, प्लास्टिक मुक्त भारत जैसे कई विषयो पर एनिमेशन के जरिए जन जागरूकता कर रहे हैं।

अमन एनिमेशन लेक्चरर बनने का सफर बड़े इत्तेफाक के साथ शुरू हुआ एक दिन जब वह कोचिंग क्लास में बैठा हुआ था तभी उनके टीचर कुछ देर के लिए बाहर गए, और इसी दौरान अमन ने अपनी तमन्ना को पूरा करते हो जैसे ही अपनी क्लास में एनिमेशन को लेकर पढ़ाना शुरू किया तो सभी उनकी ज्ञान को देखकर दंग रह गए। इसी कोशिश के बाद महज 8 साल की उम्र से अमन रहमान ने एनिमेशन को लेकर प्रोफेशनल लेक्चर देना शुरू कर दिया। वर्तमान समय में 19 साल की उम्र में आज अमन देश के शिक्षण संस्थानों में एनिमेशन विषय को लेकर नया से नया जानकारियों को लेक्चर देते हैं।


Conclusion:एक नजर अमर रहमान की मुख्य उपलब्धियों पर


अमन रहमान का जन्म 26 जुलाई 2000 को देहरादून में मोटर मकैनिक के घर हुआ।
3 साल की उम्र में उन्होंने पहला एनिमेशन तैयार किया।
8 साल की कम उम्र में अमन रिमांड प्रोफेशनल लेक्चरर देना शुरू किया।
9 साल की उम्र में बीबीसी लंदन द्वारा अमन रहमान को लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया की उपाधि दी गई।
11 साल की छोटी सी उम्र में अमन रहमान ने एनिमेशन विषय में सबसे कम उम्र में एनिमेटर की ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
11 साल की छोटी सी उम्र में ही श्रीलंका के कोलंबो स्थित ओपन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने अमन रहमान को डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया।
12 साल की छोटी सी उम्र में अमन रहमान दुनिया का सबसे कम उम्र का एनिमेटर बना जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।

अमन रहमान की अभिभावकों को सलाह

दुनिया में लिटिल बिल गेट्स ऑफ इंडिया के नाम से पहचान बनाने वाले अमन रहमान का मानना है कि, आज वह जिस भी मुकाम पर है, अपने पिता के सहयोग की वजह से हैं। ऐसे में वह आज सभी बच्चों और युवाओं के माता-पिता से यही अपील करते हैं कि जब भी उनका बच्चा किसी भी विषय में काम करना चाहता है उन्हें प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाएं कभी भी उनकी योग्यता को कम ना आँके।

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अमन रहमान (एनिमेशन मास्टर)
Last Updated : Oct 16, 2019, 1:08 PM IST
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