विकासनगर: कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर जजरेट की पहाड़ी से बिन बरसात पत्थर गिरने से दुपहिया वाहन व चौपहिया वाहन चालकों को खतरा बना रहता है. इस मार्ग से आए दिन सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है तो चकराता घूमने आने वाले पर्यटकों को भी इस पहाड़ी से पत्थर गिरने का खौफ बना रहता है. इसके बावजूद संबंधित विभाग और प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है.
बता दें कि, कई बार कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर जजरेड पहाड़ी के पास पत्थर गिरने से दुपहिया वाहन भी चोटिल होते हैं. तो वहीं कहीं वाहन बड़े-बड़े बिल्डरों की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त भी हुए हैं. लेकिन न तो सरकार इस ओर कोई ध्यान दे रही हैं और न ही विभाग कोई स्थाई समाधान ढूंढ पा रहा है.
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स्थानीय निवासी टीकम सिंह ने बताया कि जजरेड पहाड़ी कई वर्षों से मार्ग को क्षतिग्रस्त कर रही है. बरसात में तो पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिरता ही है. लेकिन इस मार्ग में लगातार पत्थर गिरते रहते हैं. जिस कारण यहां के लोगों को दुर्घटना का भय बना रहता है. सरकार व विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. जबकि, बरसात में लोक निर्माण विभाग सहिया द्वारा दो जेसीबी मशीन लगाकर लाखों रुपए का बजट ठिकाने लगाया जाता है.
उन्होंने बताया कि सरकार को चाहिए कि जजरेड पहाड़ी का स्थाई समाधान हो. ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सकें. वहीं, स्थानीय निवासी परम सिंह ने बताया कि कई बार यहां दुर्घटनाएं हो चुकी है. कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं. यहां पर सरकार को या तो पूल बनाना चाहिए या तारजाल से स्लाइडिंग रोकनी चाहिए ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके.