देहरादून: एसटीएफ ने 9 अगस्त 2019 को स्कैम धोखाधड़ी करने के मामले में नाइजीरियन गैंग के मनोज कुमार और लाल मल स्वामी को गिरफ्तार किया था. इस मामले में लगातार जांच कर रही पुलिस ने गैंग की मुख्य भूमिका निभाने वाली महिला नजनो यन्थान को महिपालपुर नई दिल्ली से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ महिला के कब्जे से कई मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, पेन कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. गैंग की मुख्य आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि वह नाइजीरियन स्कैम बैंक से जुड़ी हुई है. उसके ग्रुप में 6 से 7 नाइजीरियन काम कर रहे हैं.
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ऐसे होता है स्कैम का संचालन
आरोपी महिला ने बताया कि पुलिस और सर्विलांस की नजर से बचने के लिए इनके द्वारा एक नया तरीका इजाद किया गया है. जिसमें कुछ नाइजीरियन जो पहले भारत में रहकर अपराध करते थे और अब विदेश में रहकर ही अपराधिक गतिविधियों का संचालन व सहयोग कर रहे हैं. ग्रुप का पूरा संचालन जैसे कि विदेशी नंबरों से कॉल करना, ईमेल भेजना, व्हाट्सएप करने का कार्य कर रहे हैं. दूसरी ओर इनके अपराधिक साथी जो भारत में रह रहे हैं, उनका मोबाइल नंबर लोगों को भारत में विदेशी कंपनी के एजेंट के रूप में उपलब्ध कराते हैं.
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इसके बाद पैसों के लेनदेन का खेल शुरू होता है. जिसके लिए अधिकतर महिलाओं के फोन नंबर का प्रयोग किया जाता है जिससे कस्टमर महिलाओं से बात करके उनसे संतुष्ट हो जाए. एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि नाइजीरियन अपराधी भारत में भी व्हाट्सएप को अपने विदेशी नंबर से ही चलाते हैं. जिसके चलते उनको ट्रेस करना मुश्किल होता है. जिनकी एटीएम लिमिट और ऑनलाइन परचेज लिमिट ज्यादा होती है उन एटीएम कार्ड क्रेडिट कार्ड सहित बैंक खातों के एवज में आरोपियों को अच्छा पैसा मिलता है.
उन्होंने बताया कि नाइजीरियन गैंग से जुड़ी महिलाएं अधिकतर मिशनरी चैरिटी सेंटर और चर्च आदि स्थानों पर आना जाना ज्यादा रखते हैं. जिससे यहां पर आसानी से लोगों को फसाया जाता है. इस गैंग से कई लाख रुपयों की धोखाधड़ी किए जाने के साक्ष्य भी मिले हैं. मामले में जांच जारी है.