देहरादून: पूर्व विधायक और कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार ने त्रिवेंद्र सरकार पर अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों के लिए चलाई गई योजनाओं का त्रिवेंद्र सरकार क्रियान्वयन ठीक से नहीं कर पा रही है, जिसका खामियाजा अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों को उठाना पड़ रहा है.
पूर्व विधायक राजकुमार ने कांग्रेस भवन में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में छात्रवृत्ति समय पर न मिल पाने के कारण छात्रों को संस्थान और विद्यालयों से निकाला जा रहा है. जिस कारण छात्रों का भविष्य अंधकार में चला गया और उसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की है.
राजकुमार का कहना है कि साल 2019- 20 की अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं को वर्तमान तक छात्रवृत्ति नहीं मिली है, इससे विद्यार्थियों को पठन-पाठन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार शीघ्र छात्रवृत्ति जारी करें.
उन्होंने बताया कि प्राइमरी स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक 600 रुपए और कक्षा 6 से कक्षा 8 तक 900 रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है, जो नाकाफी है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं के हितों के लिए छात्रवृत्ति को सरकार को बढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही राजकुमार ने समाज कल्याण विभाग से जारी की जाने वाली वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन पात्र लोगों को समय पर न मिलने पर नाराजगी जाहिर की है.
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उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल समीक्षा करते हुए इस में शीघ्र सुधार करना चाहिए. राजकुमार का यह भी कहना है कि अनुसूचित जाति और विधवा महिलाओं की पुत्रियों के विवाह के लिए समाज कल्याण विभाग में काफी समय से धनराशि जारी नहीं की है. पात्र लोगों को शीघ्र धनराशि जारी की जाए.