ETV Bharat / state

आंचल मिल्क बूथ खोलने पर मिलेगी 20% की सब्सिडी, जल्द लें योजना का लाभ

आंचल मिल्क बूथ स्थापित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा 20% की सब्सिडी दी जाएगी. आंचल मिल्क बूथ योजना के तहत प्रदेश के सभी जनपदों के शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मिल्क बूथ स्थापित किए जाने हैं.

anchal milk booth dehradun news
आंचल मिल्क बूथ को स्थापित करने में सरकार करेगी मदद.
author img

By

Published : Oct 27, 2020, 10:59 AM IST

देहरादून: प्रदेश के लोगों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़कर स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए आंचल मिल्क बूथ योजना शुरू की गई है. इस योजना के तहत प्रदेश भर में लगभग 500 आंचल मिल्क बूथ स्थापित किए जाएंगे. इन मिल्क बूथों को स्थापित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा 20% की सब्सिडी भी दी जाएगी.

आंचल मिल्क बूथ को स्थापित करने में सरकार करेगी मदद.
गौरतलब है कि आंचल मिल्क बूथ योजना के तहत प्रदेश के सभी जनपदों के शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मिल्क बूथ स्थापित किए जाने हैं. इसके तहत दीपावली से पहले देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल और प्रदेश के अन्य जनपदों में नए आंचल मिल्क बूथ खोले जाने की तैयारियां की जा रही हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए दुग्ध विकास विभाग के संयुक्त निदेशक जयदीप अरोड़ा ने बताया कि एक आंचल मिल्क बूथ को खोले जाने में 2 लाख रुपये तक का खर्च आएगा, जिसमें सरकार की ओर से 20% की सब्सिडी दी जाएगी.

यह भी पढे़ं-CM त्रिवेंद्र परखेंगे मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट, जानिए विभागवार समीक्षा के कार्यक्रम

वहीं आंचल मिल्क बूथ योजना से जुड़ने के लिए इच्छुक युवाओं के लिए प्रदेश में मौजूद सभी दुग्ध संघों में आवेदन पत्र उपलब्ध हैं. इस योजना से वह व्यक्ति भी जुड़ सकता है जिसके पास बूथ खोलने के लिए अपनी जमीन या दुकान नहीं है. इस स्थिति में विभाग की ओर से संबंधित व्यक्ति को आंचल मिल्क बूथ खोल कर दिया जाएगा. संबंधित व्यक्ति को 2600 रुपये प्रति माह दुग्ध विकास विभाग को किराए के तौर पर देने होंगे. इसके साथ ही बूथ संचालन का कार्य शुरू करने से पहले व्यक्ति को एक अनुबंध पर भी हस्ताक्षर करने होंगे. जिसमें अगले 7 सालों तक सिर्फ आंचल डेरी द्वारा निर्मित उत्पादों को ही बूथ में बेचने की शर्त है.

देहरादून: प्रदेश के लोगों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़कर स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए आंचल मिल्क बूथ योजना शुरू की गई है. इस योजना के तहत प्रदेश भर में लगभग 500 आंचल मिल्क बूथ स्थापित किए जाएंगे. इन मिल्क बूथों को स्थापित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा 20% की सब्सिडी भी दी जाएगी.

आंचल मिल्क बूथ को स्थापित करने में सरकार करेगी मदद.
गौरतलब है कि आंचल मिल्क बूथ योजना के तहत प्रदेश के सभी जनपदों के शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मिल्क बूथ स्थापित किए जाने हैं. इसके तहत दीपावली से पहले देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल और प्रदेश के अन्य जनपदों में नए आंचल मिल्क बूथ खोले जाने की तैयारियां की जा रही हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए दुग्ध विकास विभाग के संयुक्त निदेशक जयदीप अरोड़ा ने बताया कि एक आंचल मिल्क बूथ को खोले जाने में 2 लाख रुपये तक का खर्च आएगा, जिसमें सरकार की ओर से 20% की सब्सिडी दी जाएगी.

यह भी पढे़ं-CM त्रिवेंद्र परखेंगे मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट, जानिए विभागवार समीक्षा के कार्यक्रम

वहीं आंचल मिल्क बूथ योजना से जुड़ने के लिए इच्छुक युवाओं के लिए प्रदेश में मौजूद सभी दुग्ध संघों में आवेदन पत्र उपलब्ध हैं. इस योजना से वह व्यक्ति भी जुड़ सकता है जिसके पास बूथ खोलने के लिए अपनी जमीन या दुकान नहीं है. इस स्थिति में विभाग की ओर से संबंधित व्यक्ति को आंचल मिल्क बूथ खोल कर दिया जाएगा. संबंधित व्यक्ति को 2600 रुपये प्रति माह दुग्ध विकास विभाग को किराए के तौर पर देने होंगे. इसके साथ ही बूथ संचालन का कार्य शुरू करने से पहले व्यक्ति को एक अनुबंध पर भी हस्ताक्षर करने होंगे. जिसमें अगले 7 सालों तक सिर्फ आंचल डेरी द्वारा निर्मित उत्पादों को ही बूथ में बेचने की शर्त है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.