ऋषिकेश: तीर्थनगरी में बसंतोत्सव का आगाज हो चुका है. 26 से 30 जनवरी तक चलने वाले इस पांच दिवसीय पर्व में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और ढोल दमोह प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा. जिसमें अंतिम दिन परंपरागत तरीके से भगवान भरत की डोली को पूरे शहर में भ्रमण कराया जाएगा. वहीं महिलाओं द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में गढ़वाली संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी.
बता दें कि तीर्थनगरी ऋषिकेश में बसंतोत्सव का शुभारंभ हो चुका है. बसंतोत्सव पर्व के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन 26 से 30 जनवरी तक होगा. पांच दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कवि सम्मेलन, महिलाओं के संस्कृतिक कार्यक्रम, मटकी प्रतियोगिता, साइकिल दौड़ जैसे कार्यक्रम शामिल हैं. वहीं कार्यक्रमों की श्रृंखला में अंतिम दिन भगवान भरत की डोली शहर से होते हुए भ्रमण करेगी. जिसमें भगवान भरत का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे.
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वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक देखने को मिली. जिसमें महिलाओं द्वारा गढ़वाल की संस्कृतिक पहनावे में महिलाओं ने गढ़वाली गीत में प्रतिभाग किया. महिलाओं को प्रोत्साहन और शक्ति का एहसास दिलाने का उद्देश्य से दुर्गा सप्तशती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मेला आयोजक मंडल द्वारा मेले में पहाड़ी व्यंजनों को परोसने की व्यवस्था भी की गई है.