ETV Bharat / state

ऋषिकेश: बसंतोत्सव का आगाज, पहले दिन दिखी उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक - Cultural Spring Festival of Uttarakhand

तीर्थनगरी में बसंतोत्सव का आगाज हो चुका है. 26 से 30 जनवरी तक चलने वाले इस पांच दिवसीय पर्व में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और ढोल दमोह प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा.

etv bharat
तीर्थनगरी में बसंतोत्सव
author img

By

Published : Jan 27, 2020, 7:43 PM IST

ऋषिकेश: तीर्थनगरी में बसंतोत्सव का आगाज हो चुका है. 26 से 30 जनवरी तक चलने वाले इस पांच दिवसीय पर्व में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और ढोल दमोह प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा. जिसमें अंतिम दिन परंपरागत तरीके से भगवान भरत की डोली को पूरे शहर में भ्रमण कराया जाएगा. वहीं महिलाओं द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में गढ़वाली संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी.

बता दें कि तीर्थनगरी ऋषिकेश में बसंतोत्सव का शुभारंभ हो चुका है. बसंतोत्सव पर्व के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन 26 से 30 जनवरी तक होगा. पांच दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कवि सम्मेलन, महिलाओं के संस्कृतिक कार्यक्रम, मटकी प्रतियोगिता, साइकिल दौड़ जैसे कार्यक्रम शामिल हैं. वहीं कार्यक्रमों की श्रृंखला में अंतिम दिन भगवान भरत की डोली शहर से होते हुए भ्रमण करेगी. जिसमें भगवान भरत का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे.

तीर्थनगरी में बसंतोत्सव

ये भी पढ़े: देवरिया महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे बाबा रामदेव, सूफी गानों से कैलाश खेर ने बांधा समां

वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक देखने को मिली. जिसमें महिलाओं द्वारा गढ़वाल की संस्कृतिक पहनावे में महिलाओं ने गढ़वाली गीत में प्रतिभाग किया. महिलाओं को प्रोत्साहन और शक्ति का एहसास दिलाने का उद्देश्य से दुर्गा सप्तशती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मेला आयोजक मंडल द्वारा मेले में पहाड़ी व्यंजनों को परोसने की व्यवस्था भी की गई है.

ऋषिकेश: तीर्थनगरी में बसंतोत्सव का आगाज हो चुका है. 26 से 30 जनवरी तक चलने वाले इस पांच दिवसीय पर्व में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और ढोल दमोह प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा. जिसमें अंतिम दिन परंपरागत तरीके से भगवान भरत की डोली को पूरे शहर में भ्रमण कराया जाएगा. वहीं महिलाओं द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में गढ़वाली संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी.

बता दें कि तीर्थनगरी ऋषिकेश में बसंतोत्सव का शुभारंभ हो चुका है. बसंतोत्सव पर्व के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन 26 से 30 जनवरी तक होगा. पांच दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कवि सम्मेलन, महिलाओं के संस्कृतिक कार्यक्रम, मटकी प्रतियोगिता, साइकिल दौड़ जैसे कार्यक्रम शामिल हैं. वहीं कार्यक्रमों की श्रृंखला में अंतिम दिन भगवान भरत की डोली शहर से होते हुए भ्रमण करेगी. जिसमें भगवान भरत का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे.

तीर्थनगरी में बसंतोत्सव

ये भी पढ़े: देवरिया महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे बाबा रामदेव, सूफी गानों से कैलाश खेर ने बांधा समां

वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक देखने को मिली. जिसमें महिलाओं द्वारा गढ़वाल की संस्कृतिक पहनावे में महिलाओं ने गढ़वाली गीत में प्रतिभाग किया. महिलाओं को प्रोत्साहन और शक्ति का एहसास दिलाने का उद्देश्य से दुर्गा सप्तशती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मेला आयोजक मंडल द्वारा मेले में पहाड़ी व्यंजनों को परोसने की व्यवस्था भी की गई है.

Intro:Ready to air
ऋषिकेश--तीर्थनगरी ऋषिकेश में बसंतोत्सव का आगाज हो चुका है 26 जनवरी से लगातार 30 जनवरी तक पांच दिवसीय कार्यक्रमों में अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम ढोल दमोह प्रतियोगिता एवं अंतिम दिन भगवान भरत की डोली शहर में भृमण करेगी जिसमें हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते है। वहीं कार्यक्रम में महिलाओं द्वारा गढ़वाली संस्कृति की झलक देखने को मिली।


Body:वी/ओ--तीर्थनगरी ऋषिकेश में बसंतोत्सव का शुभारंभ हो चुका है। बसंतोत्सव के पर्व पर चलने वाले कार्यक्रम की शुरुआत 26 जनवरी से 30 जनवरी तक चलेगा, 5 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित करवाये जा रहे है। जिनमें कवि सम्मेलन , महिलाओं के संस्कृत कार्यक्रम , मटकी प्रतियोगिता , साइकिल दौड़ आदि कार्यक्रम है। वही कार्यक्रमों की श्रृंखला में अंतिम दिन 30 जनवरी को भगवान भरत की डोली शहर से होते हुए भ्रमण करेगी। जिसमें आशीर्वाद लेने के लिए हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।


Conclusion:वी/ओ--संस्कृत कार्यक्रमों की श्रृंखला में उत्तराखंड की संस्कृति की झलक देखने को मिली जिसमें महिलाओं द्वारा गढ़वाल की संस्कृतिक पहनावे में सज धज कर महिलाओं ने गढ़वाली गीत में प्रतिभाग किया ।वहीं महिलाओं को प्रोत्साहन व शक्ति का एहसास दिलाने का उद्देश्य लेकर महिलाओं द्वारा दुर्गासप्तपी का कार्यक्रम किया गया।वहीं इस मेले में आयोजक मंडल के द्वारा पहाड़ी व्यंजनों को परोसने की व्यवस्था की गई है।

बाईट--महिला प्रतिभागी
बाईट--महिला प्रतिभागी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.