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दक्षिण भारत से आए IMA कैडेट्स के परिजनों ने बताया गौरवपूर्ण पल, बोले- बेटों ने साकार किया सपना - indian army

आईएमए की पासिंग आउट परेड संपन्न होने के बाद पीपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. हैदराबाद और आंध्र प्रदेश से सैन्य अधिकारी बने नए लेफ्टिनेंट ऑफिसर के माता-पिता ने बताया कि देश सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है. हमने अपने बच्चों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रोत्साहित किया था, जिसके बाद आज हमारा सपना पूरा हुआ.

कैडेट्स के परिजनों ने बताया गौरवपूर्ण पल.
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Published : Jun 8, 2019, 9:44 PM IST

देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से कड़े प्रशिक्षण के बाद शनिवार को 459 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट हुए. इन पास आउट कैडेट्स में से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य (हैदराबाद) से चार-चार ऑफिसर्स को सेना में नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त हुआ हैं. इन दोनों राज्यों से पास आउट होने वाले अधिकारियों के माता-पिता अपने बेटों के कंधों पर तमगा (स्टार) लगने के बाद भावुक दिखाई दिए. साथ ही परिजनों ने आज का दिन उनकी जिंदगी के सपनों को पंख मिलने का दिन बताया है.

कैडेट्स के परिजनों ने बताया गौरवपूर्ण पल.

आईएमए की पासिंग आउट परेड संपन्न होने के बाद पिपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. हैदराबाद और आंध्र प्रदेश से सैन्य अधिकारी बने नए लेफ्टिनेंट ऑफिसर के माता-पिता ने बताया कि देश सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है. हमने अपने बच्चों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रोत्साहित किया था, जिसके बाद आज हमारा सपना पूरा हुआ.

ये भी पढ़ें: पिरूल से बदलेगी उत्तराखंड की तकदीर, रोजगार के साथ लगेगी दावानल पर रोक

ईटीवी भारत से खास बातचीत में आंध्र प्रदेश मूल के ऑफिसर बनने वाले कैडेट्स के माता-पिता ने अपने भावुक जज्बातों को साझा करते हुए बताया कि सेना में राष्ट्र की सेवा करने के लिए उनके बेटे को सफलता मिली है. इसकी खुशी वह शब्दों में इजहार नहीं कर सकते. बेटे ने आंध्र प्रदेश के साथ पूरे देश का नाम रोशन किया है.

वहीं, हैदराबाद शहर में रहने वाले एक परिवार के माता-पिता ने भी अपने बेटे के सेना में अधिकारी बनने पर खुशी जाहिर की. साथ ही बताया कि उनका राष्ट्र सेवा के प्रति एक सपना था, जो उनके बेटे ने भारतीय सेना का नेतृत्व की कमान संभाल कर पूरा कर दिया है.

देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से कड़े प्रशिक्षण के बाद शनिवार को 459 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट हुए. इन पास आउट कैडेट्स में से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य (हैदराबाद) से चार-चार ऑफिसर्स को सेना में नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त हुआ हैं. इन दोनों राज्यों से पास आउट होने वाले अधिकारियों के माता-पिता अपने बेटों के कंधों पर तमगा (स्टार) लगने के बाद भावुक दिखाई दिए. साथ ही परिजनों ने आज का दिन उनकी जिंदगी के सपनों को पंख मिलने का दिन बताया है.

कैडेट्स के परिजनों ने बताया गौरवपूर्ण पल.

आईएमए की पासिंग आउट परेड संपन्न होने के बाद पिपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. हैदराबाद और आंध्र प्रदेश से सैन्य अधिकारी बने नए लेफ्टिनेंट ऑफिसर के माता-पिता ने बताया कि देश सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है. हमने अपने बच्चों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रोत्साहित किया था, जिसके बाद आज हमारा सपना पूरा हुआ.

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ईटीवी भारत से खास बातचीत में आंध्र प्रदेश मूल के ऑफिसर बनने वाले कैडेट्स के माता-पिता ने अपने भावुक जज्बातों को साझा करते हुए बताया कि सेना में राष्ट्र की सेवा करने के लिए उनके बेटे को सफलता मिली है. इसकी खुशी वह शब्दों में इजहार नहीं कर सकते. बेटे ने आंध्र प्रदेश के साथ पूरे देश का नाम रोशन किया है.

वहीं, हैदराबाद शहर में रहने वाले एक परिवार के माता-पिता ने भी अपने बेटे के सेना में अधिकारी बनने पर खुशी जाहिर की. साथ ही बताया कि उनका राष्ट्र सेवा के प्रति एक सपना था, जो उनके बेटे ने भारतीय सेना का नेतृत्व की कमान संभाल कर पूरा कर दिया है.

Intro:देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से कड़े प्रशिक्षण के बाद शनिवार पास आउट होने वाले 459 जेंटलमैन कैडेट्स में से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य (हैदराबाद) से चार- चार ऑफिसर्स को सेना में नेतृत्व कर देश सेवा का गौरव प्राप्त हुआ हैं, इन दोनों राज्यों से पास आउट होने वाले अधिकारियों के माता पिता अपने बेटों के कंधो पर तमगा (स्टार) लगने के बाद इस कदर भावुक हुए कि उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. दोनों परिवारों ने अपने बेटों के सेना में बतौर अधिकारी बनने की भावुकता भरे स्वर में खुशी जाहिर करते हुए कहां की आज का दिन उनकी जिंदगी का सपनों को पंख रखने का दिन है।


Body:देश सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं: परिजन

आईएमए की पासिंग आउट परेड संपन्न होने के बाद पीपिंग सेरेमनी में हैदराबाद और आंध्र प्रदेश से सैन्य अधिकारी बनने नए लेफ्टिनेंट ऑफ़िसर के माता पिता ने कहा कि देश सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है हमने अपने बच्चों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रोत्साहित किया था जिसके बाद आज हमारा सपना पूरा हुआ और आंध्र प्रदेश से मात्र चार अधिकारी बनने वाले अफसरों में हमारे बेटे का नाम कि आज देश के सैन्य अधिकारियों में शामिल होना गौरवान्वित करता है। ईटीवी भारत से खास बातचीत में आंध्र प्रदेश मूल के ऑफिसर बनने वाले परिवार के माता पिता ने अपने भावुक जज्बातों को साझा करते हुए बताया कि सेना में राष्ट्र की सेवा करने के लिए उनके बेटे को सफलता मिली है जिसको लेकर वह शब्दों में अपनी खुशी का इजहार नहीं कर सकते बेटे ने आंध्र प्रदेश का नाम रोशन किया है।




Conclusion:हैदरबाद के परिवार ने भी खुशी के आंसुओं से बया की राष्टभक्ति

वही हैदराबाद शहर रहने वाले एक परिवार के माता-पिता ने भी अपने बेटे के सेना में अधिकारी बनने पर गौरवान्वित महसूस करते हुए अपने खुशी के आसुओं से बया करते हुए कहा कि उनका राष्ट्र सेवा के प्रति एक सपना था जो उनके बेटे ने भारतीय सेना का नेतृत्व की कमान संभाल कर पूरा कर दिया।

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