देहरादून: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में 13 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. मंगलवार को हुई बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने गैरसैंण बजट सत्र में विधानसभा सचिवालय और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद रखने के कड़े निर्देश दिए हैं. बैठक में तय किया गया कि गैरसैंण बजट सत्र के दौरान विधानसभा के लोग भी बिना पास के विधानसभा परिसर में वाहन नहीं ले जा सकेंगे. विधायक की संस्तुति पर एक और मंत्री की संस्तुति पर दो लोगों को एंट्री दी जाएगी.
मातृशक्ति को बढ़ावा देने के लिए बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिए कि सत्र के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित भोजन स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल सहित लगाने का प्रयास करें. भले ही भुगतान विधानसभा द्वारा किया जाए. उन्होंने कहा सत्र के दौरान स्कूल और कॉलेज के बच्चों को सत्र को कार्यवाही देखने के लिए आमंत्रित किया जाए जिससे बच्चों को कुछ नया सीखने को मिले और छात्र जानें कि सदन की कार्यवाही कैसे की जाती है.
विभागों की तय की गई जिम्मेदारीः सूचना एवं लोक संपर्क विभाग और ITDA को सत्र की कार्यवाही की वीडियो रिकार्डिंग एवं वेबकास्टिंग की जिम्मेदारी दी गयी है. सत्र के दौरान अग्निशमन दल के अधिकारियों को अलर्ट पर रहने और स्वास्थ्य विभाग आवश्यक चिकित्सा दल, दवाइयां एवं एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा. सत्र के दौरान विद्युत आपूर्ति, पेयजल एवं सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
पढ़ें- Gairsain Budget Session: राज्य आंदोलनकारियों की मांग- सिर्फ बजट सत्र नहीं, गैरसैंण में बैठे पूरी सरकार
सत्र को शांतिपूर्वक चलाने की अपीलः विधानसभा अध्यक्ष ने सभी अधिकारियों को और राजनीतिक दलों से सत्र को शांतिपूर्वक एवं सुचारु रूप से चलाने में सहयोग की अपील की है. अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो और सत्र की कार्यवाही में व्यवधान न हो, इसके लिए अधिकारी चौक चौबंद व्यवस्था बनाकर रखें और किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका न दें. उन्होंने कहा कि सभी का प्रयास होना चाहिए कि इस महत्वपूर्ण बजट सत्र के जरिए प्रदेश के जनमानस और राज्य के विकास में अपनी जिम्मेदारी निभाएं और जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा और मंथन हो.