ETV Bharat / state

मॉडर्न पुलिसिंग की तरफ बढ़ते कदम, हर जिले में बनेंगे स्मार्ट कंट्रोल रूम - Modern Policing in Uttarakhand

डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक स्मार्ट आधुनिक पुलिसिंग को आगे बढ़ाने की दिशा में तेजी से कार्रवाई जारी हैं.जिसके तहत हर जिले में स्मार्ट कंट्रोल रूम बनेंगे और पुलिस की प्रत्येक इकाइयों का भी आधुनिकीकरण होगा.

Uttarakhand Smart Policing
Uttarakhand Smart Policing
author img

By

Published : Apr 2, 2021, 3:59 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में मॉडर्न पुलिसिंग को बढ़ावा देने की कवायद विगत वर्षों की तुलना वर्तमान समय में एकाएक तेजी से आगे बढ़ती नजर आ रही है. स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने के दृष्टिगत पुलिस तंत्र की सभी इकाइयों को अपग्रेड करते हुए आधुनिक उपकरण व संसाधनों को तेजी से आगे बढ़ाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है. पुलिस मुख्यालय स्तर पर इसके लिए संबंधित अधिकारियों को दिए गए निर्देशों के मुताबिक सिविल पुलिस के अलावा जल पुलिस, वायरलेस तंत्र, फायर सर्विस व पीएसी फोर्स जैसी तमाम शाखाओं को अपग्रेड करने की कवायद जारी है.

मॉडर्न पुलिसिंग की तरफ बढ़ते कदम.

देहरादून और हरिद्वार स्मार्ट पुलिस कंट्रोल रूम की तर्ज पर प्रदेश के सभी जिलों में आधुनिक संसाधनों से लैस स्मार्ट कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा. डायल 112 हेल्पलाइन की तर्ज पर इन स्मार्ट कंट्रोल रूप पर जनता से जुड़ी शिकायतों की सुनवाई के अलावा सम्बंधित जनपद की मॉनिटरिंग सीसीटीवी व अन्य संसाधनों से करते हुए पुलिस रिस्पांस टाइम को बेहतर किया जाएगा.

राज्य में 12 फायर टेंडरों को किया संसाधनों से अपग्रेड

प्रदेश में फायर सर्विस को भी आधुनिक संसाधनों से अपग्रेड करने की कवायद तेजी से आगे चल रही है. राज्य में काफी समय से 12 फायर टेंडर यूनिट को चलाने के लिए वाहन और अन्य उपकरणों की कमी चल रही थी, जिसको देखते हुए पिछले दो माह में वाहनों की खरीदारी और फायर टेंडर से संबंधित संसाधनों को अपग्रेड कर इन फायर टेंडरों की सर्विस को बेहतर करने कार्य तेजी से गतिमान है. इसके अलावा आवश्यकतानुसार राज्य में नए फायर सर्विस स्टेशन को स्थापित करने और देहरादून के सबसे व्यस्ततम और संवेदनशील रहने वाले पलटन बाजार में 5 मोबाइल फायर टेंडर स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि भीड़भाड़ व तंग गलियों में समय रहते छोटे फायर वाहनों से आग लगने की घटना में त्वरित कार्रवाई कर राहत बचाव कार्य किया जा सकें.

पढ़ें- उत्तराखंड में स्मार्ट पुलिसिंग की ओर एक और कदम, जल्द ही जवानों को मिलेंगे हाईटेक शॉर्ट वेपन

पीएसी कम्पनियां भी होंगी अपग्रेड

वहीं, नए वित्त वर्ष 2021-22 में स्मार्ट पुलिसिंग कदम को आगे बढ़ाते हुए पीएसी कंपनियों में भी संसाधन और उपकरण को अपग्रेड किया जाएगा. पीएससी कंपनियों के आवाजाही वाले पुराने ट्रकों की जगह एडवांस तकनीक की नई बसें खरीदी जाएंगी. वहीं, पीएसी जवानों के एक जगह से दूसरी जगह मूवमेंट के दौरान बोरी-बिस्तर उठाने से राहत देते हुए तैनाती वाले स्थानों में पहले से आधुनिक बिस्तर जैसे अन्य संसाधन मुहैया कराए जाएंगे.

पढ़ें- अब साथ ले जा सकेंगे बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर की प्रतिमा, इतने हैं दाम

सूचना आदान-प्रदान वायरलेस सेट तंत्र भी होगा अपग्रेड

वहीं, पुलिस में वायरलेस सेट तंत्र को भी नए आधुनिक उपकरणों से अपग्रेड करने की कवायद जारी हैं. इसके लिए नए वित्तीय वर्ष में समय की मांग के मुताबिक एडवांस इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को मुहैया कराकर पुलिस के वायरलेस तंत्र को मजबूत बनाया जाएगा, ताकि समय रहते घटनाओं की सूचनाएं का आदान प्रदान कर पुलिस कार्रवाई को कम से कम रिस्पांस टाइम में मुकम्मल किया जा सकें.

उत्तराखंड को देश की सर्वोच्च सूची में लाने का प्रयास जारी: डीजीपी

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि स्मार्ट आधुनिक पुलिसिंग को आगे बढ़ाने की दिशा में राज्य में तेजी से कार्रवाई जारी है. डीजीपी के मुताबिक आगामी समय के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करते हुए उत्तराखंड पुलिस को कई क्षेत्रों में स्मार्ट व मॉर्डन बनाने की कार्ययोजना प्रचलित हैं. ताकि एक बेहतर कानून व्यवस्था के लिहाज से उत्तराखंड को देश की मुख्य सूची पर लाया जा सकें. कानून व्यवस्था के लिहाज से उत्तराखंड को देश की सर्वोच्च सूची में लाने का लक्ष्य निर्धारित है.

देहरादून: उत्तराखंड में मॉडर्न पुलिसिंग को बढ़ावा देने की कवायद विगत वर्षों की तुलना वर्तमान समय में एकाएक तेजी से आगे बढ़ती नजर आ रही है. स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने के दृष्टिगत पुलिस तंत्र की सभी इकाइयों को अपग्रेड करते हुए आधुनिक उपकरण व संसाधनों को तेजी से आगे बढ़ाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है. पुलिस मुख्यालय स्तर पर इसके लिए संबंधित अधिकारियों को दिए गए निर्देशों के मुताबिक सिविल पुलिस के अलावा जल पुलिस, वायरलेस तंत्र, फायर सर्विस व पीएसी फोर्स जैसी तमाम शाखाओं को अपग्रेड करने की कवायद जारी है.

मॉडर्न पुलिसिंग की तरफ बढ़ते कदम.

देहरादून और हरिद्वार स्मार्ट पुलिस कंट्रोल रूम की तर्ज पर प्रदेश के सभी जिलों में आधुनिक संसाधनों से लैस स्मार्ट कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा. डायल 112 हेल्पलाइन की तर्ज पर इन स्मार्ट कंट्रोल रूप पर जनता से जुड़ी शिकायतों की सुनवाई के अलावा सम्बंधित जनपद की मॉनिटरिंग सीसीटीवी व अन्य संसाधनों से करते हुए पुलिस रिस्पांस टाइम को बेहतर किया जाएगा.

राज्य में 12 फायर टेंडरों को किया संसाधनों से अपग्रेड

प्रदेश में फायर सर्विस को भी आधुनिक संसाधनों से अपग्रेड करने की कवायद तेजी से आगे चल रही है. राज्य में काफी समय से 12 फायर टेंडर यूनिट को चलाने के लिए वाहन और अन्य उपकरणों की कमी चल रही थी, जिसको देखते हुए पिछले दो माह में वाहनों की खरीदारी और फायर टेंडर से संबंधित संसाधनों को अपग्रेड कर इन फायर टेंडरों की सर्विस को बेहतर करने कार्य तेजी से गतिमान है. इसके अलावा आवश्यकतानुसार राज्य में नए फायर सर्विस स्टेशन को स्थापित करने और देहरादून के सबसे व्यस्ततम और संवेदनशील रहने वाले पलटन बाजार में 5 मोबाइल फायर टेंडर स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि भीड़भाड़ व तंग गलियों में समय रहते छोटे फायर वाहनों से आग लगने की घटना में त्वरित कार्रवाई कर राहत बचाव कार्य किया जा सकें.

पढ़ें- उत्तराखंड में स्मार्ट पुलिसिंग की ओर एक और कदम, जल्द ही जवानों को मिलेंगे हाईटेक शॉर्ट वेपन

पीएसी कम्पनियां भी होंगी अपग्रेड

वहीं, नए वित्त वर्ष 2021-22 में स्मार्ट पुलिसिंग कदम को आगे बढ़ाते हुए पीएसी कंपनियों में भी संसाधन और उपकरण को अपग्रेड किया जाएगा. पीएससी कंपनियों के आवाजाही वाले पुराने ट्रकों की जगह एडवांस तकनीक की नई बसें खरीदी जाएंगी. वहीं, पीएसी जवानों के एक जगह से दूसरी जगह मूवमेंट के दौरान बोरी-बिस्तर उठाने से राहत देते हुए तैनाती वाले स्थानों में पहले से आधुनिक बिस्तर जैसे अन्य संसाधन मुहैया कराए जाएंगे.

पढ़ें- अब साथ ले जा सकेंगे बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर की प्रतिमा, इतने हैं दाम

सूचना आदान-प्रदान वायरलेस सेट तंत्र भी होगा अपग्रेड

वहीं, पुलिस में वायरलेस सेट तंत्र को भी नए आधुनिक उपकरणों से अपग्रेड करने की कवायद जारी हैं. इसके लिए नए वित्तीय वर्ष में समय की मांग के मुताबिक एडवांस इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को मुहैया कराकर पुलिस के वायरलेस तंत्र को मजबूत बनाया जाएगा, ताकि समय रहते घटनाओं की सूचनाएं का आदान प्रदान कर पुलिस कार्रवाई को कम से कम रिस्पांस टाइम में मुकम्मल किया जा सकें.

उत्तराखंड को देश की सर्वोच्च सूची में लाने का प्रयास जारी: डीजीपी

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि स्मार्ट आधुनिक पुलिसिंग को आगे बढ़ाने की दिशा में राज्य में तेजी से कार्रवाई जारी है. डीजीपी के मुताबिक आगामी समय के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करते हुए उत्तराखंड पुलिस को कई क्षेत्रों में स्मार्ट व मॉर्डन बनाने की कार्ययोजना प्रचलित हैं. ताकि एक बेहतर कानून व्यवस्था के लिहाज से उत्तराखंड को देश की मुख्य सूची पर लाया जा सकें. कानून व्यवस्था के लिहाज से उत्तराखंड को देश की सर्वोच्च सूची में लाने का लक्ष्य निर्धारित है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.