देहरादून: अक्टूबर 2022 में उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश जेल से ही रची गई थी. इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को सौंप दी है. जांच में यह खुलासा हुआ है कि सौरऊ बहुगुणा की कार्रवाई से कुमाऊं के आपराधिक प्रवृत्ति के हीरा सिंह बिष्ट को व्यापार में काफी नुकसान हो रहा था. उसी समय से वह सौरभ बहुगुणा से बदला लेने की फिराक में था. इसके बाद जेल में बंद कुछ अपराधियों से हीरा सिंह की मुलाकात हुई. जहां उसने सौरभ बहुगुणा की हत्या का प्लान बनाया.
उधम सिंह नगर पुलिस ने 10 अक्टूबर को इस मामले में जांच शुरू की थी. ग्राम कोटा फॉर्म निवासी हीरा सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया. हीरा सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस ने 3 लोगों और लोगों को गिरफ्तार किया. जिसके बाद उन्हें भी जेल भेज दिया गया. मामले गंभीरता को देखते हुए डीआईजी कुमाऊं ने इस मामले में एक एसआईटी गठित की. एसआईटी की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि हीरा सिंह, सौरभ बहुगुणा की कार्रवाई से बेहद नाराज था.
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गिरफ्तार होने के बाद सितारगंज जेल में उसे उत्तर प्रदेश का एक और अपराधी सतनाम मिला. दोनों ने पहले मंत्री के खिलाफ साजिश रची. सतनाम ने उसे कुमाऊं के ही एक और अपराधी का पता दिया. सतनाम ने बताया यह व्यक्ति शूटर का इंतजाम करवा देगा. बकायदा इन लोगों ने सौरभ बहुगुणा की रेकी भी की थी, मगर इस बीच कुछ इनपुट पुलिसकर्मियों के हाथ लग गए. जिसके कारण उनकी प्लानिंग धरी की धरी रह गई.अब इस मामले में खुलासा और एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद डीआईजी कुमाऊं निलेश भरणे ने शासन में रिपोर्ट सबमिट कर दी है. फ़िलहाल उन्होंने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.
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