देहरादून: उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से चर्चित करोड़ों की छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी का शिकंजा तेज हो गया है. हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के 11 जिलों के लिए नियुक्त की गई SIT टीम एक्शन में आ गई है. जिसके बाद अब घोटालेबाजों के खिलाफ दबिश दी जा रही हैं, जिससे जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जा सके.
बता दें कि देहरादून और हरिद्वार को छोड़कर हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के अन्य 11 जिलों के लिए आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में अलग एक एसआईटी का गठन किया गया है. बीते रोज गुरुवार को घोटाले में लिप्त 4 अलग-अलग मुकदमे दर्ज करने के बाद शुक्रवार को एक बार फिर से नैनीताल और उधम सिंह नगर में एसआईटी ने दो और नए मुकदमे दर्ज किए हैं. उन्होंने बताया कि 50 से अधिक ऐसे शिक्षण संस्थान जांच के घेरे में आए हैं. जिनके द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एससी और एसटी छात्र-छात्राओं के नाम पर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला किया गया है.
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आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले प्रकरण में हाई कोर्ट के आदेश पर एसआईटी टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. उन्होंने बताया कि 11 जिलों में आरोपित शिक्षण संस्थानों सहित अन्य घोटालेबाज लोगों के खिलाफ एसआईटी की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है. जिसके बाद अब लगातार आरोपियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं, जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएगी.
वहीं, देहरादून और हरिद्वार जिले में सबसे अधिक मात्रा में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के लिए पहले से आईपीएस मंजूनाथ टीसी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की जा चुकी है. इस एसआईटी टीम द्वारा पूर्व में हरिद्वार जिले के कई शिक्षण संस्थान के संचालकों और एक समाज कल्याण अधिकारी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. हालांकि, अबतक देहरादून के किसी भी आरोपी शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई सामने नहीं आई है.