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छात्रवृत्ति घोटाले में SIT ने किये दो और मुकदमे दर्ज, जल्द हो सकती हैं गिरफ्तारियां

छात्रवृत्ति घोटाले में 11 जिलों में आरोपित शिक्षण संस्थानों सहित अन्य घोटालेबाज लोगों के खिलाफ एसआईटी की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है. जिसके बाद अब लगातार आरोपियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं, जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएगी.

छात्रवृत्ति घोटाला.
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Published : Sep 27, 2019, 6:39 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 8:10 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से चर्चित करोड़ों की छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी का शिकंजा तेज हो गया है. हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के 11 जिलों के लिए नियुक्त की गई SIT टीम एक्शन में आ गई है. जिसके बाद अब घोटालेबाजों के खिलाफ दबिश दी जा रही हैं, जिससे जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जा सके.

आईजी संजय गुंज्याल

बता दें कि देहरादून और हरिद्वार को छोड़कर हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के अन्य 11 जिलों के लिए आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में अलग एक एसआईटी का गठन किया गया है. बीते रोज गुरुवार को घोटाले में लिप्त 4 अलग-अलग मुकदमे दर्ज करने के बाद शुक्रवार को एक बार फिर से नैनीताल और उधम सिंह नगर में एसआईटी ने दो और नए मुकदमे दर्ज किए हैं. उन्होंने बताया कि 50 से अधिक ऐसे शिक्षण संस्थान जांच के घेरे में आए हैं. जिनके द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एससी और एसटी छात्र-छात्राओं के नाम पर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला किया गया है.

पढ़ें- पर्यटन दिवसः साहसिक खेलों का केंद्र बना ऋषिकेश, एडवेंचर के लिए विदेशों से भी पहुंच रहे लोग

आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले प्रकरण में हाई कोर्ट के आदेश पर एसआईटी टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. उन्होंने बताया कि 11 जिलों में आरोपित शिक्षण संस्थानों सहित अन्य घोटालेबाज लोगों के खिलाफ एसआईटी की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है. जिसके बाद अब लगातार आरोपियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं, जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएगी.

वहीं, देहरादून और हरिद्वार जिले में सबसे अधिक मात्रा में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के लिए पहले से आईपीएस मंजूनाथ टीसी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की जा चुकी है. इस एसआईटी टीम द्वारा पूर्व में हरिद्वार जिले के कई शिक्षण संस्थान के संचालकों और एक समाज कल्याण अधिकारी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. हालांकि, अबतक देहरादून के किसी भी आरोपी शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई सामने नहीं आई है.

देहरादून: उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से चर्चित करोड़ों की छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी का शिकंजा तेज हो गया है. हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के 11 जिलों के लिए नियुक्त की गई SIT टीम एक्शन में आ गई है. जिसके बाद अब घोटालेबाजों के खिलाफ दबिश दी जा रही हैं, जिससे जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जा सके.

आईजी संजय गुंज्याल

बता दें कि देहरादून और हरिद्वार को छोड़कर हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के अन्य 11 जिलों के लिए आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में अलग एक एसआईटी का गठन किया गया है. बीते रोज गुरुवार को घोटाले में लिप्त 4 अलग-अलग मुकदमे दर्ज करने के बाद शुक्रवार को एक बार फिर से नैनीताल और उधम सिंह नगर में एसआईटी ने दो और नए मुकदमे दर्ज किए हैं. उन्होंने बताया कि 50 से अधिक ऐसे शिक्षण संस्थान जांच के घेरे में आए हैं. जिनके द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एससी और एसटी छात्र-छात्राओं के नाम पर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला किया गया है.

पढ़ें- पर्यटन दिवसः साहसिक खेलों का केंद्र बना ऋषिकेश, एडवेंचर के लिए विदेशों से भी पहुंच रहे लोग

आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले प्रकरण में हाई कोर्ट के आदेश पर एसआईटी टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. उन्होंने बताया कि 11 जिलों में आरोपित शिक्षण संस्थानों सहित अन्य घोटालेबाज लोगों के खिलाफ एसआईटी की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है. जिसके बाद अब लगातार आरोपियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं, जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएगी.

वहीं, देहरादून और हरिद्वार जिले में सबसे अधिक मात्रा में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के लिए पहले से आईपीएस मंजूनाथ टीसी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की जा चुकी है. इस एसआईटी टीम द्वारा पूर्व में हरिद्वार जिले के कई शिक्षण संस्थान के संचालकों और एक समाज कल्याण अधिकारी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. हालांकि, अबतक देहरादून के किसी भी आरोपी शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई सामने नहीं आई है.

Intro:summary- चर्चित छात्र की घोटाले में एसआईटी का शिकंजा तेज, नैनीताल और उधम सिंह नगर में दो और मुकदमे दर्ज, जल्द हो सकती हैं घोटाले बाजों की गिरफ्तारियां।


उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से चर्चित करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले में जांच करने वाली एसआईटी का शिकंजा तेज हो गया है। हाईकोर्ट के आदेश पर देहरादून और हरिद्वार को छोड़कर राज्य के अन्य 11 जिलों के लिए नियुक्त की गई SIT टीम द्वारा बीते रोज (गुरुवार) घोटाले में लिप्त 4 अलग-अलग मुकदमे दर्ज करने के बाद शुक्रवार एक बार फिर से नैनीताल और उधम सिंह नगर में सीट ने दो और नए मुकदमे दर्ज किए है। इतना ही नहीं अब घोटाले में लिप्त आरोपी की धरपकड़ शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार से अलग-अलग जगह में घोटाले बाजों के खिलाफ दबिश दी जा रही हैं ताकि जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जा सके।




Body:50 से अधिक शिक्षण संस्थान एसआईटी के रडार पर

जानकारी के मुताबिक राज्य के 11 जिलों के लिए अलग से बनाई गई एसआईटी टीम मुखिया आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक 50 से अधिक ऐसे शिक्षण संस्थान जांच के घेरे में आए हैं ..जिनके द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एससी और एसटी छात्र-छात्राओं के नाम पर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला होना जांच में सामने आया है।

मुकदमे दर्ज करने के साथ-साथ वांटेड लोगों की गिरफ्तारी तेज कर दी गई है: आईजी

आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले प्रकरण में हाईकोर्ट के आदेश पर प्रदेश के अन्य 11 जिलों के लिए बनाई गई एसआईटी टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इन जिलों में आरोपित शिक्षण संस्थानों सहित अन्य घोटालेबाज लोगो के खिलाफ एसआईटी की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है.ऐसे में अब एक के बाद एक लगातार आरोपियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इतना ही एसआईटी टीम अब इस घोटाले से जुड़े वांटेड लोगों की गिरफ्तारी करने में तत्काल जुड़ गई है.. जल्द ही अभियुक्तों की गिरफ्तारियां सामने आएंगी।


बाइट ;संजय गुंज्याल, आईजी, एसआईटी




Conclusion:किसी भी वक्त घोटाले बाजों की गिरफ्तारियां सामने आएंगे

बता दें कि देहरादून और हरिद्वार को छोड़कर हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य के अन्य 11 जिलों के लिए आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में अलग एक एसआईटी का गठन किया गया। इस एसआईटी द्वारा उधम सिंह नगर,नैनीताल, टिहरी गढ़वाल में स्थित घोटालेबाज शिक्षण संस्थानों,बैंकों व समाज कल्याण अधिकारी सहित दलालों के खिलाफ एकाएक शिकंजा कस धरपकड़ की कार्रवाई तेज कर दी गई है। ऐसे में किसी भी वक्त गिरफ्तारियां सामने आ सकती है।

उधर देहरादून और हरिद्वार जिले में हुए सबसे अधिक मात्रा में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के लिए पहले से आईपीएस मंजूनाथ टीसी के नेतृत्व में अलग से एसआईटी टीम कार्रवाई जारी है। इस एसआईटी टीम द्वारा भी पूर्व में हरिद्वार जिले के कई शिक्षण संस्थान के संचालकों और एक समाज कल्याण अधिकारी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। हालांकि अभी तक देहरादून के किसी भी आरोपी शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई सामने नहीं आई है।

Last Updated : Sep 27, 2019, 8:10 PM IST
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