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अंकिता भंडारी केस: SIT प्रमुख बोलीं- राजस्व कर्मचारियों से हो रही पूछताछ, जल्द दाखिल करेंगे चार्जशीट - राजस्व कर्मचारियों से हो रही पूछताछ

एसआईटी प्रमुख डीआईजी पी रेणुका देवी का कहना है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में रिजॉर्ट और राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है. कोर्ट की इजाजत लेकर कोई शख्स पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को देख सकता है.

अंकिता भंडारी केस
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Published : Sep 29, 2022, 6:33 PM IST

देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) को लेकर उत्तराखंड में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. ऐसे में लोगों इस मामले में गठित एसआईटी की जांच पर भी सवाल उठा रहे हैं. वहीं, अंकिता भंडारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग भी उठ रही ही. ऐसे में इस हत्याकांड के खुलासे के लिए गठित एसआईटी की हेड डीआईजी पी रेणुका (SIT in-charge DIG P Renuka Devi) ने जांच को लेकर अपनी बात मीडिया के सामने रखी है.

डीआईजी पी रेणुका देवी का कहना है कि यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट राजस्व क्षेत्र में है. ऐसे में इस मामले को लेकर राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है. क्योंकि, अंकिता के रिजॉर्ट से लापता होने का मामला राजस्व पुलिस द्वारा ही दर्ज किया गया था.

डीआईजी पी रेणुका देवी.

उन्होंने कहा कि आरोपियों के रिमांड की प्रक्रिया अभी चल रही है. टीम द्वारा सबूत जुटाए जा रहे हैं. साथ ही इस घटना के जुड़े गवाहों और अंकिता को जनाने वाले लोगों के बयान दर्ज किये जा रहे हैं. टीम अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रही है. जल्द ही आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः अंकिता हत्याकांड मामले में संदेहास्पद है निलंबित पटवारी वैभव प्रताप, DM ने CR में की थी प्रतिकूल प्रविष्टि

वहीं, अंकिता के पोस्टमॉर्टम पर उठ रहे सवालों को लेकर डीआईजी पी रेणुका ने कहा कि वह लोगों से अपील करती हैं कि पोस्टमॉर्टम से संबंधित मामले को न उछाले. ऋषिकेश एम्स में डॉक्टरों के एक पैनल की निगरानी में पोस्टमॉर्टम किया गया और इसकी वीडियोग्राफी भी हुई थी. अगर, कोर्ट की इजाजत से कोई भी इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को देख सकता है.

राजस्व विभाग की लापरवाही: दरअसल, 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Case) रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता (Ankita Bhandari missing) हुई. 19 सितंबर को रिजॉर्ट मालिक आरोपी पुलकित आर्य ने कांडाखाल चौकी पर तैनात राजस्व पुलिस के उपनिरीक्षक (पटवारी) वैभव प्रताप को इसकी सूचना देने का नाटक किया.

वैभव प्रताप ने अंकिता के पहचान संबंधी दस्तावेजों के आधार पर इस बाबत उसके परिजनों से भी संपर्क किया. बावजूद, गुमशुदगी दर्ज करने से पहले ही वह चार दिन की छुट्टी पर चला गया. 20 सितंबर को चौकी का चार्ज पटवारी विवेक कुमार को दिया गया. विवेक कुमार ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर ली. कुछ-कुछ घंटों में बदलते गुमशुदगी के इस मामले में 21 सितंबर को राजस्व पुलिस ने यह मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश डीएम पौड़ी को भेजी.

कलेक्टर ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए अगले ही दिन 22 सितंबर को मुकदमा रेगुलर पुलिस यानी लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर भी कर दिया. पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर अंकिता की हत्या का खुलासा भी कर दिया.

देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) को लेकर उत्तराखंड में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. ऐसे में लोगों इस मामले में गठित एसआईटी की जांच पर भी सवाल उठा रहे हैं. वहीं, अंकिता भंडारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग भी उठ रही ही. ऐसे में इस हत्याकांड के खुलासे के लिए गठित एसआईटी की हेड डीआईजी पी रेणुका (SIT in-charge DIG P Renuka Devi) ने जांच को लेकर अपनी बात मीडिया के सामने रखी है.

डीआईजी पी रेणुका देवी का कहना है कि यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट राजस्व क्षेत्र में है. ऐसे में इस मामले को लेकर राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है. क्योंकि, अंकिता के रिजॉर्ट से लापता होने का मामला राजस्व पुलिस द्वारा ही दर्ज किया गया था.

डीआईजी पी रेणुका देवी.

उन्होंने कहा कि आरोपियों के रिमांड की प्रक्रिया अभी चल रही है. टीम द्वारा सबूत जुटाए जा रहे हैं. साथ ही इस घटना के जुड़े गवाहों और अंकिता को जनाने वाले लोगों के बयान दर्ज किये जा रहे हैं. टीम अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रही है. जल्द ही आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः अंकिता हत्याकांड मामले में संदेहास्पद है निलंबित पटवारी वैभव प्रताप, DM ने CR में की थी प्रतिकूल प्रविष्टि

वहीं, अंकिता के पोस्टमॉर्टम पर उठ रहे सवालों को लेकर डीआईजी पी रेणुका ने कहा कि वह लोगों से अपील करती हैं कि पोस्टमॉर्टम से संबंधित मामले को न उछाले. ऋषिकेश एम्स में डॉक्टरों के एक पैनल की निगरानी में पोस्टमॉर्टम किया गया और इसकी वीडियोग्राफी भी हुई थी. अगर, कोर्ट की इजाजत से कोई भी इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को देख सकता है.

राजस्व विभाग की लापरवाही: दरअसल, 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Case) रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता (Ankita Bhandari missing) हुई. 19 सितंबर को रिजॉर्ट मालिक आरोपी पुलकित आर्य ने कांडाखाल चौकी पर तैनात राजस्व पुलिस के उपनिरीक्षक (पटवारी) वैभव प्रताप को इसकी सूचना देने का नाटक किया.

वैभव प्रताप ने अंकिता के पहचान संबंधी दस्तावेजों के आधार पर इस बाबत उसके परिजनों से भी संपर्क किया. बावजूद, गुमशुदगी दर्ज करने से पहले ही वह चार दिन की छुट्टी पर चला गया. 20 सितंबर को चौकी का चार्ज पटवारी विवेक कुमार को दिया गया. विवेक कुमार ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर ली. कुछ-कुछ घंटों में बदलते गुमशुदगी के इस मामले में 21 सितंबर को राजस्व पुलिस ने यह मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश डीएम पौड़ी को भेजी.

कलेक्टर ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए अगले ही दिन 22 सितंबर को मुकदमा रेगुलर पुलिस यानी लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर भी कर दिया. पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर अंकिता की हत्या का खुलासा भी कर दिया.

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