देहरादून: मई-जून महीने में गुलजार रहने वाला सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल इन दिनों वीरान नजर आ रहा है. इसकी मुख्य वजह, न सिर्फ कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लागू कोरोना कर्फ्यू है, बल्कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का डर भी है. पिछले साल कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान भी कुछ पर्यटक, सहस्रधारा पर्यटक स्थल में नजर आ रहे थे, लेकिन इस बार एक भी पर्यटक सहस्रधारा में नजर नहीं आ रहा है. वहीं, स्थानीय व्यापारी भी इसके कारण काफी परेशान हैं. वे अपने आर्थिक नुकसान को लेकर काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं.
बता दें देहरादून का सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल विश्व विख्यात है. यहां हर साल लाखों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल, गंधक के पानी के स्रोत के रूप में भी एक अलग पहचान रखता है. इसके कारण बड़ी तादाद में पर्यटक सहस्त्रधारा घूमने आते हैं. वहीं, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान एक बार फिर सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल वीरान हो गया है. यही नहीं, आस पास के व्यापारी भी इस उम्मीद में बैठे हैं कि जल्द कोरोना कर्फ्यू हटे और एक बार फिर यहां सैलानियों के आने का सिलसिला शुरू हो.
पढ़ें- पांच फीट बर्फ में ढका हेमकुंड साहिब, आस्था पथ भी बर्फ से लबालब
सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल के स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि पिछले साल भी ऐसे ही हालात बने थे, इस साल भी हालात वैसे ही हैं. हालांकि पूरे साल भर में 2 से 3 महीना (मई, जून, जुलाई) ही ऐसा होता है जब सर्वाधिक संख्या में पर्यटक सहस्त्रधारा पहुंचते हैं, लेकिन दोनों ही साल इन महीनों में पर्यटकों पर रोक लगी रही है. जिसके चलते इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. व्यापारी सरकार से भी मांग कर रहे हैं कि उन्हें थोड़ी राहत दी जाए. यही नहीं, व्यापारियों को उम्मीद है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले में कमी आ रही है ऐसे में जल्द ही सरकार, पर्यटक स्थलों को खोल देगी.