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सावधान! कुत्तों से रहें बचकर, दून अस्पताल और बाजार में नहीं हैं रेबीज के इंजेक्शन

आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या की वजह से आये दिन डॉग बाइट के कई केस सामने आ रहे हैं. लेकिन, दून अस्पताल और बाजार में रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं.

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Published : Jun 9, 2019, 10:19 PM IST

Updated : Jun 9, 2019, 11:56 PM IST

कॉन्सेप्ट इमेज.

देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन करीब 30 से 40 लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन पिछले दो महीने से ज्यादा समय से अस्पताल ने एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं खरीदा है. एंटी रेबीज इंजेक्शन की उम्मीद में अस्पताल पहुंच रहे लोगों को इंजेक्शन रुम के दरवाजे पर चस्पा नोटिस मायूस कर रहा है, जिसमें लिखा है कि बीते 4 अप्रैल से एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म है.

दून अस्पताल और बाजार में नहीं हैं रेबीज के इंजेक्शन.

शहर में बढ़ रहे कुत्तों के आतंक और अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से परेशान मरीजों को प्राइवेट अस्पताल जाना पड़ रहा है. हॉस्पिटल में जरूरी इंजेक्शन का स्टॉक न होने की बड़ी वजह किसी प्राइवेट कंपनी को प्रमोट करने की चाह बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक एंटी रेबीज इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी immnoglobin को बाजार में प्रमोट करने की कोशिश की जा रही है, जिस वजह से अन्य एंटी रेबीज इंजेक्शन बाजार से गायब कर दिए गए हैं.

पढ़ें- वैष्णो देवी का दर्शन कर घर लौट रहा परिवार लापता, बुजुर्ग पिता ने खोजबीन की लगाई गुहार

बताया जा रहा है कि इन दिनों बाजार में तकरीबन 350 रुपये में आसानी से मिलने वाले एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. इस वजह से immnoglobin को खरीदने के लिए मरीज को काफी ज्यादा रकम चुकानी पड़ रही है.

वहीं, इस संबंध में दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज को इंजेक्शन की सप्लाई डीजी ऑफिस करता है. मीटिंग के दौरान डीजी हेल्थ को बताया गया है कि अस्पताल में इंजेक्शन खत्म हो गए हैं. डॉक्टर खत्री ने बताया कि डीजी ऑफिस का कहना है कि एंटी रेबीज वैक्सीन जिसका प्रोडक्शन ऑल इंडिया स्तर पर होता है उसकी शॉर्टेज चल रही है. यही कारण है कि वैक्सीन उपलब्ध कराने में दिक्कतें सामने आ रही हैं. डिप्टी मेडिकल सुप्रिटेंडेंट ने बताया कि एक महिला मरीज ने जानकारी दी है कि बाजार के मेडिकल स्टोरों में भी एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं हैं,जो चिंता का विषय है, इस पर गौर किया जाना चाहिए.

देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन करीब 30 से 40 लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन पिछले दो महीने से ज्यादा समय से अस्पताल ने एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं खरीदा है. एंटी रेबीज इंजेक्शन की उम्मीद में अस्पताल पहुंच रहे लोगों को इंजेक्शन रुम के दरवाजे पर चस्पा नोटिस मायूस कर रहा है, जिसमें लिखा है कि बीते 4 अप्रैल से एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म है.

दून अस्पताल और बाजार में नहीं हैं रेबीज के इंजेक्शन.

शहर में बढ़ रहे कुत्तों के आतंक और अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से परेशान मरीजों को प्राइवेट अस्पताल जाना पड़ रहा है. हॉस्पिटल में जरूरी इंजेक्शन का स्टॉक न होने की बड़ी वजह किसी प्राइवेट कंपनी को प्रमोट करने की चाह बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक एंटी रेबीज इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी immnoglobin को बाजार में प्रमोट करने की कोशिश की जा रही है, जिस वजह से अन्य एंटी रेबीज इंजेक्शन बाजार से गायब कर दिए गए हैं.

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बताया जा रहा है कि इन दिनों बाजार में तकरीबन 350 रुपये में आसानी से मिलने वाले एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. इस वजह से immnoglobin को खरीदने के लिए मरीज को काफी ज्यादा रकम चुकानी पड़ रही है.

वहीं, इस संबंध में दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज को इंजेक्शन की सप्लाई डीजी ऑफिस करता है. मीटिंग के दौरान डीजी हेल्थ को बताया गया है कि अस्पताल में इंजेक्शन खत्म हो गए हैं. डॉक्टर खत्री ने बताया कि डीजी ऑफिस का कहना है कि एंटी रेबीज वैक्सीन जिसका प्रोडक्शन ऑल इंडिया स्तर पर होता है उसकी शॉर्टेज चल रही है. यही कारण है कि वैक्सीन उपलब्ध कराने में दिक्कतें सामने आ रही हैं. डिप्टी मेडिकल सुप्रिटेंडेंट ने बताया कि एक महिला मरीज ने जानकारी दी है कि बाजार के मेडिकल स्टोरों में भी एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं हैं,जो चिंता का विषय है, इस पर गौर किया जाना चाहिए.

Intro:उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार दून मेडिकल कॉलेज मूलभूत सुविधाएं देने में नाकाम साबित हो रहा है, दरअसल 2 महीने से भी ज्यादा का वक्त बीत गया है लेकिन अस्पताल डॉग बाईट के इंजेक्शन खरीद नही पाया है, जिसका खामियाजा वहां आ रहे मरीजों को भुगतना पड़ रहा है,दून मेडिकल के इंजेक्शन रूम मे प्रत्येक दिन 35 से 40 मरीज इस उम्मीद मे पहुंच रहे हैं कि उनको एंटी रेबीज़ इंजेक्शन की डोज़ उपलब्ध हो जाएगी। लेकिन इंजेक्शन रुम के दरवाजे पर चस्पा नोटिस पड़कर उन्हें मायूस होना पड़ता है जिस पर लिखा हुआ है कि बीते 4 अप्रैल से एंटी रेबीज इंजेक्शन समाप्त हो गया। इन हालातों में मरीजों को इंजेक्शन खरीदने के लिए बाजार का रुख करना पड़ रहा है हैरानी की बात यह है कि अधिकतर मेडिकल स्टोरों में डॉग बाइट इंजेक्शन शॉट चल रहे हैं। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि एंटी रेबीज इंजेक्शंस का निर्माण करने वाली कंपनी immnoglobin को प्रमोट करना चाह रही है,क्योंकि एन्टी रेबीज़ इंजेक्शन जहां बाजार में करीबन 350 रुपये मे आसानी से मिल जाता था, तो वहीं immnoglobin को खरीदने के लिए मरीज को काफी ज्यादा रकम चुकानी पड़ेगी।


Body:इस संबंध में दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ एन एस खत्री ने ईटीवी भारत द्वारा उठाए गए सवाल पर धन्यवाद करते हुए कहा कि एंटी रैबीज इंजेक्शन दरअसल मेडिकल कॉलेज परचेज नहीं करता है इसकी सप्लाई डीजी ऑफिस द्वारा की जाती है उनके मुताबिक पहाड़ से ही डॉग बाइट के इंजेक्शंस की पूर्ति नहीं हो पा रही है। डॉ एन एस खत्री ने बताया कि परचेसिंग मीटिंग के दौरान उन्होंने सुझाव दिया था कि दून मेडिकल कॉलेज मैं डॉग बाइट के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है ऐसे में मेडिकल कॉलेज को हर हाल में डॉग बाइट की वैक्सीन मुहैया कराई जाए, डीजी हेल्थ कार्यालय के के मुताबिक जहां से ऑल इंडिया स्तर पर एंटी रेबीज वैक्सीन का प्रोडक्शन होता है वहीं से शॉर्टेज चल रही है। यही कारण है कि एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध कराने में दिक्कतें सामने आ रही है। उन्हें एक महिला मरीज द्वारा जानकारी दी गई कि बाजार के मेडिकल स्टोरों में भी एंटी रेबीज वैक्सीन समाप्त हैं ऐसे में यह चिंता का विषय है और इस पर सब को विचार करना चाहिए।

बाईट-डॉ एनएस खत्री,डिप्टी मेडिकल सुप्रिडेन्डेन्ट, दून मेडिकल कॉलेज।
बाईट-साजिद,मेडिकल स्टोर संचालक



Conclusion:गर्मियों का मौसम है, ऐसे में आवारा कुत्ते राह चलते लोगों को काट रहे हैं। ऐसे मे एंटी रेबीज़ वेक्सीन की पूर्ति नहीं होने से मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल दून मेडिकल कॉलेज में इंजेक्शन ओं की आपूर्ति होने की अभी फिलहाल कोई संभावना नजर नहीं आ रही है ऐसे में डॉग बाइट का इलाज कराने आए मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
Last Updated : Jun 9, 2019, 11:56 PM IST
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