देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा सचिव का पद लंबे समय से खाली चल रहा था. जिस पर उच्चतर न्यायिक सेवा में अपनी सेवाएं दे रहे शहन्शाह मुहम्मद दिलबर दानिश को सचिव, विधानसभा सचिवालय पद पर नियुक्त किया गया है. जिसके बाद बुधवार को शहन्शाह मुहम्मद दिलबर दानिश ने सचिव, विधायी एवं संसदीय कार्य के साथ ही उत्तराखण्ड विधान सभा के सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया है.
बता दें विधानसभा भर्ती घोटाले का मामला सामने आने के बाद तत्कालिक सचिव पर भी गाज गिरी थी. उस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए साल 2016 के बाद बैकडोर से हुईं 250 भर्तियां रद्द कर दी थी. इनमें 228 तदर्थ और 22 उपनल के माध्यम से हुईं नियुक्तियां शामिल हैं. हाईकोर्ट ने रद्द की गई भर्तियों पर रोक लगा दी. इसके बाद विधानसभा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई. उस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा के पक्ष में फैसला सुनाया था.
विधानसभा भर्ती घोटाला का मामला उजागर होने के बाद ही सचिव विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था. इसके साथ ही अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिरी थी. जिसके बाद से ही विधानसभा सचिव का पद खाली चल रहा था. ऐसे में हाईकोर्ट से सहमति मिलने के बाद शहन्शाह मुहम्मद दिलबर दानिश को सचिव पर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस संबंध में विधानसभा सचिवालय के संयुक्त सचिव ने पत्र भी जारी कर दिया है.
पढ़ें- Dehradun Lathicharge: बॉबी पंवार की रिहाई के लिए कांग्रेस ने किया सचिवालय कूच, पुलिस ने रोका