नई दिल्ली/देहरादून: मोहन गार्डन के विपिन गार्डन इलाके में स्थित उत्तराखंडी समाज के पितृ स्थल पर नाले का गंदा पानी बह रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम पार्षद समेत अन्य जिम्मेदारों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. स्थानीय लोगों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि जब चुनाव आते हैं तो सब्जबाग दिखाने तमाम नेता और पार्षद इलाके में घूमने लगते हैं. महीनों से इस धार्मिक स्थल की दशा को लेकर कई बार शिकायत की गई है, फिर भी किसी के कान पर जूं नहीं रेंग रही.
दिल्ली के कई इलाकों के साथ ही मोहन गार्डन में उत्तराखंड मूल के हजारों परिवार रहते हैं. पितरों का तर्पण करने के लिए यहां पितृ स्थल बनाया गया है. जहां पितृ पक्ष में पिंडदान एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं, लेकिन मौजूदा समय में यहां हर ओर गंदगी और कीचड़ पसरी हुई है. क्योंकि लगातार कई महीनों से इस धार्मिक स्थल और इसके आसपास गंदा पानी बह रहा है. गंदगी के चलते इस पितृ स्थल पर पांव रखना भी दूभर है. गंदगी और कीचड़ के चलते इलाके में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. महामारी का खतरा भी लोगों को सता रहा है, लेकिन न तो MCD प्रशासन को कोई फर्क पड़ रहा है और न ही निगम पार्षद को लोगों की कोई चिंता है. इनकी ये उदासीनता इलाके की जनता के मन में रोष पनपने की सबसे बड़ी वजह बन गई है.
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उत्तराखंड वासियों के साथ ही स्थानीय लोगों में भी MCD प्रशासन और निगम पार्षद के रवैये के प्रति घोर नाराजगी है. लोगों का आरोप है कि कई बार निगम पार्षद से इस मामले की शिकायत की गई और इसे दुरुस्त कराने की गुहार लगाई गई, लेकिन अपने कार्यक्षेत्र से बाहर का काम बताते हुए कोई भी काम कराने से साफ इन्कार कर दिया गया. इसलिए अब लोगों ने पार्षद को ही बदलने का एलान कर दिया है. खास तौर से स्थानीय महिलाओं और दुकानदारों में पार्षद के इस रवैये के प्रति घोर नाराजगी देखी जा रही है.