डोइवाला: नगर पालिका में सीवर लाइन न होने के कारण पालिका क्षेत्र से निकाली जा रही गंदगी इधर-उधर फेंकी जा रही है. जिस कारण लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, अब इस समस्या का जल्द ही निष्तारण होने वाला है. नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने बताया कि बेंगलुरु के देवनहल्ली में लगे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और मल जल प्लांट की तर्ज पर डोइवाला के खातेह में अंबेडकर पार्क के पास मल-जल ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है.
डोइवाला नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी विजय पी एस चौहान ने बताया कि नगर पालिका के विस्तारीकरण के बाद बहुत बड़ा क्षेत्र नगर पालिका की परिसीमा में आ गया है. डोइवाला नगर पालिका को गंदगी मुक्त नगर पालिका बनाने के लिए उस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही डोइवाला नगर पालिका में सीवर लाइन की व्यवस्था न होने के कारण लोगों द्वारा शौचालय की गंदगी को गदेरों, नालों या फिर खुली जगह पर फेंक दिया जाता है, जिससे गंदगी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं.
वहीं, अब जल्द ही डोइवाला के खातेह में बेंगलुरु की तर्ज पर आधुनिक मल-जल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है, जिसके लिए जगह का चयन भी हो गया है. साथ ही टीम द्वारा मॉनिटरिंग भी कर ली गई है.
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अधिशासी अधिकारी ने बताया कि फिलहाल एक लाख की आबादी के हिसाब से लगभग ढाई करोड़ की लागत से यह मल-जल ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा रहा है. प्लांट के लगने के बाद डोइवाला नगर पालिका को गंदगी से निजात मिल पाएगी. दिल्ली की संस्था द्वारा यह कार्य किया जाएगा.
वही, क्षेत्रीय जनता भी मल-जल ट्रीटमेंट प्लांट के लगने की खबर से खुश है. सामाजिक कार्यकर्ता भारत भूषण ने बताया कि डोइवाला में सीवर लाइन की व्यवस्था न होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोगों द्वारा शौच गंदगी के गड्ढों को खाली कराकर उसके मल को यहां-वहां फेंक दिया जाता है, जिससे गंदगी के साथ बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ रहा है. वहीं, इस प्लांट में खाद बनने से किसानों को भी फायदा होगा.