मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी में भारतरत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 128वीं जयंती सादगी के साथ मनाई गई. जयंती समारोह में अंबेडकर चौक स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मिष्ठान का वितरण किया गया. इस मौके पर सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद रहे. इस दौरान अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर बाबासाहब अमर रहें के नारे लगाए गए. वहीं सभी से संविधान की रक्षा करने की अपील की गई.
पूर्व पालिका अध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय विधिक ज्ञानी, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे. उन्होंने कहा कि अंबेडकर के विचार और सिद्धांतों को धरातल पर उतारने की आवश्यकता है. अंबेडकर आजीवन लोगों के हितों के लिए कार्य करते रहे.
गीता कुमाई, सरिता देवी, जसवीर कौर, माधुरी टम्टा और सतीश ढौंडियाल ने कहा कि बाबा साहब की भावना थी कि संघर्ष करो, संगठित रहो, शिक्षित बनो, आगे बढ़ो. उनका जीवन संघर्षों से भरा हुआ था.
यह भी पढ़ेंः टूर पर आए बच्चों में से तीन छात्र डाकपत्थर बैराज में डूबे, एक को बचाया, दो लापता
वह अपने उच्च मनोबल से जीवन की हर बाधा को पार करते हुए देश को सामाजिक राजनैतिक व आर्थिक आजादी की समरसता में पिरोने में कामयाब हुए. उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को अंबेडकर के पद चिन्हों पर चलने की जरूरत है. जिससे देश को एक माला में पिरोया जा सके.