देहरादून: पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक पत्र भेजा है, जिसमें मेनका गांधी ने न सिर्फ उत्तराखंड शीप एंड वूल डेवलपमेंट बोर्ड के सीईओ डॉ. अविनाश आनंद पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं, बल्कि विभागीय सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं. साथ ही मेनका गांधी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सीबीआई, ईडी और सीबीसीआईडी से जांच कराने की मांग की है.
वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत इसे बहुत गंभीर मामला बात रहे हैं. जय सिंह रावत ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जो सवाल खड़े किए हैं, वह बहुत ही गंभीर है. उत्तराखंड सरकार ने ऑस्ट्रेलिया से 240 मरीनो भेड़ मंगाई थीं, लेकिन अब कहा जा रहा है कि जो भेड़ मंगाए गए हैं. वह बूढ़े हैं जिनमें प्रजनन क्षमता कम है. साथ ही इसमें कई अनियमितताएं भी है. हालांकि, मेनका गांधी ने इस मामले को अब उठाया है, लेकिन इससे पहले भी इस घोटाले को लेकर राज्य के भीतर सवाल उठते रहे हैं. क्योंकि इस घोटाले में कई बड़े लोगों के नाम भी शामिल हैं.
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बता दें, भेड़ पालन करने वाले किसानों की आय में वृद्धि और उत्तराखंड में ऊन के कारोबार में वृद्धि की दृष्टि से राज्य में आस्ट्रेलिया से खास नस्ल की मेरिनो भेड़ों को लाया गया था. आस्ट्रेलिया से मंगायी गयी इन 240 भेड़ों में 8 करोड़ 50 लाख का खर्च आया है. जिसमें 200 फीमेल और 40 मेल शामिल हैं. इन भेड़ों को टिहरी गढ़वाल के कोपरधार में चल रहे राजकीय भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र में 3 साल तक प्रजनन के लिए रखा गया है.
बता दें, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी द्वारा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को उत्तराखंड शीप एंड वूल डेवलपमेंट में भ्रष्टाचार को लेकर पत्र लिखा था. मामले में उत्तराखंड राज्यमंत्री रेखा आर्य ने हर बिंदु पर जांच की बात कही है.