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रिवर्स पलायन कार्यक्रम पर बुद्धिजीवियों ने उठाए सवाल, कहा- पहले रुके नेताओं का पलायन

राज्य स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित रैबार-2 में कई बड़ी हस्तियों ने शिकरत की, जहां पलायन और रिवर्स पलायन पर वैचारिक मंथन भी किया गया. हालांकि बुद्धिजीवियों ने इस तरह के कार्यक्रमों पर सवाल भी खड़े किए हैं.

बुद्धिजीवियों ने उठाए सवाल
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Published : Nov 4, 2019, 10:33 PM IST

देहरादून: रिवर्स पलायन के उद्देश्य से राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सरकार प्रदेशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. लेकिन प्रदेश पर बारीकी से नजर से रखने वाले राजनीतिक जानकार इसे सिर्फ सरकार का दिखावा मात्र कह रहे हैं. वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत ने कहा कि रिवर्स पलायन वास्तविक रूप से उस दिन होगा जब नेताओं का पलायन रुकेगा तो वहीं बुद्धिजीवियों के सवाल का राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने भी अपनी शैली में जवाब दिया.

रिवर्स पलायन के कार्यक्रम पर बुद्धिजीवियों ने उठाए सवाल

हर साल की तरह इस बार भी उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मना रही है. रिवर्स पलायन के उद्देश्य से प्रदेश के पहाड़ी जिलों में कई कार्यक्रमों को आयोजन भी किया जा रहा है. इसी में से एक है रैबार. ये कार्यक्रम टिहरी झील पर किया जा रहा है. लेकिन रैबार जैसे कार्यक्रमों को लेकर उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि ये केवल मात्र दिखावा है.

पढ़ें- देहरादून नगर निगम बनाएगा 50 किमी लंबी मानव श्रंखला, सीएम ने लोगों से जुड़ने का किया आह्वान

वरिष्ठ पत्रकार रावत के मुताबिक पहाड़ी जिलों से पलायन को रोकने के लिए और रिवर्स पलायन के लिए सबसे जरूरी राजनीतिक पलायन को रोकना है. जैसे ही नेता चुनाव जीतता है वे घर देहरादून में ढूंढता है और अगला चुनाव लड़ने के लिए भी मैदान की सीट तलाशनी शुरू कर देता है. क्योंकि उसे पता है कि उनसे पहाड़ को ऐसा कुछ नहीं दिया जिसकी बदौलत वो वहां से अगला चुनाव जीत सकें.

पढ़ें- पीएम मोदी की तरक्की के लिए पत्नी जसोदा बेन ने ऋषिकेश में किया हवन पूजन

जब इस बारे में उत्तराखंड में राज्य मंत्री धन सिंह रावत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कम से कम वह तो राजनीतिक पलायन नही करेंगे. उनका यह बयान उस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजनीतिक गलियारों में कई बार चर्चा हो चुकी है कि धन सिंह रावत भविष्य में देहरादून की राजपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. यानी वो अपनी राजनीतिक जमीन बदलने की फिराक में है. लेकिन उनके इस बायन ने इन चर्चाओं पर थोड़ा समय के लिए विराम लगा दिया है.

देहरादून: रिवर्स पलायन के उद्देश्य से राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सरकार प्रदेशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. लेकिन प्रदेश पर बारीकी से नजर से रखने वाले राजनीतिक जानकार इसे सिर्फ सरकार का दिखावा मात्र कह रहे हैं. वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत ने कहा कि रिवर्स पलायन वास्तविक रूप से उस दिन होगा जब नेताओं का पलायन रुकेगा तो वहीं बुद्धिजीवियों के सवाल का राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने भी अपनी शैली में जवाब दिया.

रिवर्स पलायन के कार्यक्रम पर बुद्धिजीवियों ने उठाए सवाल

हर साल की तरह इस बार भी उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मना रही है. रिवर्स पलायन के उद्देश्य से प्रदेश के पहाड़ी जिलों में कई कार्यक्रमों को आयोजन भी किया जा रहा है. इसी में से एक है रैबार. ये कार्यक्रम टिहरी झील पर किया जा रहा है. लेकिन रैबार जैसे कार्यक्रमों को लेकर उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि ये केवल मात्र दिखावा है.

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वरिष्ठ पत्रकार रावत के मुताबिक पहाड़ी जिलों से पलायन को रोकने के लिए और रिवर्स पलायन के लिए सबसे जरूरी राजनीतिक पलायन को रोकना है. जैसे ही नेता चुनाव जीतता है वे घर देहरादून में ढूंढता है और अगला चुनाव लड़ने के लिए भी मैदान की सीट तलाशनी शुरू कर देता है. क्योंकि उसे पता है कि उनसे पहाड़ को ऐसा कुछ नहीं दिया जिसकी बदौलत वो वहां से अगला चुनाव जीत सकें.

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जब इस बारे में उत्तराखंड में राज्य मंत्री धन सिंह रावत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कम से कम वह तो राजनीतिक पलायन नही करेंगे. उनका यह बयान उस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजनीतिक गलियारों में कई बार चर्चा हो चुकी है कि धन सिंह रावत भविष्य में देहरादून की राजपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. यानी वो अपनी राजनीतिक जमीन बदलने की फिराक में है. लेकिन उनके इस बायन ने इन चर्चाओं पर थोड़ा समय के लिए विराम लगा दिया है.

Intro:Note-- इस ख़बर की एक बाइट जय सिंह की mojo से भेजी गई है और एक बाइट FTP से (uk_deh_05_criticism_on_raibar_program_vis_byte_7205800) नाम से भेजी गई है।


एंकर- रिवर्स पलायन के नाम पर प्रदेश में राज्यस्थापना के मौके तमाम आयोजन किये जा रहे हैं लेकिन राजनीतिक जानकारो को सरकार की नीयत पर शक है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति के जानकार जय सिंह रावत का कहना के की रिवर्स पलायन वास्तविक रूप से उस दिन होगा जब नेताओ का पलायन रुकेगा तो वही वरिष्ठ मंन्त्री धन सिंह रावत ने जवाब दिया है।


Body:वीओ- राज्यस्थापना के मौके पर भले ही सरकार कितने ही कार्यक्रम के ढोल पिट कर यह दिखने की कोशिश कर ले कि सरकार राज्य के विकास में दिन रात एक कर रही है लेकिन वो लोग जो इस राज्य को बेहद करीब से जानते है उनसे अगर पूछा जाय तो राज्यस्थापना दिवस के मौके पर किये जाने वाले इन कार्यक्रमो से सन्देह ही नजर आता है।
इस बार भी हर बार की तरह सरकार राज्यस्थापना दिवस धूम धाम से मना रही है और रिवर्स पलायन के नाम पर रैबार सरीखे कार्यक्रम भी किये जा रहे हैं लेकिन वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि ये केवल मात्र दिखावा है। प्रदेश के पलायन को रोकने और रिवर्स पलायन के लिए सबसे जरूरी राजनीतिक पलायन को रोका जाय। वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि जैसे ही नेता चुनाव जीतता है वो घर देहरादून में ढूंढता है और अगला चुनाव लड़ने के लिए भी मैदान की सीट ढूंढता है क्यों उसे खुद भी मालूम होता है कि पहाड़ को उसने दिया क्या है जो वो अगला चुनाव वंहा से जीतेगा।

बाइट- जय सिंह रावत, वरिष्ठ पत्रकार

वहीं दूसरी और सरकार का पक्ष रखते हुए सरकार के वरिष्ठ मंन्त्री धन सिंह रावत का राजनीतिक पलायन पर जवाब आया कि कम से कम वह राजनीतिक पलायन नही करेंगे। धन सिंह रावत का यह बयान उस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्यों कि देहरादून की रायपुर सीट को लेकर कई बार सियासी गल्यारों में चर्चाएं होती आयी है कि धन सिंह रावत अपनी रानीतिक जमीन बदलने के फिराक में हैं लेकिन इस सब के बीच धन सिंह रावत का यह बयान मायने रखता है।

बाइट- धन सिंह रावत, मंन्त्री


Conclusion:
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