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डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क, विशेषज्ञों ने बताए बचने के उपाय

देहरादून में अब तक 212 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गई है. डेंगू के बढ़ते मरीज को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें डेंगू से होने वाले प्रभावों और उपचार के तौर-तरीकों पर चर्चा की गई.

देहरादून में डेंगू से बचाव के लिए आयोजित किया गया सेमिनार.
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Published : Aug 7, 2019, 3:11 PM IST

देहरादून: जिले में मानसून सक्रिय होते ही डेंगू के फैलने के आशंका बढ़ गई है. अब तक 212 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है. इसमें से 9 मरीज अन्य जिलों के पाए गए हैं. ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमे डेंगू के इलाज से संबंधित जानकारी से लेकर डेंगू वाहक मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के उपायों पर चर्चा की गई.

दरअसल डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज ने एक सेमिनार का आयोजन किया. इसमें दून मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का कोर्स कर रहे छात्र-छात्राओं सहित स्वास्थ्य महकमें के आला अधिकारियों ने शिरकत की. इस दौरान सेमिनार में आए वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, उत्तराखंड फिजीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर के पी जोशी, दून मेडिकल कॉलेज की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सादिक उमर, सहित तमाम एक्सपर्टस ने डेंगू से होने वाले प्रभावों और प्लेट लेट्स संबंधी उपचार के तौर-तरीकों पर अपनी राय रखी.

देहरादून में डेंगू से बचाव के लिए आयोजित किया गया सेमिनार.

यह भी पढ़ें: जानलेवा हुआ पैसों का विवाद, दिव्यांग को बस से उतार कर मारी गोली


सेमिनार की पूरी जानकारी देते हुए दून मेडिकल कॉलेज की एनाटॉमी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और हेड डॉक्टर एम के पंत ने बताया कि डेंगू को मल्टी डिस्प्लेरी अप्रोच के तहत कवर करने की कोशिश की गई है. इस सेमिनार में डेंगू की रोकथाम को लेकर मंथन किया गया. उन्होंने बताया कि इसके अलावा डेंगू के इलाज, बेहतर प्रबंधन, विश्व स्वास्थ संगठन की गाइड लाइनों को फोकस किया गया है. सेमिनार में डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम ,स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग का समावेश किया गया है.

देहरादून: जिले में मानसून सक्रिय होते ही डेंगू के फैलने के आशंका बढ़ गई है. अब तक 212 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है. इसमें से 9 मरीज अन्य जिलों के पाए गए हैं. ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमे डेंगू के इलाज से संबंधित जानकारी से लेकर डेंगू वाहक मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के उपायों पर चर्चा की गई.

दरअसल डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज ने एक सेमिनार का आयोजन किया. इसमें दून मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का कोर्स कर रहे छात्र-छात्राओं सहित स्वास्थ्य महकमें के आला अधिकारियों ने शिरकत की. इस दौरान सेमिनार में आए वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, उत्तराखंड फिजीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर के पी जोशी, दून मेडिकल कॉलेज की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सादिक उमर, सहित तमाम एक्सपर्टस ने डेंगू से होने वाले प्रभावों और प्लेट लेट्स संबंधी उपचार के तौर-तरीकों पर अपनी राय रखी.

देहरादून में डेंगू से बचाव के लिए आयोजित किया गया सेमिनार.

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सेमिनार की पूरी जानकारी देते हुए दून मेडिकल कॉलेज की एनाटॉमी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और हेड डॉक्टर एम के पंत ने बताया कि डेंगू को मल्टी डिस्प्लेरी अप्रोच के तहत कवर करने की कोशिश की गई है. इस सेमिनार में डेंगू की रोकथाम को लेकर मंथन किया गया. उन्होंने बताया कि इसके अलावा डेंगू के इलाज, बेहतर प्रबंधन, विश्व स्वास्थ संगठन की गाइड लाइनों को फोकस किया गया है. सेमिनार में डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम ,स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग का समावेश किया गया है.

Intro:देहरादून मे मानसून की सक्रियता के साथ ही डेंगू के एसेस लगातार सामने आ रहे हैं। देहरादून में 212 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें से 9 मरीज अन्य जिलों के हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में बीते मंगलवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमे डेंगू के इलाज के तौर तरीकों से लेकर डेंगू वाहक मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के उपायों पर चर्चा की गई।
summary- डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों को देखने के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राज की दून मेडिकल कॉलेज एक सेमिनार का आयोजन किया जिसमें दून मेडिकल कॉलेज मे एमबीबीएस का कोर्स कर रहे छात्र-छात्राओं सहित स्वास्थ्य महकमे के तमाम आला अधिकारियों ने शिरकत की। इस दौरान सेमिनार में आये वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी,उत्तराखंड फिजीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर के पी जोशी,दून मेडिकल कॉलेज की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सादिक उमर, सहित तमाम एक्सपर्टों ने डेंगू से होने वाले प्रभावों और प्लेटलेट्स,संबंधी उपचार के तौर तरीकों पर अपनी राय रखी।


Body: सेमिनार की विस्तृत जानकारी देते हुए दून मेडिकल कॉलेज की एनाटामी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और हेड डॉक्टर एम के पंत ने बताया कि डेंगू को मल्टी डिस्प्लेरी अप्रोच के तहत कवर करने की कोशिश की गई है, जिसमें डेंगू की रोकथाम को लेकर मंथन किया गया उन्होंने बताया कि इसके अलावा डेंगू के इलाज, बेहतर प्रबंधन ,विश्व स्वास्थ संगठन की गाइड लाइनों को फोकस किया गया है। सेमिनार मे डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम ,स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग का समावेश किया गया है। क्योंकि इन विभागों के आपसी तालमेल से डेंगू का समूल नाश किया जा सकता है।

डॉ एमके पंत,प्रोफेसर हेड,एनोटमी डिपार्टमेंट।


Conclusion:वहीं सेमिनार मे स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ आर के पांडे, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध निदेशक युगल किशोर पंत, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर से गुप्ता आदि मौजूद रहे
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