देहरादून: जिले में मानसून सक्रिय होते ही डेंगू के फैलने के आशंका बढ़ गई है. अब तक 212 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है. इसमें से 9 मरीज अन्य जिलों के पाए गए हैं. ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमे डेंगू के इलाज से संबंधित जानकारी से लेकर डेंगू वाहक मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के उपायों पर चर्चा की गई.
दरअसल डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजकीय दून मेडिकल कॉलेज ने एक सेमिनार का आयोजन किया. इसमें दून मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का कोर्स कर रहे छात्र-छात्राओं सहित स्वास्थ्य महकमें के आला अधिकारियों ने शिरकत की. इस दौरान सेमिनार में आए वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, उत्तराखंड फिजीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर के पी जोशी, दून मेडिकल कॉलेज की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सादिक उमर, सहित तमाम एक्सपर्टस ने डेंगू से होने वाले प्रभावों और प्लेट लेट्स संबंधी उपचार के तौर-तरीकों पर अपनी राय रखी.
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सेमिनार की पूरी जानकारी देते हुए दून मेडिकल कॉलेज की एनाटॉमी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और हेड डॉक्टर एम के पंत ने बताया कि डेंगू को मल्टी डिस्प्लेरी अप्रोच के तहत कवर करने की कोशिश की गई है. इस सेमिनार में डेंगू की रोकथाम को लेकर मंथन किया गया. उन्होंने बताया कि इसके अलावा डेंगू के इलाज, बेहतर प्रबंधन, विश्व स्वास्थ संगठन की गाइड लाइनों को फोकस किया गया है. सेमिनार में डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम ,स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग का समावेश किया गया है.