देहरादूनः उत्तराखंड में डॉक्टरी की फर्जी डिग्री का मामला सुर्खियों में है. थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने मास्टरमाइंड इमलाख के करीबी का मुजफ्फरनगर स्थित बाबा एजुकेशन कंसलटेंसी ऑफिस को सीज कर दिया है. बताया जा रहा है कि इस ऑफिस में फर्जी डिग्रियों की प्रिंटिंग होती थी. साथ ही डॉक्टरों की फर्जी बीएएमएस डिग्री बनाने वाले मुख्य आरोपी इमरान और इमलाख की कोर्ट में जमानत न हो सके, इसके लिए एसआईटी की टीम आरोपियों के खिलाफ धारा बढ़ाने जा रही है. अभी दोनों आरोपी हवालात में है.
पुलिस की मानें तो जिस व्यक्ति के नाम पर मुजफ्फरनगर स्थित बाबा एजुकेशन कंसलटेंसी ऑफिस है, उस व्यक्ति की मौत हो चुकी है. बता दें कि उत्तराखंड में फर्जी बीएएमएस की डिग्री मामले में पुलिस की टीम ने अब तक 14 फर्जी डॉक्टरों की गिरफ्तारी कर चुकी है. मास्टरमाइंड इमलाख को रिमांड पर लेने के बाद उसके निशानदेही पर 1200 फर्जी डिग्रियां और दस्तावेज, लेटर पैड, 51 मुहरें बरामद की जा चुकी है. जिसमें यूक्रेन से जारी एमबीबीएस की डिग्रियां भी बरामद हुई है.
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देहरादून के नेहरू कोलोनी सीओ अनिल जोशी ने बताया कि मुख्य आरोपी इमलाख मुजफ्फरनगर स्थित ऑफिस में लोगों से मिलकर उनके फर्जी सर्टिफिकेट बनाता था. जिसे सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस को उस ऑफिस से कुछ फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं. जिनकी जांच की जा रही है. इसके अलावा 19 और डॉक्टरों को चिन्हित किया है. जिनके दस्तावेज जांच के लिए भेजे गए हैं. जिसके बाद फर्जी डॉक्टरों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है. इन 56 फर्जी डाक्टर में से 14 झोलाछापों की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है.
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