देहरादून: प्रतियोगी परीक्षाओं में सीबीआई जांच समेत 13 युवाओं को जेल से रिहा करने की मांग को लेकर अभी भी छात्र शहीद स्मारक पर डटे हुए हैं. खास बात यह है कि जिलाधिकारी की तरफ से देहरादून नगर क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई है. इस बीच कचहरी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. यहां पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी मौजूद हैं. फिर भी छात्र भी बिना मांग पूरी हुए आंदोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.
उत्तराखंड में नकल रोधी कानून को राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद भी छात्रों का विरोध खत्म नहीं हुआ है. हालांकि युवाओं की संख्या में कमी जरूर दिखाई दी है. अभी करीब 100 से ज्यादा छात्र शहीद स्मारक पर बैठकर अपनी मांगों को पूरा किए जाने के लिए अड़े हैं. इन तमाम स्थितियों को लेकर देहरादून शहर में धारा 144 लागू की गई है. तमाम चौक चौराहों पर पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया है. सबसे ज्यादा पुलिस फोर्स कचहरी परिसर में लगाई गई है, जहां पर सैकड़ों पुलिसकर्मी इन युवाओं के आसपास घेरा बनाए हुए हैं.
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कचहरी परिसर में आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. यहां केवल मीडिया कर्मी या कुछ वकीलों को ही आने जाने की मंजूरी दी गई है. डीआईजी दलीप सिंह कुंवर समेत जिलाधिकारी और एडीएम भी कचहरी परिसर में आंदोलन को खत्म करवाने के लिए डटे हुए हैं. एसएसपी देहरादून दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि युवाओं से फिलहाल बातचीत की जा रही है. कोशिश की जा रही है कि युवाओं को शहीद स्मारक से हटाया जाए. एसएसपी दलीप कुंवर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आज दिन तक इन युवाओं को शहीद स्मारक से हटा दिया जाएगा. युवा बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार समेत दूसरे साथियों को रिहा करने की मांग पर अड़े हुए हैं. वे किसी भी स्थिति में आंदोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.