देहरादून: 26 नवंबर के दिन देहरादून के वसंत विहार में दो शव मिले थे. महिला और पुरुष दोनों के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. शुरुआत में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे. एक के बाद एक घटना से देहरादून पुलिस के माथे पर पहले से ही बल पड़े थे. इस घटना ने और भी परेशानी बढ़ा दी थी.
ये शव दरू चौक से आगे परवल रोड के किनारे नहर में पड़े थे. सूचना पर उस वक्त पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर जानकारी की गई तो मृतकों की पहचान संदीप मोहन धस्माना पुत्र मदन मोहन धस्माना, निवासी अंबीवाला, थाना वसंत विहार, उम्र 40 वर्ष व महिला हेमलता पत्नी सुनील निवासी पीताम्बरपुर थाना वसंत विहार उम्र करीब 37 वर्ष के रूप में हुई. इसके बाद पुलिस ने दोनों के घरों के आसपास के सीसीटीवी फुटेज और मृतकों के बारे में जानकारियां जुटाना शुरू की तो कई तरह के सुराग पुलिस के हाथ लग गए.
पुलिस के सीसीटीवी फुटेज का अध्ययन करने पर ये जानकारी हासिल हुई कि हेमलता 26 नवंबर को सुबह लगभग 5.18 बजे रोज की तरह घर से काम करने के लिए निकली थी. साथ ही संदीप मोहन धस्माना रोज की तरह सामान्यतः घूमने निकले थे. सीसीटीवी फुटेज में अपने घर से समय 04.48 बजे निकलते हुए दिखाई दिये.
दोनो शवों का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से कराया गया. जिसमें डाक्टरों द्वारा दोनों की मृत्यु किसी भारी सर्फेस के आब्जेक्ट से टकराने के कारण आई इंटरनल हेड इंजरी व इन्टरनल चोटों के कारण होना बताया गया. इससे प्रथम दृष्टया किसी वाहन की टक्कर से दोनों की मृत्यु होना प्रकाश में आया. घटना के सम्बन्ध में मृतकों के परिजनों द्वारा भी किसी पर कोई शक अथवा किसी से कोई रंजिश होना नहीं बताया गया.
इस मामले में पुलिस ने दी गई तहरीर के आधार पर अज्ञात वाहन चालक को पंजीकृत किया गया. ये मालूम हो चुका था कि घटना किसी गाड़ी की टक्कर से हुई है. लिहाजा आसपास के लगभग 150 सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया. घटनास्थल के आसपास लगभग 200 लोगों से पूछताछ कर जानकारी ली गई. इसी दौरान गाड़ी के कुछ पार्ट्स भी सड़क पर मिले. इससे जो जानकारी सामने आई उसमें पाया गया कि एक बुलेरो के सीसीटीवी फुटेज में वाहन की हेडलाइट दरू चौक पर सही पायी गयी. आगे राणा चौक के सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर भी सही पायी गयी. वाहन का सत्यापन करने पर भी वाहन सही हालत में मिला. पुलिस लगातार गाड़ियों को तलाश रही थी कि तभी उसकी नजर में दूध ले जाने का काम करने वाला शाहरुख आया. उसकी गाडी का नंबर यूके-07-सीडी-0554 था. पुलिस ने शाहरुख को बुलाया और पूछताछ की. उसके द्वारा अलग-अलग समय पर खुद को अलग-अलग स्थानों पर होना बताया गया. इस पर उसके मोबाइल की लोकेशन निकालने पर उसका अन्य स्थान पर होना पुलिस को ज्ञात हुआ.
इसके बाद पुलिस को ये शक हो गया कि वो झूठ बोल रहा है. लिहाजा थोड़ी सी कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने बताया की मेरा नाम शाहरुख पुत्र सईद अहमद निवासी ग्राम रसूलपुर बेहट रोड थाना कोतवाली देहात सहारनपुर है. उसने बताया कि 26 नवंबर के दिन ही वसंत विहार क्षेत्र में दूध बांटते समय सुबह 5:30 बजे के लगभग दरू चौक से परवल सड़क मार्ग की ओर जाते समय सड़क पर चल रही एक महिला व एक पुरुष उसके वाहन की बाई तरफ की हेडलाइट खराब होने के कारण उसे दिखाई नहीं दिये. इससे वो वाहन की चपेट में आ गये. टक्कर लगने के कारण महिला सड़क किनारे नहर में गिर गई. दूसरा व्यक्ति सड़क के किनारे गिर गया. अभियुक्त द्वारा पकड़े जाने के डर से सड़क किनारे पड़े उक्त व्यक्ति को भी सड़क से खींचकर नहर में महिला के पास फेंक दिया गया. वहां से फरार हो गया. फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जेल भेज दिया है.
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