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ऋषिकेश में ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन के बीच धक्का मुक्की, 53 गिरफ्तार, 150 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

Gumaniwala Waste Disposal Plant ऋषिकेश के गुमानीवाला में उस वक्त तनाव का माहौल हो गया, जब ग्रामीणों की निगम प्रशासन के साथ तीखी नोकझोंक हुई. मामला यहीं पर नहीं थमा, ग्रामीणों की पुलिस के साथ भी जबरदस्त धक्का मुक्की हुई. ऐसे में पुलिस को 53 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेना पड़ा. पूरा विवाद गुमानीवाला के लाल बीट पानी में प्रस्तावित कचरा निस्तारण प्लांट के चारदीवारी लगाने को लेकर हुआ. Rishikesh Villagers Protest

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
ऋषिकेश में ग्रामीण और पुलिस प्रशासन के बीच धक्का मुक्की
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 18, 2023, 3:42 PM IST

Updated : Sep 18, 2023, 11:02 PM IST

ऋषिकेश में ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन के बीच धक्का मुक्की

ऋषिकेशः गुमानीवाला के लाल बीट पानी में प्रस्तावित कचरा निस्तारण प्लांट पर चारदीवारी का मामला गरमा गया है. आज चारदीवारी करने जा रहे निगम प्रशासन की ग्रामीणों के साथ तीखी नोकझोंक हो गई. इतना ही नहीं ग्रामीणों और पुलिस बल के बीच जमकर धक्का मुक्की भी हुई. इसके बाद पुलिस ने 53 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा. इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
कचरा निस्तारण प्लांट की चारदीवारी लगाने को लेकर हंगामा

लाल बीट पानी में कचरा निस्तारण प्लांट की कवायदः ऋषिकेश नगर निगम प्रशासन का कहना है कि लाल बीट पानी में कचरा निस्तारण प्लांट प्रस्तावित है. जिसके लिए कई विभागों से बमुश्किल एनओसी ली गई है, लेकिन ग्रामीण विरोध कर कचरा निस्तारण प्लांट को शुरू नहीं करने दे रहे हैं. जबकि, कचरा निस्तारण प्लांट लोगों की सुविधा के लिए ही लगाया जा रहा है. आज पुलिस बल की मौजूदगी में संबंधित भूमि पर नगर निगम प्रशासन चारदीवारी करने जा रहा था, लेकिन ग्रामीणों ने रास्ते में ही प्रशासन की टीम को रोककर हंगामा करना शुरू कर दिया.

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
ग्रामीणों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की

कचरा निस्तारण प्लांट को आबादी से दूर लगाने की मांगः जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान और ग्राम प्रधान दीपा व्यास ने प्रशासन पर दबंगई करने का आरोप लगाया है. प्रशासन से कचरा निस्तारण प्लांट आबादी क्षेत्र से दूर लगाने की मांग दोहराई है. दोनों प्रतिनिधियों ने कहा कि केंद्र सरकार को कचरा निस्तारण प्लांट की भूमि के संबंध में गुमराह किया गया है. कागजों में कचरा निस्तारण प्लांट के आस पास जंगल दिखाया गया है. जबकि, आबादी क्षेत्र संबंधित भूमि से बिल्कुल लगा हुआ है.
ये भी पढ़ेंः गुमानीवाला में कूड़ा निस्तारण प्लांट का विरोध, ग्रामीणों ने जाम की सड़क, पुलिस-प्रशासन के छूटे पसीने

उनका कहना है कि कचरा निस्तारण प्लांट का कोई विरोध नहीं कर रहा है. विरोध इस बात का है कि कचरा निस्तारण प्लांट आबादी क्षेत्र से दूर लगाया जाए. प्रशासन उनकी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है. जबकि, इस संबंध में कई बार मेयर से भी मुलाकात कर बात की जा चुकी है. फिर भी अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिला है. उल्टा प्रशासन पुलिस बल को आगे कर ग्रामीणों की मांग को दबाने की कोशिश कर रहा है.

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
ऋषिकेश में ग्रामीणों का हंगामा

निगम प्रशासन समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने साधी चुप्पीः उनका कहना है कि जबरदस्ती कचरा निस्तारण प्लांट शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसे ग्रामीण बर्दाश्त नहीं करेंगे. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है यदि बलपूर्वक प्रशासन ग्रामीणों की आवाज दबाने का काम करेगा तो वो उग्र आंदोलन करेंगे. इसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा. वहीं, इस मामले में ऋषिकेश नगर निगम प्रशासन और उप जिलाधिकारी कुछ भी बोलने से कर मना रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में प्लास्टिक कचरा बना मुसीबत, HC के मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी खुद सफाई करने उतरे

ऋषिकेश में ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन के बीच धक्का मुक्की

ऋषिकेशः गुमानीवाला के लाल बीट पानी में प्रस्तावित कचरा निस्तारण प्लांट पर चारदीवारी का मामला गरमा गया है. आज चारदीवारी करने जा रहे निगम प्रशासन की ग्रामीणों के साथ तीखी नोकझोंक हो गई. इतना ही नहीं ग्रामीणों और पुलिस बल के बीच जमकर धक्का मुक्की भी हुई. इसके बाद पुलिस ने 53 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा. इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
कचरा निस्तारण प्लांट की चारदीवारी लगाने को लेकर हंगामा

लाल बीट पानी में कचरा निस्तारण प्लांट की कवायदः ऋषिकेश नगर निगम प्रशासन का कहना है कि लाल बीट पानी में कचरा निस्तारण प्लांट प्रस्तावित है. जिसके लिए कई विभागों से बमुश्किल एनओसी ली गई है, लेकिन ग्रामीण विरोध कर कचरा निस्तारण प्लांट को शुरू नहीं करने दे रहे हैं. जबकि, कचरा निस्तारण प्लांट लोगों की सुविधा के लिए ही लगाया जा रहा है. आज पुलिस बल की मौजूदगी में संबंधित भूमि पर नगर निगम प्रशासन चारदीवारी करने जा रहा था, लेकिन ग्रामीणों ने रास्ते में ही प्रशासन की टीम को रोककर हंगामा करना शुरू कर दिया.

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
ग्रामीणों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की

कचरा निस्तारण प्लांट को आबादी से दूर लगाने की मांगः जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान और ग्राम प्रधान दीपा व्यास ने प्रशासन पर दबंगई करने का आरोप लगाया है. प्रशासन से कचरा निस्तारण प्लांट आबादी क्षेत्र से दूर लगाने की मांग दोहराई है. दोनों प्रतिनिधियों ने कहा कि केंद्र सरकार को कचरा निस्तारण प्लांट की भूमि के संबंध में गुमराह किया गया है. कागजों में कचरा निस्तारण प्लांट के आस पास जंगल दिखाया गया है. जबकि, आबादी क्षेत्र संबंधित भूमि से बिल्कुल लगा हुआ है.
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उनका कहना है कि कचरा निस्तारण प्लांट का कोई विरोध नहीं कर रहा है. विरोध इस बात का है कि कचरा निस्तारण प्लांट आबादी क्षेत्र से दूर लगाया जाए. प्रशासन उनकी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है. जबकि, इस संबंध में कई बार मेयर से भी मुलाकात कर बात की जा चुकी है. फिर भी अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिला है. उल्टा प्रशासन पुलिस बल को आगे कर ग्रामीणों की मांग को दबाने की कोशिश कर रहा है.

scuffle between villagers and administration in Rishikesh
ऋषिकेश में ग्रामीणों का हंगामा

निगम प्रशासन समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने साधी चुप्पीः उनका कहना है कि जबरदस्ती कचरा निस्तारण प्लांट शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसे ग्रामीण बर्दाश्त नहीं करेंगे. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है यदि बलपूर्वक प्रशासन ग्रामीणों की आवाज दबाने का काम करेगा तो वो उग्र आंदोलन करेंगे. इसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा. वहीं, इस मामले में ऋषिकेश नगर निगम प्रशासन और उप जिलाधिकारी कुछ भी बोलने से कर मना रहे हैं.
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Last Updated : Sep 18, 2023, 11:02 PM IST
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