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उत्तराखंड के सभी शिक्षण संस्थानों में स्काउट एंड गाइड अनिवार्य, मदरसों पर भी होगा लागू - उत्तराखंड स्काउट एंड गाइड

उत्तराखंड के सभी शिक्षण संस्थानों में अब स्काउट एंड गाइड अनिवार्य होगा. मदरसों को भी स्काउट एंड गाइड शुरू करना होगा. उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने पहली बार विद्यालयी शिक्षा महानिदेशालय ननूरखेड़ा में भारत स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड की बतौर अध्यक्ष पहली समीक्षा बैठक ली. उन्होंने मदरसों समेत सूबे के समस्त निजी एवं राजकीय शिक्षण संस्थानों में स्काउट एंड गाइड अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये.

Scouts and Guides
स्काउट एंड गाइड
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Published : Nov 17, 2022, 8:20 AM IST

Updated : Nov 17, 2022, 9:11 AM IST

देहरादून: प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में भारत स्काउट एंड गाइड्स की इकाइयां अनिवार्य रूप से स्थापित की जाएंगी, ताकि बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन तथा व्यावहारिक नैतिक मूल्यों का भी ज्ञान प्राप्त हो सके. इस व्यवस्था को राजकीय शिक्षण संस्थानों के साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों, संस्कृत विद्यालयों व मदरसों में भी लागू किया जायेगा. इसी प्रकार उच्च शिक्षा के अंतर्गत महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में रोवर रेंजर की इकाइयां स्थापित की जाएंगी.

स्काउट एंड गाइड अनिवार्य: शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने विद्यालयी शिक्षा महानिदेशालय ननूरखेड़ा में भारत स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड की बतौर अध्यक्ष पहली समीक्षा बैठक ली. उन्होंने सूबे के समस्त निजी एवं राजकीय शिक्षण संस्थानों में स्काउट एंड गाइड अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये. डॉक्टर रावत ने कहा कि वर्तमान परिवेश में छात्र-छात्राओं को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन, सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों की भी जानकारी होना जरूरी है, जो उनको स्काउट-गाइड के रूप में आसानी से दी जा सकती है, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके.

मदरसों में भी स्काउट एंड गाइड: शिक्षा मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी स्कूलों में स्काउट एंड गाइड्स को अनिवार्य रूप से लागू करने की संस्तुति की गई है. जिसको देखते हुये सूबे में विद्यालयी शिक्षा के साथ-साथ संस्कृत शिक्षा व मदरसा बोर्ड के अंतर्गत समस्त शिक्षण संस्थानों में भी स्काउट एंड गाइड्स की इकाई स्थापित की जायेगी. इसी प्रकार उच्च शिक्षा के अंतर्गत समस्त शिक्षण संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में रोवर रेंजर की इकाइयां गठित की जाएंगी. विभागीय मंत्री ने बताया कि स्काउट एंड गाइड व रोवर रेंजर में पंजीकृत छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति अभियान, टीबी उन्मूलन, नमामि गंगे व स्वच्छ भारत अभियान से भी जोड़ा जायेगा. डॉक्टर रावत ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में जिला स्काउट मास्टर के रिक्त पदों पर शीघ्र तैनाती की जायेगी.

उत्तराखंड मं स्काउट एंड गाइड के दो प्रशिक्षण केंद्र हैं: स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड के सचिव आरएम काला ने स्काउट-गाइड की गतिविधियों एवं संचालन को लेकर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिये देशभर में कई प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित हैं. इनमें उत्तराखंड में दो केन्द्र प्रादेशिक प्रशिक्षण केन्द्र शीतलाखेत अल्मोड़ा व प्रादेशिक कैम्पिंग सेंटर भोपालपानी देहरादून भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि स्काउट एंड गाइड के मुख्य रूप से संगठन, प्रशिक्षण, प्रशासकीय व प्रबंधन चार घटक हैं. जिसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाता है. 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के छात्रों के लिये 100 से अधिक स्किल्स प्रशिक्षण हैं, प्रदेश में लगभग 80 प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है.
ये भी पढ़ें: यूपी जैसा सख्त होगा उत्तराखंड का धर्मांतरण कानून, जानिए कितने कठोर हुए नियम

इसमें स्टार गैजिग, मैप-रीडिंग, पायनियरिंग, फास्टेड, इस्टीमेशन, फायर फाइटिंग, आपदा प्रबंधन, रीडरशिप, पर्सनाल्टी डेवलेपमेंट आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं. उन्होंने बताया कि माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा से प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, यूएसए, यूएई, यूके आदि देशों में जम्बूरी में प्रतिभाग किया. इसके अलावा वर्ष 2021-22 में राष्ट्रपति पुरस्कार के लिये 46 स्काउट-गाइड तथा 3 रोवर का चयन किया गया. इससे पहले विभाग की स्टेट चीफ कमिश्नर सीमा जौनसारी ने विभागीय मंत्री को भारत स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड का अध्यक्षीय मैडलिन व स्कॉर्फ पहनाया.

देहरादून: प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में भारत स्काउट एंड गाइड्स की इकाइयां अनिवार्य रूप से स्थापित की जाएंगी, ताकि बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन तथा व्यावहारिक नैतिक मूल्यों का भी ज्ञान प्राप्त हो सके. इस व्यवस्था को राजकीय शिक्षण संस्थानों के साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों, संस्कृत विद्यालयों व मदरसों में भी लागू किया जायेगा. इसी प्रकार उच्च शिक्षा के अंतर्गत महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में रोवर रेंजर की इकाइयां स्थापित की जाएंगी.

स्काउट एंड गाइड अनिवार्य: शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने विद्यालयी शिक्षा महानिदेशालय ननूरखेड़ा में भारत स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड की बतौर अध्यक्ष पहली समीक्षा बैठक ली. उन्होंने सूबे के समस्त निजी एवं राजकीय शिक्षण संस्थानों में स्काउट एंड गाइड अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये. डॉक्टर रावत ने कहा कि वर्तमान परिवेश में छात्र-छात्राओं को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन, सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों की भी जानकारी होना जरूरी है, जो उनको स्काउट-गाइड के रूप में आसानी से दी जा सकती है, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके.

मदरसों में भी स्काउट एंड गाइड: शिक्षा मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी स्कूलों में स्काउट एंड गाइड्स को अनिवार्य रूप से लागू करने की संस्तुति की गई है. जिसको देखते हुये सूबे में विद्यालयी शिक्षा के साथ-साथ संस्कृत शिक्षा व मदरसा बोर्ड के अंतर्गत समस्त शिक्षण संस्थानों में भी स्काउट एंड गाइड्स की इकाई स्थापित की जायेगी. इसी प्रकार उच्च शिक्षा के अंतर्गत समस्त शिक्षण संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में रोवर रेंजर की इकाइयां गठित की जाएंगी. विभागीय मंत्री ने बताया कि स्काउट एंड गाइड व रोवर रेंजर में पंजीकृत छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति अभियान, टीबी उन्मूलन, नमामि गंगे व स्वच्छ भारत अभियान से भी जोड़ा जायेगा. डॉक्टर रावत ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में जिला स्काउट मास्टर के रिक्त पदों पर शीघ्र तैनाती की जायेगी.

उत्तराखंड मं स्काउट एंड गाइड के दो प्रशिक्षण केंद्र हैं: स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड के सचिव आरएम काला ने स्काउट-गाइड की गतिविधियों एवं संचालन को लेकर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिये देशभर में कई प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित हैं. इनमें उत्तराखंड में दो केन्द्र प्रादेशिक प्रशिक्षण केन्द्र शीतलाखेत अल्मोड़ा व प्रादेशिक कैम्पिंग सेंटर भोपालपानी देहरादून भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि स्काउट एंड गाइड के मुख्य रूप से संगठन, प्रशिक्षण, प्रशासकीय व प्रबंधन चार घटक हैं. जिसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाता है. 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के छात्रों के लिये 100 से अधिक स्किल्स प्रशिक्षण हैं, प्रदेश में लगभग 80 प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है.
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इसमें स्टार गैजिग, मैप-रीडिंग, पायनियरिंग, फास्टेड, इस्टीमेशन, फायर फाइटिंग, आपदा प्रबंधन, रीडरशिप, पर्सनाल्टी डेवलेपमेंट आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं. उन्होंने बताया कि माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा से प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, यूएसए, यूएई, यूके आदि देशों में जम्बूरी में प्रतिभाग किया. इसके अलावा वर्ष 2021-22 में राष्ट्रपति पुरस्कार के लिये 46 स्काउट-गाइड तथा 3 रोवर का चयन किया गया. इससे पहले विभाग की स्टेट चीफ कमिश्नर सीमा जौनसारी ने विभागीय मंत्री को भारत स्काउट एंड गाइड्स उत्तराखंड का अध्यक्षीय मैडलिन व स्कॉर्फ पहनाया.

Last Updated : Nov 17, 2022, 9:11 AM IST
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