ऋषिकेश: तीर्थनगरी में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. बीते दिननगर निगम के पार्षद की स्कूटी पर चोर ने हाथ साफ कर दिया. पार्षद ने स्कूटी चोरी की जानकारी पुलिस को दे दी है. फिलहाल पुलिस को लिखित तहरीर नहीं दी गई है. पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर चोर की धरपकड़ के प्रयास में जुट गई है.
जानकारी के मुताबिक ऋषिकेश नगर निगम के पार्षद अजीत सिंह गोल्डी की मेन बाजार में जूट हाउस की दुकान है. दुकान के बाहर पार्षद ने अपनी स्कूटी सड़क पर खड़ी करी. दोपहर करीब एक बजे कंबल ओढ़े हुआ एक व्यक्ति स्कूटी पर बैठा. जिसे लोगों ने मानसिक विक्षिप्त समझा. कुछ देर बाद वह व्यक्ति स्कूटी को चोरी कर फरार हो गया. सड़क पर स्कूटी दिखाई नहीं देने पर पार्षद अजीत सिंह गोल्डी हरकत में आए. उन्होंने आसपास में स्कूटी की तलाश की. मगर स्कूटी दिखाई नहीं दी. जिसके बाद उन्होंने अपनी दुकान के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को देखा. फुटेज में एक कंबल ओढ़े हुए व्यक्ति दिखाई दिया.
पढ़ें-लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर कारोबारी के बेटे से मांगी गई 20 लाख की रंगदारी
जो काफी देर तक स्कूटी पर बैठा रहा और फिर मौका लगते ही डुप्लीकेट चाबी से स्कूटी को स्टार्ट कर फरार हो गया. घटना की सूचना पार्षद ने पुलिस को दी. सूचना मिलते ही घाट चौकी प्रभारी विनोद कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने पूछताछ करने के बाद सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को अपने कब्जे में लिया. पार्षद अजीत सिंह गोल्डी ने बताया कि उन्होंने पुलिस को मौखिक रूप से जानकारी दी है. लिखित तहरीर नहीं दी गई है. पुलिस ने फुटेज के आधार पर चोर की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
विकासनगर में बाइक चोर गिरफ्तार: थाना सेलाकुई पुलिस ने दो शातिर बाइक चोरों को गिरफ्तार किया है. खाना सेलाकुई बंजारा गली निवासी आकर्ष ने थाना सेलाकुई में लिखित तहरीर देते हुए कहा कि 10 मार्च को उसने अपनी मोटरसाइकिल को कार्यरत कंपनी के बाहर खड़ा किया था. जब वह बाहर आया तो देखा कि मोटरसाइकिल वहां पर नहीं थी. जिसके बाद उसने पुलिस को घटना की सूचना दी. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम का गठन किया और संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे चेक किए. पुलिस ने बताया कि गठित पुलिस टीम द्वारा वाहन चेकिंग की गई तो गुरुद्वारा से आगे देहरादून रोड से अभियुक्त शोभित कुमार व गौतम कुमार को चोरी की मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.
हरिद्वार में चोरी हुए मोबाइल बरामद: रेलवे पुलिस (जीआरपी) की एसओजी ने रेलवे स्टेशन और ट्रेनों से गायब हुए करीब चौदह लाख के मोबाइल फोन तो ढूंढ निकाले. लेकिन हैरानी की बात है की एक भी चोर को गिरफ्तार नहीं किया गया. अपर पुलिस अधीक्षक अरुणा भारती ने जिनके मोबाइल फोन बरामद किए उन्हें लौटा दिए हैं. एएसपी अरुणा भारती ने बताया कि रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में गुम होने वाले मोबाइल फोन के संबंध में आई शिकायतों के आधार पर एसओजी जीआरपी की टीम गठित की गई थी. जांच करते हुए मोबाइल तलाशते हुए एकत्र किए गए. एसओजी प्रभारी अशोक कुमार के नेतृत्व में टीम ने करीब आठ महीने के अंदर 73 मोबाइल फोन ढूंढने में सफलता पाई है. जिनकी कीमत 13.77 लाख से अधिक है. सभी मोबाइल फोन उनके मालिकों को लौटा दिए गए हैं.