देहरादून: उत्तराखंड चारधाम के कपाट खुलने की तिथि फाइनल होने के बाद अब राज्य सरकार चारधाम के कपाट खोलने की व्यवस्था में जुटी हुई है. यही नहीं, पर्यटन विभाग लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस के नियम को पालन करने के साथ ही कपाट खोलने की व्यवस्थाएं कर रहा है. धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि प्रदेश में धारा 144 लागू है, ऐसे में सभी का धाम के कपाट खुलने के वक्त वहां होना जरूरी नहीं है. उन्होंने अनुरोध किया कि परंपराओं की मान्यता का ध्यान रखते हुए चारधाम के कपाट खोले जा रहे हैं, लिहाजा लोग लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करें.
सतपाल महाराज ने आगे कहा कि चारधाम के कपाट खुलने के साथ ही प्रदेश में पर्यटन सीजन शुरू होता है. लिहाजा लोग लॉकडाउन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान रखें. सभी को घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना जरूरी है. साथ ही सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना होगा.
उन्होंने तीर्थ पुरोहितों और जनता से अनुरोध किया कि बाबा केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट खोलने के लिए जो डोली जाती है, उस दौरान भीड़ न लगाएं. उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि आने वाले अच्छे दिनों में पूर्व की भांति बेहतर तरीके से चारधाम यात्रा को आगे बढ़ाया जायेगा.
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वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा बहुत बड़ा पर्व है. जिसमें हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर पहुंचते हैं. हालांकि, इस साल कोरोना वायरस के चलते चारधाम यात्रा मध्यम रहेगी. ऐसे में नए सिरे से कोई बीमारी न फैलेे, इसके लिए लोगों को इस यात्रा में कम से कम भागीदारी देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म होने के बाद फिर से पहले की तरह चारधाम यात्रा आगे चलायी जाएगी.