देहरादून: उत्तराखंड के धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज (satpal maharaj) ने देवस्थानम बोर्ड (devasthanam board) पर विचार नहीं किए जाने को लेकर जो बयान दिया था, उस लेकर तीर्थ पुरोहित भड़क गए हैं. उन्होंने जगह-जगह मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ प्रदर्शन किया है. हालांकि अब अपने बयान पर सतपाल महाराज ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि उनका बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने बोर्ड पर पुनर्विचार न किये जाने को लेकर जारी बयान का खंडन किया है.
मंत्री सपपाल महाराज ने कहा कि सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर फैलाई जा रही है कि उनके द्वारा यह कहा गया है कि देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार नहीं होगा, ऐसा नहीं है. उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि एक सवाल 'देवस्थानम बोर्ड में 4 मंदिरों के अलावा अन्य को शामिल करने पर क्या कोई पुनर्विचार चल रहा है' के जबाव में कहा था कि चार मंदिर समूह में शामिल 51 मंदिरों के अलावा किसी अन्य को देवस्थानम बोर्ड में शामिल नहीं किया जाएगा. इस पर कोई पुनर्विचार नहीं चल रहा है.
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इसके अलावा उन्होंने देवस्थानम बोर्ड को लेकर कभी भी कोई गलत बात नहीं कही. मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि इसके अतिरिक्त उन्होंने देवस्थानम को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जिसको लेकर विवाद खड़ा किया जाए. उन्होंने कहा कि उनके बयान को जानबूझकर इस तरह से दिखाया गया है कि जिससे समाज में आक्रोश भड़के.