देहरादूनः उत्तराखंड में आगामी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसे लेकर सूबे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. कांग्रेस ने भी अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी है. इसी कड़ी में रविवार को वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पृष्ठभूमि के नेता कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं. ऐसे में सदस्यता ग्रहण समारोह को लेकर कांग्रेस ने तैयारियां मुकम्मल कर ली है.
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हार का मुंह देख चुकी कांग्रेस भी सत्ता पाने की जुगत में है. जबकि, आम आदमी पार्टी की बढ़ती सक्रियता के बीच कांग्रेस के सामने कई चुनौतियां भी हैं. ऐसे में अब कांग्रेस पुरजोर तरीक से तैयारियों में जुट गई है. इसी कड़ी में रविवार को वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पृष्ठभूमि के बड़े नेता कांग्रेस पार्टी की विधिवत सदस्यता ग्रहण करेंगे. उनके साथ प्रदेशभर के कई समर्थक भी कांग्रेस के कुनबे में शामिल होंगे.
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कांग्रेस गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा दसौनी का कहना है कि कांग्रेस में शामिल होने वाले नेता करीब 3 दशकों से संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे दलों से जुड़े हुए हैं. उन्होंने इन संगठनों में रहते हुए प्रदेश स्तर पर बड़े दायित्व संभाले. अब वो कांग्रेस में शामिल होने जा रहै हैं. गरिमा ने कहा कि राज्य निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा चुके हिंदूवादी नेता जनता के बुनियादी सवालों पर भी कई बार सत्याग्रह करते हुए जेल जा चुके हैं.
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पार्टी में शामिल होने जा रहे संघ पृष्ठभूमि के नेता राम मंदिर आंदोलन के दौरान देश के पहले कारसेवा जत्थे में शामिल रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि सदस्यता ग्रहण समारोह में कांग्रेस चुनाव अभियान संचालन समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी शामिल होंगे.