विकासनगरः जौनसार-बावर की लाइफ लाइन मानी जाने वाले कालसी-चकराता मार्ग लगातार मौत का सफर बनता जा रहा है. इस मार्ग पर लगातार हादसों के कई मामले सामने आ रहे हैं. बावजूद संबंधित विभाग और शासन-प्रशासन मामले पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इतना ही नहीं विभाग ने डेंजर प्वाइंटों पर पैराफिट और क्रेश बैरियर भी नहीं लगाए हैं. ऐसे में लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं. वहीं, मामले पर विभागीय अधिकारी बजट का रोना रो रहे हैं.
बता दें कि करीब 40 किलोमीटर लंबे कालसी-चकराता मार्ग पर कई स्थानों पर सुरक्षात्मक इंतजाम नहीं किए हैं. इस मार्ग पर कई डेंजर जोन भी हैं. जहां पर लोक निर्माण विभाग ने पैराफिट और क्रेश बैरियर नहीं लगाए हैं. जिसके कारण से आए दिन हादसे हो रहे हैं. कई हादसे ऐसे भी हो चुके हैं, जहां पर पैराफिट और क्रेश बैरियर होते तो हादसे में काफी हद तक अंकुश लग सकता था. इस मार्ग पर रोजाना सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन रहता है.
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उधर, स्थानीय लोगों में लोक निर्माण विभाग के खिलाफ खासा रोष देखने को मिल रहा है. स्थानीय निवासी महेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि लोक निर्माण की लापरवाही के कारण आए दिन दुर्घटनाएं घट रही है. ऐसे में लोक निर्माण विभाग को जल्द सड़क के किनारे पैराफिट और क्रेश बैरियर लगाकर सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए.
वहीं, मामले पर लोक निर्माण विभाग साहिया के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह का कहना है कि कालसी-चकराता मार्ग 40 किलोमीटर लंबा है. इस मार्ग पर पैराफिट व क्रेश बैरियर और साहिया में पुल निर्माण समेत अन्य सुरक्षात्मक कार्य गतिमान है. साथ ही कहा कि बजट के अभाव में कार्य धीमी गति से चल रहा है. कार्यदायी ठेकेदार को पत्र के माध्यम से अवगत कराकर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए जा चुके हैं. सभी कार्य दिसंबर महीने तक पूरा कर लिया जाएगा.