देहरादून: रुड़की पुलिस पर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के एक शातिर सदस्य को शह देने का आरोप सामने आने के बाद उत्तराखंड पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय स्तर से इस मामले पर आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ गोपनीय जांच बैठा दी गई है. मुख्यालय के मुताबिक जांच पड़ताल में अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित पुलिसकर्मियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
बता दें, 2 दिन पहले यूपी एटीएस ने रुड़की में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) के शातिर सदस्य आशीष गगुनी को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद रुड़की पुलिस पर उसे पनाह देने के गंभीर आरोप लग रहे हैं. जानकारी के मुताबिक रुड़की के सिविल लाइन में रहने वाला आशीष खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सरगना हरजीत सिंह का खास विश्वासपात्र बताया जा रहा है.
गैंग में हथियारों की सप्लाई में भूमिका
ऐसी भी जानकारी मिल रही है कि यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया गया केएलएफ का सदस्य हथियारों की सप्लाई में अपने गिरोह में भूमिका निभाता था. रुड़की पुलिस पर आरोप लग रहे हैं कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सरगना का खास वफादार आशीष काफी समय से स्थानीय पुलिस की मदद से रुड़की की सिविल लाइन में रह रहा था. इस दौरान वह रुड़की पुलिस को हल्की फुल्की घटनाओं में रुड़की पुलिस की मदद कर अंदरखाने अपने गिरोह के लिए भूमिका निभा रहा था.
आरोप सही पाए गए तो संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी: DG, LO
उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि रुड़की पुलिस पर लगे आरोपों की जांच के लिए मुख्यालय स्तर से गोपनीय जांच बैठा दी गई है. जांच पड़ताल के दौरान अगर आरोपों में जरा भी सत्यता सामने आई तो आरोपित पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.