देहरादून: उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने 14 सूत्रीय मांगों को लेकर फिर आंदोलन की चेतावनी दी है. बीते दिन यूनियन ने 14 सूत्रीय मांग पत्र को रोडवेज प्रबंधन को भेजा था. साथ ही उन्होंने जल्द मांग पूरी न होने पर एक दिवसीय क्रमिक अनशन पर बैठने का जिक्र किया था. अब यूनियन ने चेतावनी दी है कि 13 जनवरी तक इन मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो वह 14 जनवरी से धरने पर बैठेंगे, जिसकी जिम्मेदारी निगम की होगी.
उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि 30 सितंबर 2020 को परिवहन निगम और संगठन के बीच कुछ बिंदुओं पर बातचीत हुई थी. जिस पर मांगों के तमाम बिंदुओं पर निस्तारण करने की बात कही गई थी. लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके चलते संगठन में काफी नाराजगी है. लिहाजा जिन बिंदुओं पर सहमति बनी है, उन बिन्दुओं का निवारण अगर 13 जनवरी तक नहीं किया जाता है तो वह धरने पर बैठ जाएंगे. जिसका मांग पत्र, परिवहन निगम मुख्यालय में भेज दिया गया है.
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रोडवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगें...
1- नियमित सेवानिवृत्त, संविदा, विशेष श्रेणी कर्मचारियों को उनके लंबित देय का भुगतान किया जाए.
2- ई-टिकट पटल एवं डीजल पटल 24 घंटे खोलने की व्यवस्था की जाए.
3- पर्वतीय मार्गों के लिए नए वाहन मगवाएं जाए और बागेश्वर, सोनप्रयाग, मसूरी मार्ग पर बसें संचालित की जाए.
4- हरिद्वार पुष्कर बंद पड़े समय को राजस्थान परिवहन निगम से समझौता कर अल्ट्रेनेट पर वाहन संचालन करवाया जाए.
4- 24 घंटे वरिष्ठ केंद्र प्रभारी की ड्यूटी आवंटित की जाए.
5- जम्मू, पुष्कर, चंडीगढ़ मार्ग पर नए बस की मांग.
6- पुष्कर मार्ग पर संचालित वाहन के फ्यूल टैंक बढ़ा करवाएं जाए.
7- एजेंसी के माध्यक से निगम में भर्ती हुए चालकों को मार्च से वेतन नहीं मिला है. जिससे परिवार से सामने भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में लंबित पड़े वेतन का भुगतान किया जाए.
8- लंबित ईपीएफ कई माह से जमा नहीं हुआ है, जिसको जल्द जमा करावाया जाए.
9- लखनऊ मार्ग पर संचालित बसों की समय सारणी बनवाई जाए.
10- बस स्टैंड के बाहर से प्राइवेट वाहन चालक की डग्गामारी बंद की जाए.
11- बस स्टैंड पर माह में अनेकों वार बिजली न आने के कारण एवं इंटरनेट सेवा बाधित होने के संचालन में व्यवधान उत्पन होता है, जिसकी जवाबदेही तय की जाए.
12- समस्त पटलों पर लिपिकों के अभाव में वरिष्ठ परिचालकों को से ही पटल पर कार्य लिया जाए.
13- चालक, परिचालक प्रतिदिन अपनी ड्यूटी पर उपस्थित होते हैं, लेकिन कभी-कभी उनकों बस उपलब्ध नहीं होती है और बस उपलब्ध न होने पर उसकी उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज नहीं की जाती है. ऐसी दशा में चालक/ परिचालक की उपस्थिति दर्ज होनी चाहिए.