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उत्तराखंड परिवहन निगम में भर्ती के लिए एजेंसी प्रथा शुरू, विरोध में कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

उत्तराखंड परिवहन निगम में विरोध की खबरें सामने आने लगी हैं. ये विरोध उत्तराखंड परिवहन निगम में चालक-परिचालक की भर्ती एजेंसी से कराये जाने के विरोध में है. इसके विरोध में उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने 31 अगस्त से 2 सितंबर तक काली पट्टी बांधकर कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.

Agency practice started for the recruitment of driver-conductors in Transport Corporation
परिवहन निगम में ड्राइवर-कंडक्टरों की भर्ती के लिए एजेंसी प्रथा शुरू
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Published : Aug 19, 2022, 10:07 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम(Uttarakhand Transport Corporation) में चालक-परिचालकों की आपूर्ति के लिए एजेंसी प्रथा शुरू कर दी गई है. जिसको लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध के स्वर तेज करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है. निगम कर्मचारियों के मुताबिक अगर जल्द ही चालक परिचालक भर्ती के लिए नियुक्त एजेंसी (MKSSSS)को समाप्त नहीं किया तो 31 अगस्त से कर्मचारी काली पट्टी बांधकर आंदोलन(Roadways employees will agitate by tying a black band) करने के लिए बाध्य होंगे. इतना ही नहीं इसके बाद 1 और 2 सितंबर में परिवहन निगम के सभी बस डिपो में कार्य बहिष्कार कर आंदोलन भी किया जाएगा.

उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन(Uttarakhand Roadways Employees Union)का आरोप है कि इससे पहले कर्मचारियों के हित में नैनीताल हाईकोर्ट ने जो आदेश दिए थे,उसके विपरीत जाकर परिवहन निगम में अब जिस कार्य योजना में बिंदुवार निर्णय लिए जा रहे हैं वह न सिर्फ परिवहन कर्मियों के खिलाफ हैं बल्कि इसमें नैनीताल हाईकोर्ट के आदेशों की भी अवमानना है.
पढ़ें- अग्निवीर भर्ती रैली के पहले दिन चमोली के 5 हजार युवाओं ने दिखाया दमखम, कल से कुमाऊं में कमदताल

589 रिक्त पदों पर नियुक्त एजेंसी की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ: उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन(Uttarakhand Roadways Employees Union) के मुताबिक परिवहन निगम चालक- परिचालकों की आपूर्ति के लिए नियुक्त एजेंसी( MKSSSS) द्वारा 233 साल को और 356 परिचालकों की भर्ती कराई जा रही है. ऐसे में नियुक्त एजेंसी द्वारा होने वाली भर्ती के खिलाफ कर्मचारी यूनियन ने परिवहन निगम को आंदोलन की चेतावनी दी है.

उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन द्वारा परिवहन निगम में एजेंसी प्रथा के खिलाफ आंदोलन की मांगें

  1. परिवहन निगम में चालक-परिचालकों की आपूर्ति के लिए नियुक्त एजेंसी के साथ किए गए अनुबंध को तत्काल समाप्त किया जाये.
  2. MKSSSS एजेंसी द्वारा की जा रही 233 चालकों और 356 परिचालकों की भर्ती पर रोक लगाई जाये.
  3. भविष्य में परिवहन निगम में एजेंसी प्रथा की कार्य योजना समाप्त की जाये.
  4. परिवहन निगम में कार्यरत संविदा चालकों परिचालकों( जिन्हें निरंतर सेवा में 240 दिन से अधिक हो चुके हैं) उन्हें अनुबंध भरने की बाध्यता समाप्त की जाये.

काली पट्टा बांधकर विरोध: उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि परिवहन निगम में नियुक्त एजेंसी प्रथा को समाप्त करने के खिलाफ प्रदेश भर के कर्मचारी 31 अगस्त 2022 को काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे. वहीं अपनी शर्ट के बांये हिस्से पर 'मैं परिवहन निगम एजेंसी प्रथा का विरोधी हूं' का स्टीकर लगाएंगे. इतना ही नहीं कर्मचारी यूनियन के सभी सदस्य 1 सितंबर 2022 से 2 सितंबर तक पूरे 48 घंटे तक सभी डिपो में कार्य बहिष्कार करेंगे.

देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम(Uttarakhand Transport Corporation) में चालक-परिचालकों की आपूर्ति के लिए एजेंसी प्रथा शुरू कर दी गई है. जिसको लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध के स्वर तेज करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है. निगम कर्मचारियों के मुताबिक अगर जल्द ही चालक परिचालक भर्ती के लिए नियुक्त एजेंसी (MKSSSS)को समाप्त नहीं किया तो 31 अगस्त से कर्मचारी काली पट्टी बांधकर आंदोलन(Roadways employees will agitate by tying a black band) करने के लिए बाध्य होंगे. इतना ही नहीं इसके बाद 1 और 2 सितंबर में परिवहन निगम के सभी बस डिपो में कार्य बहिष्कार कर आंदोलन भी किया जाएगा.

उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन(Uttarakhand Roadways Employees Union)का आरोप है कि इससे पहले कर्मचारियों के हित में नैनीताल हाईकोर्ट ने जो आदेश दिए थे,उसके विपरीत जाकर परिवहन निगम में अब जिस कार्य योजना में बिंदुवार निर्णय लिए जा रहे हैं वह न सिर्फ परिवहन कर्मियों के खिलाफ हैं बल्कि इसमें नैनीताल हाईकोर्ट के आदेशों की भी अवमानना है.
पढ़ें- अग्निवीर भर्ती रैली के पहले दिन चमोली के 5 हजार युवाओं ने दिखाया दमखम, कल से कुमाऊं में कमदताल

589 रिक्त पदों पर नियुक्त एजेंसी की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ: उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन(Uttarakhand Roadways Employees Union) के मुताबिक परिवहन निगम चालक- परिचालकों की आपूर्ति के लिए नियुक्त एजेंसी( MKSSSS) द्वारा 233 साल को और 356 परिचालकों की भर्ती कराई जा रही है. ऐसे में नियुक्त एजेंसी द्वारा होने वाली भर्ती के खिलाफ कर्मचारी यूनियन ने परिवहन निगम को आंदोलन की चेतावनी दी है.

उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन द्वारा परिवहन निगम में एजेंसी प्रथा के खिलाफ आंदोलन की मांगें

  1. परिवहन निगम में चालक-परिचालकों की आपूर्ति के लिए नियुक्त एजेंसी के साथ किए गए अनुबंध को तत्काल समाप्त किया जाये.
  2. MKSSSS एजेंसी द्वारा की जा रही 233 चालकों और 356 परिचालकों की भर्ती पर रोक लगाई जाये.
  3. भविष्य में परिवहन निगम में एजेंसी प्रथा की कार्य योजना समाप्त की जाये.
  4. परिवहन निगम में कार्यरत संविदा चालकों परिचालकों( जिन्हें निरंतर सेवा में 240 दिन से अधिक हो चुके हैं) उन्हें अनुबंध भरने की बाध्यता समाप्त की जाये.

काली पट्टा बांधकर विरोध: उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि परिवहन निगम में नियुक्त एजेंसी प्रथा को समाप्त करने के खिलाफ प्रदेश भर के कर्मचारी 31 अगस्त 2022 को काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे. वहीं अपनी शर्ट के बांये हिस्से पर 'मैं परिवहन निगम एजेंसी प्रथा का विरोधी हूं' का स्टीकर लगाएंगे. इतना ही नहीं कर्मचारी यूनियन के सभी सदस्य 1 सितंबर 2022 से 2 सितंबर तक पूरे 48 घंटे तक सभी डिपो में कार्य बहिष्कार करेंगे.

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