देहरादूनः उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार की चेतावनी के बाद कर्मचारियों ने मंगलवार को रोडवेज प्रबंधन के साथ दो बार बैठक की. हालांकि, दोनों ही बैठक में कर्मचारियों की मांगों पर बात नहीं बन पाई. जिसके बाद निगम के कर्मचारियों का 15 जुलाई की मध्यरात्रि से कार्य बहिष्कार पर जाने का निर्णय बरकरार है.
रोडवेज कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि निगम कर्मचारियों के साथ पहली बैठक परिवहन निगम मुख्यालय में प्रबंधक निदेशक की अध्यक्षता में हुई. दूसरी बैठक सचिवालय में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य की अध्यक्षता में हुई. लेकिन दोनों बैठक के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया.
हालांकि, परिवहन सचिव ने बताया कि 5 जुलाई को हुई बैठक में जो निर्णय लिया गया था, उस निर्णय का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. प्रस्ताव को 14 जुलाई को होने वाली राज्य की कैबिनेट बैठक में अंतिम निर्णय लेने के लिए रखा जाएगा. साथ ही कैबिनेट बैठक में सकारात्मक निर्णय कराने के लिए प्रबंधन की ओर से भी प्रयास किया जाएगा.
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एसीपी के संबंध में निगम प्रबंधन ने बताया कि यदि किसी कर्मचारी की बिना भविष्य प्रभाव सहित कटौती आदेश किए गए हैं तथा उसे एसीपी भी प्रभावित हो रही है. तो उसको भविष्य प्रभाव सहित योजना में शामिल नहीं किया जाएगा.
बैठक के दौरान परिवहन सचिव और प्रबंध निदेशक ने एसीपी के संबंध में यह भी स्पष्ट किया कि जिन समान पदों में प्रथम और द्वितीय होता है. तथा उनमें किसी भी प्रकार के वेतन वृद्धि तथा ग्रेड पे का लाभ नहीं दिया जाता है. तो ऐसे पदों में एसीपी ग्रेड पे को प्रोन्नति मानते हुए यानी उसको दिए जाने वाले एसीपी लाभ में नहीं गिना जाएगा.