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दो जुलाई से थम सकते हैं रोडवेज बसों के पहिए, कर्मचारियों ने दी हड़ताल की चेतावनी

यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा बीते माह को आश्वासन देने के बावजूद अभी तक वेतन सहित अन्य मांगों पर बातचीत के लिए पहल नहीं की गई है. जिसके चलते कर्मचारी यूनियन ने आगामी 2 जुलाई से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.

थम सकते हैं रोडवेज बसों के पहिए
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Published : Jun 11, 2019, 10:49 PM IST

देहरादून: 2 जुलाई से प्रदेश में रोडवेज बसों के पहिए थम सकते हैं. उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने एक बार फिर आगामी 2 जुलाई से हड़ताल की घोषणा की है. अपनी 18 सूत्रीय मांगों को लेकर यूनियन ने सरकार को एक जुलाई तक बातचीत करने का समय दिया है.

जानकारी के मुताबिक परिवहन विभाग में कार्यरत संविदा और स्थायी रूप से नियुक्त कर्मचारियों ने अपने वेतन सहित 18 मांगों को लेकर पिछले 22 मई को हड़ताल की घोषणा की थी. लेकिन सरकार द्वारा वेतन की मांग को मान लिया गया था और बाकी मांगों पर बात करने के लिए 6 जून 2019 का समय दिया गया था.

पढ़ें- गहरी खाई में गिरी स्कॉर्पियो, एक की मौत, दो घायल

लेकिन 6 जून से लेकर 11 जून तक सरकार ने मांगों पर कोई बातचीत नहीं की है. जिसके बाद उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने एक बार फिर राज्य सरकार को अपनी मांगों को लेकर 1 जुलाई तक का समय दिया है. जिसके बाद उन्होंने 2 जुलाई से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.

यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा बीते माह आश्वासन देने के बावजूद अभी तक बातचीत के लिए पहल नहीं की गई है. जिसके चलते कर्मचारी यूनियन ने आगामी 2 जुलाई से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.

अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार ने सभी रोडवेज कर्मचारियों के लंबित 2 माह के वेतन को लेकर तत्काल बहाल करने का लिखित आदेश दिया था, लेकिन मात्र एक माह का ही वेतन बहाल किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार वेतन सहित अन्य आवश्यक मांगों पर भी संज्ञान नहीं ले रही है. ऐसे में कर्मचारियों के पास हड़ताल पर जाने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सहित पर्यटक सीजन अपने चरम पर है, ऐसे में परिवहन विभाग की बसों का संचालन बन्द हो जाने से पर्यटकों और यात्रियों को मुसीबत का सामना पड़ सकता है.

देहरादून: 2 जुलाई से प्रदेश में रोडवेज बसों के पहिए थम सकते हैं. उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने एक बार फिर आगामी 2 जुलाई से हड़ताल की घोषणा की है. अपनी 18 सूत्रीय मांगों को लेकर यूनियन ने सरकार को एक जुलाई तक बातचीत करने का समय दिया है.

जानकारी के मुताबिक परिवहन विभाग में कार्यरत संविदा और स्थायी रूप से नियुक्त कर्मचारियों ने अपने वेतन सहित 18 मांगों को लेकर पिछले 22 मई को हड़ताल की घोषणा की थी. लेकिन सरकार द्वारा वेतन की मांग को मान लिया गया था और बाकी मांगों पर बात करने के लिए 6 जून 2019 का समय दिया गया था.

पढ़ें- गहरी खाई में गिरी स्कॉर्पियो, एक की मौत, दो घायल

लेकिन 6 जून से लेकर 11 जून तक सरकार ने मांगों पर कोई बातचीत नहीं की है. जिसके बाद उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने एक बार फिर राज्य सरकार को अपनी मांगों को लेकर 1 जुलाई तक का समय दिया है. जिसके बाद उन्होंने 2 जुलाई से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.

यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा बीते माह आश्वासन देने के बावजूद अभी तक बातचीत के लिए पहल नहीं की गई है. जिसके चलते कर्मचारी यूनियन ने आगामी 2 जुलाई से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.

अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार ने सभी रोडवेज कर्मचारियों के लंबित 2 माह के वेतन को लेकर तत्काल बहाल करने का लिखित आदेश दिया था, लेकिन मात्र एक माह का ही वेतन बहाल किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार वेतन सहित अन्य आवश्यक मांगों पर भी संज्ञान नहीं ले रही है. ऐसे में कर्मचारियों के पास हड़ताल पर जाने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सहित पर्यटक सीजन अपने चरम पर है, ऐसे में परिवहन विभाग की बसों का संचालन बन्द हो जाने से पर्यटकों और यात्रियों को मुसीबत का सामना पड़ सकता है.

Intro:देहरादून: वेतन भुगतान सहित अन्य अट्ठारह मांगे पूरी ना होने के चलते उत्तराखंड रोडवेज़ कर्मचारी यूनियन ने एक बात फिर आगामी 2 जुलाई से अनिश्चित काल हड़ताल की घोषणा कर दी है। जानकारी के मुताबिक परिवहन विभाग में कार्यरत संविदा व स्थायी रूप के नियुक्त कर्मचारियों का 2 महीने से अधिक वेतन भुगतान सहित अन्य 18 बिंदुओं की मांग पर बीते माह 22 मई को हड़ताल की घोषणा की गई थी लेकिन इस मामलें पर लंबी वार्ता के उपरांत वेतन की मांग को तत्काल बहाल करने के साथ ही सरकार द्वारा 6 जून 2019 को सकारात्मक वार्ता का आश्वासन दिया था। लेकिन तय तिथि में 6 जून से लेकर मंगलवार 11 जून तक इस मामलें में कोई सुनवाई ना होने के चलते आन्दोलित उत्तराखंड रोडवेज़ कर्मचारी यूनियन ने एक बार फिर राज्य सरकार को अपनी मांगों को लेकर 1जुलाई तक का समय देते हुए 2 जुलाई से अनिश्चितकाल के हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी हैं।


Body: वही उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन की वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर जानकारी देते हुए यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार ने बीते माह में आश्वासन देने के बावजूद अभी तक वेतन सहित अन्य मांगों पर किसी तरह की वार्ता के लिए पहल नहीं की है जिसके चलते कर्मचारी यूनियन ने आगामी 2 जुलाई से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है अशोक चौधरी ने बताया कि सरकार ने सभी रोडवेज कर्मचारियों के लंबित 2 माह के वेतन भुगतान को लेकर तत्काल बहाल करने का लिखित आदेश दिया था लेकिन इसके बावजूद मात्र एक माह का ही वेतन बहाल किया हैं। ऐसे वेतन सहित अन्य आवश्यक मांगो पर सरकार किसी तरह का संज्ञान नहीं ले रही हैं ऐसे में कर्मचारियों के पास हड़ताल पर जाने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं हैं।


Conclusion:उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सहित पर्यटक सीजन अपने चरम पर है, ऐसे यात्रा मार्गो पर बेहताशा यात्रियों की संख्या होने ले चलते परिवहन विभाग की बसों का संचालन बन्द हो जाने से प्रदेश में यात्रा को लेकर एक बड़ी मुसीबत आ सकती हैं। उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन द्वारा आगामी 2 जुलाई से प्रदेश में हड़ताल से सरकार अपना अगला रुख क्या अपनाती हैं यह देखने वाली बात होगी।
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